बिहार पंचायत चुनाव में एक मुर्दे को सहानुभूति में जीत (Dead Candidate Won Panchayat Election) मिली है. यह अजीबो-गरीब वाक्या जमुई के खैरा प्रखंड के हड़खार पंचायत (Hadkhar Panchayat of Khaira Block) के वार्ड संख्या-2 का है. इस वार्ड पर चुनाव लड़ रहे एक ऐसे प्रत्याशी की जीत हुई है जिसकी मौत मतगणना के 20 दिन पहले ही हो गई थी. मरे व्यक्ति के चुनाव जीतने की खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
बिहार में मुर्दे ने जीता चुनाव, मतदाताओं ने मुर्दे पर जताया भरोसा, बना दिया पंच
बिहार में मुर्दे ने जीता चुनाव, मतदाताओं ने मुर्दे पर जताया भरोसा, बना दिया पंच
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28 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:10 PM)
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जानकारी के अनुसार हरखार पंचायत के वार्ड संख्या-2 से पंच के उम्मीदवार के रूप में दो प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. एक सोहन मुर्मू और दूसरा मुरा हेंब्रम. सोहन मुर्मू की बीमारी से मौत हो गई. लेकिन यह जानकारी अधिकारियों को नहीं दी गई. लिहाजा पंचायत चुनाव में बैलेट पेपर में सोहन मुर्मू का नाम और चुनाव चिन्ह छपा रह गया. मतदान के दिन लोगों ने सहानुभूति में उसे वोट भी दे दिया. परिणाम आने पर मृतक सोहन मुर्मू को जीत भी मिल गई.
गांव के चंद्रिका रविदास ने बताया कि सोहन मुर्मू की मौत नवंबर के पहले सप्ताह में ही हो गई थी और मतदान 24 नवंबर को हुआ. मृतक अपना चुनाव चिन्ह भी नहीं ले सका था और प्रचार भी नहीं किया था, लेकिन वह चुनाव जीत गया.
इस मामले में खैरा प्रखंड के बीडीओ राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि कोई मृत शख्स चुनाव जीत गया है. प्रत्याशी की मौत के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई थी, इसलिए ऐसा हुआ. वहां का चुनाव रद्द कर फिर से मतदान कराया जाएगा
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