India Drugs: जमीन, आसमान और समुद्र का सीक्रेट रुट, ये है ड्रग्स सिंडिकेट का “कोड गेम”

Drugs Syndicate: एनसीबी ने अप्रैल 2021 से जून 2022 तक 26,000 करोड़ की हेरोइन जब्त की है। आइए आपको बताते हैं कहां से आता है ये ड्रग्स? कैसे आता है? क्या है जमीन, आसमान और समुद्र का रुट?

CrimeTak

17 Oct 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:28 PM)

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Drugs Smuggling Special: भारत में हवाई मार्ग (Air Route) के ज़रिए, बॉर्डर (Boarder) पर तस्करों के ज़रिए और समुद्री रास्तों (Sea ​Route) से ड्रग्स (Drugs) की सप्लाई बड़े पैमाने पर हो रही है। नारकोटिक्स ब्यूरो, कस्टम और पुलिस का मानना है कि कोकीन जैसे महंगे और तेज़ नशे वाले ड्रग्स की खपत सबसे ज्यादा एशियाई देशों में होती है यही वजह है कि तस्करों ने भारत को ड्रग्स का हब मान लिया है।

भारत में कोकीन, हेराइन, अफीम, चरस और LSD जैसे नशे की खेप देश-विदेश से यूं तो साल भर सप्लाई होती है, लेकिन नए साल के मौके पर या जश्न के बड़े मौकों पर तस्करी बेहद बढ़ जाती है। कोकीन की तस्करी मेक्सिको, वेनेज़ुएला, कोलंबिया और नाइज़ीरिया से हवाई मार्ग के ज़रिए भारत में होती है।

कोकीन की सप्लाई का एक रूट समुद्री रास्ते के ज़रिए, गुजरात, मुंबई और गोवा भी है। इसके अलावा अफगानिस्तान, पाकिस्तान और नेपाल के रास्ते भारत में अफीम और कोकीन की सप्लाई की जाती है। हेरोइन की सप्लाई के लिए ज्यादातर पाकिस्तान, पंजाब, गोवा और नेपाल का रास्ता चुना जाता है।

जानकारों के मुताबिक ड्रग्स की दुनिया में कोकीन का नया कोड वर्ड बाजीराव रखा गया है। मेफेरडोन और MDMA को मस्तानी नाम दिया गया है जबकि LSD को दलाई लामा के नाम से काले बाजार में बेचा जा रहा है। चरस को द्रौपदी और शिव दर्शन के नाम से सप्लाई किया जा रहा है। बड़ी बड़ी रेव पार्टियों में हेरोइन, कोकीन, LSD, मेफेरडोन, MDMA सप्लाई की जाती है। सबसे महंगी ड्रग्स कोकीन होती है। कोकीन को कोक,फ्लेक, चार्ली और स्नो भी कहते हैं। 1 ग्राम कोकीन 5 हज़ार से 25 हज़ार रुपये में मिलती है।

कोकीन के बाद कीमत के मामले में दूसरे नंबर पर है खतरनाक ड्रग्स LSD यानी लीसर्जिक एसिड डीथाईलामाइड। LSD को एसिड भी कहा जाता है इसकी एक बूंद की कीमत 1,200 रुपये से 4,000 रुपये तक होती है। दाम के मामले में तीसरे नंबर पर मेफेरडोन ड्रग्स है। मेफेरडोन नाम की ड्रग्स को म्याऊं-म्याऊं भी कहते हैं।

मेफेरडोन की एक गोली 2000 रुपये से 3000 हज़ार रुपये में बेची जाती है। कीमत के लिहाज़ से चौथे नंबर पर सबसे सस्ती ड्रग्स केटामाइन है। केटामाइन को एनेस्थीसिया वाली दवा माना जाता है लेकिन नशे के लिए इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। इसकी एक डोज़ 150 से 300 रुपये में बेची जाती है।

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