Murder Mystery: गर्लफ्रेंड के झगड़े में जिगरी दोस्त बना कातिल, 'दृश्यम' फिल्म जैसा कांड

Murder Mystery: उनके बीच अच्छी दोस्ती थी दोनों बेस्ट फ्रेंड थे. पर एक लड़की दोस्ती के बीच दीवार बन गई.

Crime Tak

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21 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 25 2024 10:09 AM)

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Murder Mystery: उनके बीच अच्छी दोस्ती थी दोनों बेस्ट फ्रेंड थे. पर एक लड़की दोस्ती के बीच दीवार बन गई. इन दोनों को ही उस लड़की से प्यार हो गया था. फिर प्यार ने इंसान को हैवान बना दिया. अपने प्यार को पाने के लिए आरोपी शख्स ने एक ऐसी साजिश रची कि आप सुनकर हैरान रह जाएंगे. एक सरकारी सर्वे अधिकारी की हत्या की कहानी और इस हत्या के पीछे की साजिश आपको हिलाकर रख देगी. हत्या के बाद आरोपी ने खुद को बचाने के लिए जो कदम उठाया उसे देखकर पुलिस भी दंग रह गई. लेकिन कहते हैं कि आरोपी कितना भी शातिर क्यों न हो, कोई न कोई सुराग जरूर छोड़ जाता है. आइए जानते हैं प्यार, साजिश और हत्या की ये पूरी कहानी..

एक लड़की का अफेयर और दोस्त की हत्या

28 अगस्त 2023 को एक हत्या को अंजाम दिया गया था. हत्यारे का नाम अनीश है. मृतक का नाम महेश था, महेश एक सरकारी कर्मचारी था. हत्यारे अनीश ने महेश की हत्या के लिए बेहद शातिराना चाल चली. पुलिस से बचने के लिए उसने ऐसा जाल बुना कि पुलिस भी चक्कर खा गई थी. पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, अनीश और महेश दोनों को एक ही लड़की से प्यार हो गया था. लेकिन अनीश को ये मंजूर नहीं था. इसके बाद वह महेश को मारने का प्लान बनाने लगा..

अनीश ने ऐसे बुना था जाल

28 अगस्त 2023 को हत्या के बाद अनीश ने महेश का फोन नोएडा भेज दिया ताकि उसका पता न चल सके. उसने महेश के व्हाट्सएप अकाउंट तक यूज़ किया और सैड स्टोरी लगा दी लोन को लेकर. अनीश ने अपना फोन हरियाणा के गोहाना में अपने घर पर छोड़ दिया और एक दोस्त से फोन पर उससे बात करने के लिए कहा, ताकि वह वहां होने का नाटक कर सके.

40 से पूछताछ की और फिर से अनीश को पकड़ लिया

पुलिस ने चार्जशीट में अनीश को मुख्य आरोपी बनाया है. पुलिस ने अनीश को पकड़ने के लिए 40 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की. चार्जशीट में हत्या और सबूत छिपाने का आरोप लगाया गया है. चार्जशीट के मुताबिक हत्या की प्लानिंग एक महीने पहले ही बनाई गई थी, जिसे अनीश ने महेश से गर्लफ्रेंड का बदला लेने के इरादे से अंजाम दिया था. जांच में पता चला कि अनीश ने महेश को बताया था कि उसे 'सेटिंग' के जरिए सरकारी नौकरी मिली है और इस तरह वह 3 लाख रुपये में लोगों को एमटीएस की नौकरी दिला सकता है. महेश ने उसे 9 लाख रुपये दिए, जिसमें से उसने 4 लाख रुपये खर्च कर दिए.  समय कटता रहा. इसी बीच अनीस की ऑफिस में ही एक गर्लफ्रेंड बन गई.

महेश की भी अनीस की गर्लफ्रेंड पर गंदी नजर थी. वह उससे नजदीकियां बढ़ाना चाहता था. लेकिन अनीस को जब यह बात पता चली तो उसने इसका विरोध किया. इसी बात को लेकर महेश और अनीस में बहस हो गई. महेश ने अनीस को बहुत कुछ उल्टा-सीधा बोल दियाय. इससे अनीस के मन में महेश के लिए नफरत पैदा हो गई. आहत होकर उसने महेश के मर्डर करने का प्लान बना लिया.

