जबलपुर से धीरज शाह के साथ नागपुर से योगेश पांडेय की रिपोर्ट
हुस्न का जाल, हनीट्रैप, चरित्र पर शक फिर मर्डर, सना खान हत्याकांड की पूरी कहानी
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22 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 22 2023 2:50 PM)
Sana Khan murder mystery : बीजेपी नेता रही सना खान की हत्या की पूरी कहानी. कैसे उलझी है हनीट्रैप और ब्लैकमेलिंग में मर्डर मिस्ट्री.
Sana Khan Story : महाराष्ट्र की महिला नेता सना खान हत्याकांड (Sana Khan Hatyakand) में बेहद ही चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. सना खान का मर्डर की गुत्थी हनीट्रैप (Honeytrap) के जाल में उलझी है. वो खुद बड़े-बड़े नेताओं को हनीट्रैप के जाल में फंसाती थी. इस जाल को महाराष्ट्र से लेकर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों में फैलाने में खुद सना का पति भी मददगार था. ना सिर्फ वो मददगार था बल्कि किस नेता को कब और कैसे टारगेट करना है. इसकी बुनियाद भी सना का पति यानी अमित साहू ही तैयार करता था. इसके बाद अपने हुस्न की कैद में सना उस नेता को फंसाती थी और फिर होता था ब्लैकमेलिंग का ताना-बाना. लेकिन इन तमाम हुस्न, सेक्स, ब्लैकमेलिंग के गंदे धंधे से आए पैसों के विवाद और फिर पति का खुद अपनी पत्नी सना खान के चरित्र पर शक करना ही इस हत्याकांड की वजह बन गई. आखिर कैसे हुआ सना खान का पूरा मर्डर केस. आइए जानते हैं...
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हनीट्रैप के रुपये के बंदरबांट और शक में कैसे हुआ सना खान का कत्ल
Sana Khan Murder Mystery : सना का कत्ल हुए करीब 20 दिनों का वक्त गुजर चुका है और इस सिलसिले में रिपोर्ट लिखवाए हुए करीब 18 दिन गुजर चुके हैं, जबकि पुलिस को इस मामले में मुख्य आरोपी अमित साहू उर्फ पप्पू साहू को गिरफ्तार किए करीब 10 दिनों का वक्त हो चुका है, लेकिन मुल्जिम की गिरफ्तारी और उसकी निशानदेही के बावजूद सना की लाश का कोई ठिकाना नहीं है. अलबत्ता उसके कत्ल को लेकर अब एक नई और चौंकानेवाली कहानी जरूर सामने आ गई है. और ये कहानी है हनीट्रैप में सना खान के इस्तेमाल की. और इसी हनीट्रैप के रुपयों के बंदरबांट के सिलसिले में हुए उसके कत्ल की. लेकिन इससे पहले कि हनीट्रैप के जरिए लाखों रुपये की वसूली के इस खेल और इसी खेल में गई सना की जान की पूरी कहानी आपको तफ्सील से सुनाएं, आइए सबसे पहले जान लेते हैं कि नागपुर पुलिस के डीसीपी राहुल मदने ने आखिर इस घटना को लेकर क्या अभी नया अपडेट दिया है...
असल में नागपुर में सना खान की मां मेहरुन्निसा ने इस सिलसिले में पुलिस को एक नई शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने बताया है कि किस तरह जबलपुर का रहनेवाला कारोबारी अमित साहू उनकी बेटी को हनीट्रैप के खेल में चारे की तरह इस्तेमाल कर रहा था. पुलिस का कहना है कि जब उसने इस पहलू की जांच की तो उसे हनीट्रैप के इस रैकेट को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी.
पुलिस को पता चला कि साहू के इशारे पर सना कर नागपुर, जबलपुर और सिउनी समेत आस-पास के इलाके में बडे और प्रभावशाली लोगों के पास जाया करती थी. जहां इन अमीर और प्रभावशाली लोगों से रिश्ते बनाने के दौरान सना और साहू उन अंतरंग पलों की तस्वीरें चुपके से अपने मोबाइल फोन और दूसरे डिवाइसेज में कैद कर लिया करते थे, जिसके बाद इन लोगों को ऐसी तस्वीरों और वीडियोज के सहारे ब्लैकमेल किया जाता था...
