UP Crime: बीवी की हत्या कर दहेज वाले बक्से में छुपाई लाश, एंबुलेंस में लाश की 300 किलोमीटर वाली साजिश!

Lakhimpur Crime: यूपी के लखीमपुर में एक डॉक्टर की हैवानियत का खौफनाक मामला सामने आया है, डॉक्टर ने पत्नी की हत्या और लाश ठिकाने लगाने के लिए रची दिल दहला देने वाली साजिश।

CrimeTak

14 Dec 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:32 PM)

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Wife Murder Case: ये कहानी यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) से 135 किलोमीटर दूर मौजूद छोटे से शहर लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) की है। तारीख थी 27 नवंबर को लखीमपुर शहर के मोहल्ला बहादुरनगर निवासी डॉक्टर अभिषेक दीक्षित ने शहर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई की उसकी पत्नी वंदना अचानक कहीं गुम हो गई है।

चूंकि ये मामला एक डॉक्टर के परिवार से जुड़ा हुआ था लिहाजा पुलिस ने वंदना की खुदकुशी का केस दर्ज कर तुरंत जांच शुरु कर दी। पुलिस ने वंदना के मोबाइल लोकेशन से लेकर उसके संभावित जगहों, दोस्तों व रिश्तेदारों से पूछताछ की लेकिन वंदना का कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस ने आस पड़ोस से पूछताछ की तो पता चला कि 26 नवंबर की रात अभिषेक दीक्षित के घर एक पिकअप वैन आई थी।

पुलिस को अभिषेक दीक्षित के अस्पताल से पता चला कि एक एंबुलेंस भी 27 नवंबर को कहीं ले जाई गई थी। यहीं से पुलिस को शक अभिषेक पर गहरा गया और पुलिस ने डॉक्टर अभिषेक को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने अभिषेक से सख्ती से पूछताछ की तो वंदना के खौफनाक कत्ल की पूरी कहानी सामने आ गई।

अभिषेक को पुलिस ने बताया कि वंदना और उसके बीच लगातार विवाद रहता था और 27 नवंबर की रात किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा शुरु हुआ। ये झगड़ा इस कदर बढ़ा कि अभिषेक व उसके पिता गौरी शंकर ने डंडे से वंदना की पीट पीट कर हत्या कर दी।    

हत्या करने के बाद पिता पुत्र ने वंदना की लाश को एक दहेज वाले बक्से में रखा और पिकअप से अपने अस्पताल ले आए। दोनों ने वंदना की लाश रात भर अस्पताल में रखी और दूसरे दिन एंबुलेंस से दिल्ली की तरफ रवाना हो गए। दोनों एंबुलेंस में लाश लेकर करीब 321 किलोमीटर दूर गढ़मुक्तेश्वर पहुंचे।

यहां अभिषेक ने नदी किनारे घाट पर शव की 1300 रुपए की पर्ची कटवाई और फिर लाश को जला दिया। लाश को जलाने के बाद पिता पुत्र वापस लखीमपुर पहुंच गए। लाश ठिकाने लगाने के बाद दोनों आरोपियों ने पुलिस में वंदना की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी।

पुलिस ने अस्पताल के एंबुलेंस ड्राइवर के बयान लिए तो बात पुख्ता हो गई कि वंदना की लाश को पिता पुत्र ने जला दिया था। पुलिस ने डॉक्टर अभिषक और उसके पिता गौरी शंकर को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल लखीमपुर के शिवराज शुक्ला की बेटी वंदना की शादी 2014 में डॉक्टर अभिषेक से की थी।

वंदना भी पेशे से बीएएमएस डॉक्टर थीं। दोनों पति पत्नी ने गौरी नाम से अस्पताल भी खोल रखा था। कुछ दिनों पहले ही डॉक्टरक वंदना ने लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल में प्रैक्टिस शुरु कर दी थी। पुलिस के मुताबिक दोनों डॉक्टर दंपत्ति में अक्सर मारपीट हुआ करती थी।

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