फिल्म दृश्यम जैसी कहानी

हत्या से पहले अनीश तीन दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव गोहाना चला गया था. वहां वह अपने दो दोस्तों से मिला और उन्हें बताया कि वह मेडिकल लिव पर है लेकिन उसे हरियाणा में किसी से पैसे लेने हैं. उसने अपना फोन घर पर छोड़ने का प्लान बनाया और एक दोस्त से अपने फोन नंबर से दूसरे दोस्त को कॉल करने के लिए कहा. अनीश ने महेश को भी फोन किया और कहा कि वह उससे आरके पुरम के एक फ्लैट में बात करने के लिए मिलना चाहता है, जहां वह उसे 9 लाख रुपये की नौकरी के बारे में बताएगा. इसके बाद उन्होंने साउथ दिल्ली की एक दुकान से पांच बड़े पॉलिथीन बैग खरीदे.

अनीश 

रिंच से हत्या कर दी

इसके बाद अनीश अपने दोस्त की मोटरसाइकिल लेकर आरके पुरम के फ्लैट पर पहुंचा. बात करते-करते उसने महेश से लैपटॉप खोलने को कहा. जब महेश स्क्रीन पर ध्यान दे रहा था.. तभी अनीश ने उस पर रिंच से हमला कर दिया. महेश बेहोश हो गया और बहुत खून बहने लगा. अनीश ने उसको तुरंत पॉलिथीन में लपेट दिया, लेकिन उसे जिंदा देखकर वह प्लास्टिक में लिपटे महेश पर रिंच से वार करता रहा. अनीश ने पुलिस को बताया कि उसने नोएडा में पढ़ रहे अपने भाई को फोन किया था और उससे फोन वाला पार्सल लेने को कहा था. उसने अपने भाई को फरीदाबाद के पास फोन चालू करने और फिर बंद करने की हिदायत दी थी. हालाँकि, उनके भाई ने काम के कारण मना कर दिया और अनीश को एक दोस्त का नंबर दिया जो यह कर सकता था.

फ्लैट के पीछे जमीन में दफ्न थी लाश

यहीं अनीश की प्लानिंग गड़बड़ा गई

फिर अनीश ने एक कूरियर बॉय के जरिए महेश के दोनों फोन नोएडा भेज दिए. उसने अपने भाई से उन्हें फेंकने के लिए कहा. भाई ने फोन फेंक दिया लेकिन किसी भले इंसान की फोन पर नजर चली गई. उस आदनी ने फोन उठाया और चालू किया और महेश के परिवार से बात की. फोन मिलने के बाद भी महेश के परिजन अनीश से उसका पता पूछते रहे, लेकिन अनीश ने झूठ बोल दिया कि वह किसी से मिलने गया था और उसे कुछ पता नहीं है. वह दिखावा करने के लिए उसने महेश को ढूंढने में मदद करने की पेशकश भी की.

अनीस के कहने पर इसी पलंबर राहुल ने फ्लैट के पीछे चबूतरा बनाया था 

शव को आंगन में दफना दिया गया

अनीश ने दूसरे फोन से महेश का व्हाट्सएप इस्तेमाल किया और फर्जी स्टेटस पोस्ट कर दिया. उसने दिखाया कि महेश किसी दूसरे राज्य में है. फिर उसने शव को आरके पुरम के आंगन में दफना दिया और एक मजदूर से वहां चबूतरा बनवा दिया. जिस फ्लैट में अनीश ने शव को दफनाया था, वह उसके एक अन्य दोस्त का था. अनीश ने फ्लैट देखने के बहाने उस दोस्त से चाबी ले ली. चाबी लौटाने से पहले उसने डुप्लीकेट चाबी बना ली थी. उसने शव को ले जाने के लिए अपनी मां की कार का इस्तेमाल किया और पीड़िता का सामान दिल्ली-एनसीआर में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया.

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