RAPIST है पद्म पुरस्कार विजेता? गोद ली हुई बच्ची के साथ RAPE का आरोप!

असम में गोद ली हुई बच्ची के साथ रेप के आरोप में पद्म पुरस्कार (Padma Awards) विजेता पर FIR दर्ज, मामले की जांच में जुटी पुलिस, Do read crime news in Hindi, rape case news, and more on Crime Tak.

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05 Jan 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:11 PM)

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Padma award winner Accused of Rape : असम (ASSAM) में एक पद्म पुरस्कार विजेता पर अपनी ही गोद ली हुई बच्‍ची के साथ रेप करने का आरोप लगाया गया है, असम पुलिस ने इसके अगले दिन ही उस पर प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल अफेंसेस एक्ट यानी पोक्‍सो के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।

इसमें पीड़िता की तरफ से बयान दर्ज किया गया है कि उसके पिता ने उसका एक साल तक यौन उत्‍पीड़न किया, एफआईआर होने के बाद आरोपी ने गुवाहाटी हाई कोर्ट का रुख किया। हालांकि इस मामले में हैरानी वाली बात ये रही है कि 28 दिसंबर को उसे अंतरिम जमानत भी मिल गई थी।

Crime News in Hindi : कोर्ट के मुताबिक अपराध गंभीर है और पीड़िता के आरोप को ध्यान में रखते हुए एफआईआर दर्ज की गई थी, क्‍योंकि उसकी प्रतिष्ठा को अपमानित करने और बदनाम करने की कोशिश की गई।

इसके अलावा जिले की बाल कल्याण समिति के खिलाफ एक जवाबी याचिका भी दर्ज की गई थी। एफआईआर (FIR) में पीड़िता के किसी खास बयान का ज़िक्र नहीं है, इस पर कोर्ट ने कहा कि न्याय के हित में एक अंतरिम आदेश पारित किया जाएगा।

इसमें याचिकाकर्ता को 7 दिनों के अंदर पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी उनके सामने पेश हुआ और उसका बयान दर्ज कर लिया गया है, पीड़िता फिलहाल बाल गृह में विशेष पुलिस सुरक्षा की निगरानी में है। इससे ज़्यादा वो इस मामले में टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन इस मामले की जांच जारी है।

Rape Crime News : आपको बता दें कि बच्चों के प्रति यौन उत्पीड़न और यौन शोषण और पोर्नोग्राफी जैसे जघन्य अपराधों को रोकने के लिए, महिला और बाल विकास मंत्रालय ने पोक्सो एक्ट-2012 बनाया था।

साल 2012 में बनाए गए इस कानून के तहत अलग-अलग अपराध के लिए अलग-अलग सजा तय की गई है, देश में बच्चियों के साथ बढती दरिंदगी को रोकने के लिए ‘Pocso Act 2012’ में बदलाव किया गया है, जिसके तहत अब 12 साल तक की बच्ची से रेप के दोषियों को मौत की सजा मिलेगी।

इस एक्ट के तहत नाबालिग बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध और छेड़छाड़ के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाती है।

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