Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में निर्वाचन आयोग की मुसीबत लगातार बढ़ती जा रही है. निर्वाचन आयोग ने मुसीबत से निजात पाने के लिए अब लंगूरी बंदर का सहारा लिया है. दरअसल, पीलीभीत में 23 फरवरी को मतदान होने वाले हैं. मतदान से पहले पीलीभीत के मंडी में मतदान के दिन बूथ पर इस्तेमाल होने वाली ईवीएम मशीन और अन्य उपकरणों को रखा गया है.
EVM की सुरक्षा के लिए लेना पड़ा लंगूरों का सहारा, बंदरों ने कर दिया था ये बड़ा कांड
EVM की सुरक्षा के लिए लेना पड़ा लंगूरों का सहारा, बंदरों ने कर दिया था ये बड़ा कांड
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20 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:13 PM)
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ईवीएम मशीन और अन्य उपकरणों की निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, लेकिन बंदरों ने इन्हें तोड़ दिया. बंदरों से निजात पाने के लिए पुलिस और वनकर्मियों का सहारा लिया गया. जगह-जगह पिंजरे भी रखे गए, लेकिन बंदरों ने पिंजरों को भी तोड़ दिया. अब बंदरों ने निजात पाने के लिए लंगूरी बंदर को लगाया गया है.
ईवीएम की सुरक्षा के लिए लंगूरी बंदर का सहारा लेने के बारे में जानकारी देते हुए पीलीभीत के चुनाव आयोग के अधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि मंडी में लंगूरी बंदर को लाया गया है ताकि वहां पर रखें सभी उपकरणों को बचाया जा सके. उल्लेखनीय है कि पीलीभीत में 23 फरवरी को वोटिंग होनी है. वोटिंग से पहले राजनेताओं का जमावड़ा पीलीभीत में लग चुका है.
पोलिंग बूथ के बाहर लंगूरी बंदर
वहीं, इस बारे में उप क्षेत्रीय वन अधिकारी शेर सिंह ने कहा, यहां पर स्ट्रांग रूम बना है और उनके निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो बंदर तोड़ गए थे इनकी सुरक्षा के लिए वन विभाग की टीम तैनात हैं और लंगूरी बंदर भी तैनात किया गया है.
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