हनीट्रैप के जाल में सना खान बस एक मोहरा थी
Sana Khan News : पुलिस की मानें तो शुरुआती पूछताछ में अमित साहू ने हनीट्रैप रैकेट चलाने और इसमें सना खान का इस्तेमाल एक मोहरे की तरह करने की बात कबूल कर ली है, लेकिन अब तक ना तो पुलिस सना खान के मोबाइल फोन बरामद कर पाई है और ना ही उसे अमित साहू ने ही अपने फोन सौंपे हैं... ऐसे में पुलिस को अब भी हनीट्रैप रैकेट और उसके चलते हुए मर्डर की इस वारदात से जुडे कई सबूतों का इंतजार है. पुलिस की मानें तो साहू सना खान के मोबाइल फोन उसकी लाश के साथ नदी में फेंकने की बात कह रहा है, जबकि अपने मोबाइल फोन को लेकर भी झूठ बोल रहा है... लेकिन उसे यकीन है कि वो जल्द ही ये फोन बरामद कर लेगी और इसी के साथ उसे हनीट्रै रैकेट से जुडे कई सबूत भी मिल जाएंगे.
हनीट्रैप के जाल में किन लोगों को फंसाया गया, जांच शुरू
Sana Khan Murder Case : पुलिस को इस सिलसिले में कुछ वीडियोज, फोटोज और चैट हाथ लगने की उम्मीद है, जिससे ये पता चल सकेगा कि इस रैकेट ने हाल के दिनों में किन-किन लोगों को अपने जाल में फंसाया था और रैकेट में अमित साहू, सना खान और उनके बाकी साथियों की क्या भूमिका थी... पुलिस ने फिलहाल इस सिलसिले में साहू के साथ-साथ उसके दो साथियों रमेश सिंह और धर्मेंद्र यादव को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने सना की हत्या करने के बाद उसकी लाश को ठिकाने लगाने में अमित साहू की मदद की थी... इसके अलावा दोनों के हनीट्रैप रैकेट में शामिल बाकी लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाने की शुरुआत कर चुकी है.
यूपी, एमपी, महाराष्ट्र तक फैला था हनीट्रैप का जाल
Honeytrap Sana Khan : पुलिस को शक है कि इस रैकेट के लोग महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश तक में लोगों को अपना शिकार बना रहे थे. और इस रैकेट ने जिस तेजी से इतने बडे इलाके में अपना जाल बट्टा फैला लिया था, उसे देख कर लगता है कि अब तक हनीट्रैप के जरिए की गई वसूली की रकम करोड़ों रुपये तक पहुंच गई होगी... इस रैकेट की शुरुआत तब हुई, जब सोशल मीडिया पर सना खान और अमित साहू के बीच मुलाकात हुई और फिर ये मुलाकात दोस्ती और फिर शादी में बदली... सना खान और अमित साहू ने इसी साल 24 अपैल को शादी की थी... पुलिस की मानें तो दोनों ये काम उससे पहले यानी मार्च के महीने से ही शुरू कर चुके थे, लेकिन शादी के बाद दोनों नए-नए और ज्यादा से ज्यादा लोगों को टार्गेट करने लगे...
अमित साहू को सना खान के चरित्र पर हो गया था शक
Sana Khan Honeytrap : हालांकि अजीब बात ये है कि इतना सबकुछ होने के बाद अमित साहू को सना खान के चरित्र पर शक था और इस बात को लेकर उसकी कई बार सना से लड़ाई भी हुई थी... जांच में ये भी सामने आया है कि सना ने साहू को कारोबार के लिए लाखों रुपये भी दे रखे थे, लेकिन साहू ना तो वो रुपये वापस लौटा रहा था और ना ही अपने कारोबार के बारे में उसे कोई जानकारी ही दी दे रहा था... ऐसे में दोनों रुपये-पैसों को लेकर भी आपस में लड़ रहे थे... पुलिस को पता चला है कि अमित साहू ने जबलपुर शहर के पॉश इलाके राजुल टाउनशिप में खास तौर पर इन्हीं साजिशों के लिए एक मकान किराये पर ले रखा था... और यहीं से अपने काले कारोबार चलाया करता था... पहली अगस्त को जबलपुर के इसी मकान में सना खान के साथ हुई तीखी नोंक-झोंक के बाद अमित साहू ने सना के सिर पर भारी चीज से वार कर उसकी जान ले ली थी...
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