Union Home Minister’s Medal for Excellence in Investigation 2021 : आईपीएस अधिकारी के.पी.एस. मल्होत्रा (KPS Malhotra) को केंद्रीय गृहमंत्री पदक-2021 से सम्मानित किया गया है. इन्हें ये सम्मान जांच में उत्कृष्ट कार्य के लिए मिला है. फिलहाल वो सीपी सचिवालय डीसीपी के रूप में कार्यरत हैं.
KPS मल्होत्रा को केंद्रीय गृहमंत्री पदक-2021 सम्मान, कतर की जेल में बंद बेगुनाह दंपती को इंडिया लाकर आए थे चर्चा में
KPS Malhotra, working as DCP, CP Secretariat in Delhi, has been awarded Union Home Minister’s Medal for Excellence in Investigation 2021.
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12 Aug 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:03 PM)
इससे पहले वो नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में काम कर चुके हैं. एनसीबी की उस एसआईटी का इन्होंने नेतृत्व किया था जिसने फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत केस में ड्रग्स से जुड़े एंगल की जांच की थी.
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डार्कनेट पर ड्रग्स रैकेट का किया था खुलासा
इस आईपीएस अधिकारी ने डार्कनेट (DarkNet) पर ड्रग्स की खरीद-फोरख्त के भारत के पहले ऑपरेशन की तफ्तीश करते हुए बड़े रैकेट का खुलासा किया था. जिसमे लखनऊ के एक बेहद ही पढे-लिखे लड़के दीपू सिंह को गिरफ्तार किया था. इसके अलावा वो भारत में पहले एथेरियम माइनिंग रिंग, भारत का पहला साइबर टेरर केस और जासूसी के मामलों का भंडाफोड़ कर चुके हैं.
अंडरवर्ल्ड से जुड़े मामलों की भी जांच
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की जासूसी से जुड़े मामले की अहम जांच में भी डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के नाम की चर्चा हुई थी. इन्हें काफी सराहा गया था. इसके अलावा, आर्थिक कमजोर वर्ग प्रवेश घोटाले, गॉडमैन नारायण साई की गिरफ्तारी और अंडरवर्ल्ड से संबंधित मामलों के अलावा विभिन्न हाई-प्रोफाइल मामलों की भी तफ्तीश कर चुके हैं. वह एसआईटी का भी नेतृत्व कर रहे थे, जिसने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के लिए ड्रग्स से जुड़े मामले की जांच की थी.
ड्रग्स केस में बंद बेगुनाह दंपती को ले आए थे इंडिया
ये वही पुलिस अधिकारी जिन्होंने कतर की जेल में कई साल से ड्रग्स के झूठे केस में बंद मुस्लिम दंपती को बेगुनाह साबित कराया था. केपीएस मल्होत्रा ने उस वक़्त तत्कालीन NCB चीफ और मौजूदा दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना के नेतृत्व में अंजाम दिया था. कतर की जेल में बंद युवा शादीशुदा जोड़े को इंडिया वापस ले आए थे. इस कपल ने कतर की जेल में ही एक बच्चे को भी जन्म दिया था. ऐसे में बेगुनाह होते हुए भी जेल में रहना इनके लिए असहनीय हो गया था.
ये अधिकारी भी हुए सम्मानित
दिल्ली दंगों की बेस्ट इन्वेस्टिगेशन के लिए और दिल्ली दंगो में आईबी के अधिकारी अंकित शर्मा मर्डर केस में सर्वश्रेष्ठ जांच के लिए गृह मंत्रालय का उत्कृष्टता पुरस्कार क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल को मिला है. बता दें कि दंगाइयों द्वारा मारे गए आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में एसीपी संदीप लांबा की टीम ने जांच की थी. इस मामले में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह को भी इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.
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