कानपुर से संतोष कुमार की रिपोर्ट
Kanpur Violenece : कानपुर हिंसा में PFI का कनेक्शन मिला, 3 आरोपी गिरफ्तार, ये हैं उनके नाम
UP Kanpur News : कानपुर हिंसा केस में नया खुलासा हुआ है. इसमें PFI का कनेक्शन मिला है. PFI के तीन आरोपी सैफुल्लाह, मोहम्मद नसीम और मोहम्मद उमर अरेस्ट. तीनों आरोपी CAA और NRC दंगों में थे.
ADVERTISEMENT
07 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:19 PM)
Kanpur Violence Today News : कानपुर हिंसा मामले में PFI का कनेक्शन का मामले सामने आया है. इसमें PFI यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 3 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इन आरोपियों के नाम हैं सैफुल्लाह, मोहम्मद नसीम और मोहम्मद उमर. इन तीनों को कानपुर पुलिस (Kanpur Police) ने गिरफ्तार कर लिया है.
ADVERTISEMENT
बताया जा रहा है कि तीनों आरोपी सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) के दंगों में भी गिरफ्तार हुए थे. इसके बाद तीनों जेल भेजे गए थे. बीते शुक्रवार को हुई कानपुर हिंसा में भी जांच के दौरान भी इन तीनों का कनेक्शन सामने आया.
शुक्रवार को हुई हिंसा में पत्थरबाजों को जुटाने का तीनों ने काम किया था. मुख्य साजिशकर्ता जफर हयात हाशमी के संपर्क में तीनों आरोपी थे. इन तीनों की गिरफ्तारी बेकनगंज थाना क्षेत्र से हुई है. वहीं, कानपुर की डीएम नेहा शर्मा (Neha Sharma) का ट्रांसफर कर दिया गया है. इसी के साथ यूपी के 21 आईएएस अधिकारी बदले गए हैं.
बता दें कि 3 जून को नई सड़क क्षेत्र के चंदेश्वर हाटा में पथराव करने वालों ने पथराव किया था. मामला शुक्रवार की नमाज के बाद दुकानें बंद करने का था. आरोप है कि जब दूसरे समुदाय के लोगों ने दुकान बंद करने का विरोध किया तो पथराव शुरू हो गया. इस पथराव के दौरान आम नागरिक ही नहीं, बल्कि कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. अब तक इस केस में कुल 50 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. आरोपियों की अवैध संपत्ति की पहचान कर उन पर बुलडोजर चलाने की भी तैयारी की जा रही है.
What is PFI : पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI एक इस्लामिक संगठन है. खासतौर पर इस संगठन का मकसद पिछड़े और अल्पसंख्यकों की आवाज बनना है. दावा किया जाता है कि ये संगठन उन पिछड़े के अधिकारों की बात करता है.
इस संगठन की शुरुआत 2006 में हुई थी. उस समय नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट (NDF) के उत्तराधिकारी के तौर पर किया गया था. इसका मुख्यालय दिल्ली के शाहीन बाग में होने का दावा किया जा रहा है. लेकिन इसे अब एक तरह से प्रतिबंधित संगठन माना जा रहा है जिस पर हिंसा भड़काने के आरोप लग चुका है.
ADVERTISEMENT