Sex Strike In USA: आपने भूख हड़ताल सुनी होगी, आमरण अनशन सुना होगा, बसों की हड़ताल सुनी होगी, स्कूल, कॉलेज में हड़ताल सुनी होगी बैंकों में भी अक्सर हड़ताल होने की खबर आती ही रहती है। रेलवे की हड़ताल की वजह से भी चक्का जाम कर दिया जाता है...वगैराह वगैराह...लेकिन इस वक़्त दुनिया के सबसे ताक़तवर मुल्क के क़ानून बनाने वाले रहनुमाओं को झुकाने के लिए अमेरिका में इन दिनों अजीबो गरीब हड़ताल चल रही है जिसके बारे में इससे पहले न तो किसी ने सुना और न ही देखा।
Sex Strike: इस देश की महिलाओं ने अचानक सेक्स करने से किया मना, वजह हैरान कर देगी
Sex Strike in USA : सोशल मीडिया (Social Media) को हथियार बनाकर अमेरिकी महिलाओं (American Women) ने एक ऐसी हड़ताल (Strike) करने का ऐलान कर दिया जिसकी वजह से पूरे अमेरिका में हंगामा मचा हुआ है।
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27 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:21 PM)
ख़ैर हम अमेरिका में चल रही अजीबो ग़रीब हड़ताल के बारे में कुछ बताएं...उससे पहले आपको इस वक़्त ट्विटर और सोशल मीडिया में ट्रेंड हो रहे दो हैशटैग के बारे में बता देता हूं...कम से कम आपको एक अंदाज़ा तो हो ही जाएगा कि हम बात क्या करने वाले हैं।
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असल में सोशल मीडिया पर इस वक़्त अनूठा हैशटैग देखने को मिल रहा है #sexstrike और #abstinence इस वक़्त ज़बरदस्त तरीकें से ट्रेंड में है। दुनिया भर के लाखों करोड़ों लोग इस ट्रेंडी हैशटैग को बड़े ही चटकारे के साथ चटकारा ले रहे हैं।
इस हैशटैग को देखकर आप इसका मतलब और वजह दोनों ही निकाल सकते हैं।
Go on sex strike: असल में अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को ग़ैरक़ानूनी घोषित कर दिया। यानी अब अमेरिका में महिलाओं के पास गर्भपात कराने का विकल्प नहीं रह गया। यानी अब वो अपनी मर्जी से गर्भपात नहीं करवा सकती हैं। और सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अमेरिका के 26 राज्यों ने इस पर प्रतिबंध लगाने या यूं कहें की पाबंदी का क़ानून बनाने पर विचार कर रहे हैं।
बस इसी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अमेरिका की महिलाओं ने दुनिया की सबसे अनोखी हड़ताल करने का इरादा किया है। अमेरिकी महिलाएं सेक्स हड़ताल करने वाली हैं। यानी अमेरिका में महिलाओं ने गर्भपात को फिर से क़ानूनी मान्यता न मिलने तक वो किसी पुरुष के साथ संबंध नहीं बनाने का इरादा कर रही हैं। और अमेरिकी महिलाओं की इस अनूठी मांग ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा रखा है।
अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने जब गर्भपात के अधिकार को खत्म कर दिया तो महिलाओं ने बड़े ही अजीबो ग़रीब ढंग से इस फैसले के ख़िलाफ मुहिम छोड़ दी। और उस मुहिम ने आसमान सिर पर उठा लिया है। बात ही ऐसी है
असल में अमेरिकी महिलाओं ने अपनी इस हड़ताल के लिए सोशल मीडिया को ही अपना बैनर और पोस्टर बना लिया है। और यही उनका भोंपू भी बना हुआ है। लिहाजा सोशल मीडिया के ज़रिए उनकी बात कम वक़्त में बहुत ज़्यादा लोगों तक भी पहुँच रही है। अमेरिका महिलाओं ने पुरुषों के साथ तब तक संबंध न बनाने की बात की वकालत कर रही हैं जब तक कि गर्भपात का अधिकार उन्हें फिर से नहीं मिल जाता या यूं भी कहें कि इस मांग को संघीय क़ानून का दर्जा हासिल नहीं हो जाता।
Women On SEX Strike: अमेरिका महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर बेहद चौकन्नी रहती हैं। और उनकी दलील है कि अगर उनका उनके शरीर पर अधिकार है तो फिर इस पर किसी और का अधिकार तब तक नहीं हो सकता जब तक कि उनकी मर्जी न हो।
इस हैशटैग के बाद से दे दनादन लोग ट्वीट कर रहे हैं या इंस्टा पर अपने विचार खुलकर रख रहे हैं। एक यूजर ने ट्वीट करके अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ़ अपना मत ज़ाहिर किया। उस यूजर ने कहा कि वो ऐसे लोगों की तलाश भी कर रही हैं जो वाकई इस सेक्स स्ट्राइक का समर्थन करने के लिए आगे आ रहे हैं। उस महिला ने साफ साफ लिखा कि ये हमारी ताकत भी है। लिहाजा मेरी तो यही अपील है जब तक क़ानून न बने तब तक सेक्स न करें।
इसी स्ट्राइक का समर्थन करते हुए एक महिला ने लिखा कि गर्भपात महिलाओं का निजी और बहुत संजीदा अधिकार है। लिहाजा जब तक इसे क़ानूनी हक़ नहीं मिल जाता तब तक महिलाएं पुरुषों के साथ संबंध न बनाएं। एक महिला ने तो एक कदम आगे बढ़कर इस बारे में अपनी राय रखी। उसने कहा कि जब तक इस अधिकार को कानूनी मान्यता नहीं मिल जाता तब तक मैं अपने पति के साथ भी संबंध नहीं बना सकती। आखिर हम गर्भवती होने का ख़तरा क्यों उठाएं।
इसी बीच अमेरिका में मशहूर दुष्कर्म पीड़ित माया डिमरी ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया। इस फैसले को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि अगर ये दुनिया सोचती है कि वो हम पर जब चाहें तब ज़ुल्म कर सकते हैं तो अब हम ये नहीं होने देंगे...हमने पैर सिकोड़ लिए हैं।
एक यूजर ने तो यहां तक लिखा कि कुछ दिनों के भीतर ही पुरुष भी हमारी इस मुहिम का समर्थन करने आ जाएंगे क्योंकि सेक्स लाइफ की ज़रूरत महिलाओं से ज़्यादा पुरुषों को होती है।
वैसे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पूरे अमेरिका में जमकर विरोध हो रहा है। लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। हालात कई जगह बेकाबू भी होते नज़र आ रहे। कई जगह पुलिस को भीड़ तितर बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े।
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