राजस्थान के पुष्कर के पास नागेलाव गांव से अजीबो गरीब वाकया सामने आया है. वाकया तब शुरू हुआ जब नागेलाव अस्पताल की चिकित्सा टीम डोर टू डोर कोरोना टीकाकरण के लिए निकलती है. कैम्पेन के दौरान टीम नागेलाव में निवास करने वाली कबीलाई जाति के कालबेलियों के डेरों में पहुंचती हैं. और फिर वहां जो होता है उसे देख सभी के होश उड़ गए.
वैक्सीन लगाने निकली टीम को सांप से कटवाने की धमकी! देखें विडियो
Vaccination team threatened if they dare to jab
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18 Oct 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:07 PM)
सबसे पहले कालबेलियों ने टीकाकरण करवाने से साफ इंकार कर दिया मगर उसके बाद भी चिकित्सा टीम उनको समझाने का प्रयास करती हैं तो डेरो में मौजूद एक सपेरन ने पिटारे में बंद कोबरा सांप को पिटारे से बाहर निकाल कर डराने-धमकाने लगी. नासमझ सपेरन की हरकतो को देख पहले तो चिकित्सा कर्मी हैरान हो जाते हैं फिर येन केन प्रकारेण सपेरन से जी हुजूरी व मिन्नत करने के बाद आखिरकार सपेरन व उसका पुरा कुनबा टीकाकरण के लिए राजी हो जाता है.
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इसके साथ ही पूरे कुनबे के 20 लोगों का पहली बार कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण हुआ. ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी घनश्याम मोयल ने बताया कि टीम के सामने अजीबोगरीब स्थिति तब पैदा हो गई जब यहां डेरे में मौजूद सपेरन कमला पत्नी श्रवन नाथ ने उनके डेरे में पहले से पिटारे में बंद कोबरा सांप को बाहर निकालकर टीकाकरण करवाने से साफ इंकार कर दिया. बीसीएम एच ओ घनश्याम मोयल ने बताया कि इस पर चिकित्सा टीम ने सपेरन कमला कालबेलिया उसके परिजनों एवं उसके कुनबे के लोगो से काफी देर तक समझाइश की उसके बाद कुनबे के 20 लोगो का पहली बार कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण संभव हो सका.
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