DCP Metro IPS Jitendramani Tripathi: दिल्ली में आजकल एक डीसीपी अपने वजन और गरीबों की मदद के लिए चर्चाओं में बने हुए हैं। इनका नाम है जितेंद्र मणि। गरीबों की मदद तो जितेंद्र मणि करते ही है, साथ साथ इन्होंने 8 महीनों में 60 किलो से ज्यादा वजन कम किया है।
DCP Jitendramani Tripathi: ये IPS अफसर हो गए मोटे से पतले! FIR भी कर दी आधी
DCP Jitendramani Tripathi: दिल्ली में आजकल एक डीसीपी अपने वजन और गरीबों की मदद के लिए चर्चाओं में बने हुए हैं। इनका नाम है जितेंद्र मणि त्रिपाठी।
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25 Jan 2023 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:35 PM)
हमने सोचा कि क्यों न जितेंद्र मणि को स्टूडियो बुलाया जाए और उनसे दिल की बात की जाए। तो हमारे आग्रह पर खुद IPS जितेंद्र मणि Crime Tak स्टूडियो पहुंचे। उन्होंने यहां अपने संघर्षों के बारे में हमें बताया।
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DCP Metro IPS Jitendramani Tripathi: इस वक्त आईपीएस अफसर डीसीपी जितेंद्र मणि दिल्ली मेट्रो के डीसीपी है। उन्होंने बताया कि वजन कम करना वाकई मुश्किल भरा काम था। जितेंद्र मणि ने कहा, 'मेरी सबसे बड़ी कमजोरी खाना थी। मैं बहुत कुछ खाता था। एक वक्त के बाद ऐसा लगा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो बीमारियां शरीर को जकड़ लेगी। तो मैंने अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना शुरू किया। अब मैं 15 हजार स्टेप्स रोज चलता हूं। गोल्फ खेलता हूं। मेरा वजन करीब 78 किलो है। कभी वजन 135-140 किलो होता था। इसके लिए मैंने अपनी लाइफ को अनुशासित किया।'
मेट्रो में क्राइम को लेकर भी IPS जितेंद्र मणि से बेबाक बात हुई। एक आकड़े के मुताबिक, मेट्रो में रोजाना दिल्ली के करीब 55 लाख लोग सफर करते हैं। उन्होंने कहा, '2019 में मेट्रो में करीब 7 हजार FIR दर्ज हुई थी। आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे। 2022 में करीब 4000 एफआईआर दर्ज हुई। अब हमारा केस का वर्क आउट डबल हो गया है। यानी मेट्रो में अपराध में कमी आई है। उद्देश्य ये है कि सीसीटीवी कैमरे जहां मौजूद नहीं है, वहां लगवाए जाए।'
अपनी निजी जिंदगी के बारे में बताते हुए जितेंद्र मणि ने कहा, 'पांच साल पहले मेरी पत्नी किरण मणि त्रिपाठी का कैंसर की वजह से निधन हो गया था। मुझे धक्का लगा। मैंने कई कैंसर मरीजों की मदद की। मेरी कोशिश रहती है कि मेरे पास जो आए, उसकी मदद हो जाए।
आपको बता दें कि डीसीपी जितेंद्र मणि त्रिपाठी ने गोरखपुर से बड़हलगंज ब्लॉक के बाल भीटी गांव में स्थापित प्राथमिक विद्यालय भीटी बाल से पढ़ाई की शुरुआत की थी। इसके बाद मणि ने राजकीय जुबली इंटर कॉलेज गोरखपुर से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई की। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक किया। इसके पश्चात जितेंद्र मणि ने पोस्ट ग्रेजुएशन किया। यूजीसी नेट की परीक्षा भी दो बार उत्तीर्ण की और फिर वहीं से सिविल सेवाओं के प्रति रुझान बढ़ा। 1998 में जितेंद्र मणि ने मध्य प्रदेश पीसीएस परीक्षा में 35 स्थान प्राप्त किया। 1999 में उत्तर प्रदेश पीसीएस में भी चयन हुआ। साल 2000 में जितेंद्र मणि का सिविल सेवा परीक्षा में चयन हुआ। जितेंद्र मणि ने दिल्ली पुलिस में बतौर एसीपी ज्वाइन किया। आज वो डीसीपी है।
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