दरअसल किसान भेरूलाल साहू ने 417 बोरी धनिया जिसकी कीमत लगभग 6 लाख थी ( 20 वर्ष पहले की कीमत ) उसे सरकारी वेयरहाउस में जमा कराया था। भेरूलाल ने 31 मार्च 1999 को अपनी फसल वेयरहाउस में स्टॉक कर दी थी ये सोचकर की भविष्य में धनिये की फसल बेचकर कुछ पैसा कमा सकेगा।
21 साल तक FIR कराने के लिए भटकता रहा किसान, 21 साल बाद दर्ज हुई FIR
21 साल दर्ज हुई cheating की fir, madhya pradesh के गुना में 21 साल से थाने और दफ्तरों के चक्कर काट रहा था किसान visit crime tak for hindi crime news
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07 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:08 PM)
अगले साल 10 मई 2000 को जब किसान भेरूलाल साहू वेयरहाउस प्रबंधक के पास जमा फसल का किराया अदा करने पहुंचा तो उसको बताया गया कि उसकी धनिए की 417 बोरी वेयरहाउस में मौजूद ही नहीं है।
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वेयरहाउस प्रबंधक विजय कुमार अग्रवाल की बात सुनकर किसान के होश उड़ गए। पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद पीड़ित किसान को पता चला की वेयरहाउस प्रबंधक विजय कुमार अग्रवाल ने किसान के फर्जी साइन कर धनिया चोरी कर बाजार में बेच दिया है।
अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत लेकर किसान ने जब थाने में शिकायत की तो वेयरहाउस के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बड़ी चालाकी से शिकायत की जांच खुद करना शुरु कर दिया। वो किसान को दिलासा देता रहा कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जांच के नाम पर पीड़ित किसान भेरूलाल साहू को 18 साल तक ऑफिस के चक्कर कटवाए। किसान ने खुद के साथ हुई धोखाधड़ी के लिए कई जगह फरियाद लगाई लेकिन मामले को दबाने की कोशिश की गई। बताया जा रहा है इस फर्जीवाड़े में कई सरकारी कर्मचारी भी शामिल थे जिन्होंने धोखाधड़ी में वेयरहाउस प्रबंधक विजय कुमार अग्रवाल का साथ दिया था।
बहरहाल इस मामले में अब 21 साल बाद किसान भेरूलाल को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। किसान की फरियाद को सुनते हुए जिले के पुलिस कप्तान राजीव कुमार मिश्रा ने रिटायर हो चुके वेयरहाउस प्रबंधक विजय कुमार अग्रवाल के खिलाफ धारा 420 के तहत FIR दर्ज करवाई है। चाचौड़ा थाने में आरोपी विजय कुमार अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फरियादी किसान ने बीनागंज वेयरहाउस में 417 बोरी धनिया रखा था ,जिसे तत्कालीन प्रबंधक विजय कुमार अग्रवाल ने गबन कर लिया था। इस मामले में आरोपी के खिलाफ चाचौड़ा थाने में FIR दर्ज की गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
भेरुलाल को उम्मीद है कि इस बार उसे इंसाफ मिल पाएगा जिसकी लड़ाई वो पिछले 21 साल से सिस्टम के खिलाफ लड़ रहा है।
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