Crime News in Hindi: सेना के पहलवान सतेंद्र मलिक ने मंगलवार को कॉमनवेल्थ के ट्रायल के दौरान 125 किग्रा फाइनल में हारने के बाद रेफरी जगबीर सिंह पर हमला किया, जिसके बाद राष्ट्रीय महासंघ ने उन पर आजीवन बैन लगा दिया.
पहलवान ने कॉमनवेल्थ गेम्स के ट्रायल के दौरान रेफरी को जड़ा थप्पड़, फेडरेशन ने लगाया आजीवन बैन
पहलवान ने कॉमनवेल्थ गेम्स के ट्रायल के दौरान रेफरी को जड़ा थप्पड़, फेडरेशन ने लगाया आजीवन बैन
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17 May 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:18 PM)
वायु सेना का यह पहलवान निर्णायक मुकाबले के खत्म होने से 18 सेकंड पहले 3-0 से आगे था, लेकिन मोहित ने उसे टेक-डाउन करने के बाद मैट से बाहर धकेल दिया. रेफरी ने विरेन्द्र मलिक ने हालांकि मोहित को ‘टेक डाउन’ के दो अंक नहीं दिए और इस पहलवान ने फैसले को चुनौती दी. इस बाउट के जूरी सत्यदेव मलिक ने निष्पक्षता का हवाला देते हुए खुद को इस निर्णय से अलग कर लिया.
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सत्यदेव मोखरा गांव के है, जहां से सतेंदर भी आते है. इसके बाद अनुभवी रेफरी जगबीर सिंह से इस चुनौती पर गौर करने का अनुरोध किया गया. उन्होंने टीवी रिप्ले की मदद से मोहित को तीन अंक देने का फैसला सुनाया. इसके बाद स्कोर 3-3 हो गया और आखिर तक बरकरार रहा. मैच का अंतिम अंक हासिल करने पर मोहित को विजेता घोषित किया गया. इस फैसले से सतेंदर अपना आपा खो बैठा और वह 57 किग्रा के मुकाबले के मैट पर चले गए, जहां रवि दहिया और अमन के बीच फाइनल मैच हो रहा था, जहां जगबीर भी मौजूद थे.
सतेंदर, जगबीर के पास पहुंचकर उनके साथ मारपीट करने लगे. उसने पहले जगबीर को गाली दी और फिर थप्पड़ जड़ दिया, जो अपना संतुलन खो जमीन पर गिर गए. इसके बाद 57 किग्रा का मुकाबला रोक दिया गया, क्योंकि इस घटना के बाद इंदिरा गांधी स्टेडियम के केडी जाधव हॉल के अंदर हंगामा होने लगा. इस तरह का नजारा देखकर सैकड़ों प्रशंसक, अधिकारी और प्रतिभागी हैरान रह गए.
अध्यक्ष के फैसले के बाद लगा बैन
इंडियन रेसलिंग फेडरेशन (WFI) के अधिकारियों ने सतेंदर को हॉल से बाहर भेज कर मुकाबला फिर से शुरू कराया. यह सब कुछ मंच पर बैठे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की नजरों के सामने सब कुछ हो रहा था. डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा कि हमने सतेंदर मलिक पर आजीवन प्रतिबंध लगाया है. यह फैसला डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने लिया है.
उन्होंने कहा कि उस मुकाबले के रेफरी को भी स्पष्टीकरण के लिए बुलाया जाएगा कि मोहित को अंक क्यों नहीं दिए गए. जबकि उसने साफ तौर पर टेक डाउन किया था. उन्होंने स्थिति को हाथ से निकलने क्यों दिया. जगबीर सिंह ने कांपते हुए कहा कि मुझे नहीं पता था कि वह ऐसा कुछ करेगा.
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