Mumbai Fake CBI Officer Case: मंबई (Mumbai) के गोरेगांव (Goregoan) इलाके में शुक्रवार को पुलिस ने चार लोगों को अरेस्ट किया है जो की नकली CBI अधिकारी (CBI Officer) बनकर एक व्यापारी के पास पहुंचे थे. गिरफ्तार आरोपियों पुलिस को दिए बयान के मुताबिक व्यापारी को ये नकली CBI अधिकारी डरा धमका कर पैसे ऐंठ रहे थे, लेकिन व्यापारी को उन पर शक हुआ और उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
फर्जी CBI अफसर बनकर कारोबारी से लूटे 5 लाख रुपए, स्कॉर्पियो कार ने ऐसे पोल खोल दी
Mumbai Fake CBI Officer Case: मंबई (Mumbai) के गोरेगांव (Goregoan) इलाके में शुक्रवार को पुलिस ने चार लोगों को अरेस्ट किया है जो की नकली CBI अधिकारी (CBI Officer) बनकर एक व्यापारी के पास पहुंचे थे
ADVERTISEMENT
04 Oct 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:27 PM)
ADVERTISEMENT
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जीवन अहीर, गिरीश वलेचा, राहुल शंकर गायकवाड़ और किशोर चाईबल के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता का गोरेगांव पश्रिम के उन्नत नगर में एक ऑफीस है. वहीं व्यापारी के अपने कारोबार के लिए करीब 1.6 करोड़ रूपये के कर्ज की जरूरत थी. उनके एक परिचित ने उन्हें कौस्तुभ नाम के व्यक्ति के बारे में बताया जो उन्हें कर्ज दिला सकता था.
क्या है पूरा मामला?
व्यापारी की मुलाकात कौस्तुभ से हुई, कौस्तुभ ने कर्ज दिलाने के लिए एक शर्त रखी की. व्यापारी को 5 लाख कमीशन के तौर पर देना होगा और उनको कर्ज किश्तों में दिया जाएगा. व्यापारी ने कौस्तुभ के साथ आए एक व्यक्ति को 5 लाख रूपये कमीशन के दिए. उस व्यक्ति ने ऐसा दावा किया कि उसका नाम विपुल था और वह एक CBI अधिकारी है. विपुल ने कैश का बैग लिया और अपने कुछ अन्य साथियों को बुलाया. काली स्कॉर्पियो में चार और लोग आए और उनमें से दो ने यह भा कहा कि वे भी सीबीआई के अधिकारी हैं.
स्कॉर्पियो कार ने ऐसे पोल खोल दी
इन सभी लोगों ने व्यापारी पर सवालों की बौछार शुरू कर दी. एक आरोपी ने शिकायतकर्ता से कहा कि अगर उसने उन्हें 5 लाख रुपये दिए, तो वह ये मामले को खत्म कर सकते हैं. घबराकर शिकायतकर्ता ने कैश से भरा बैगउसे सौंप दिया और वहां से चला गया. लेकिन स्कॉर्पियो को देखकर उन्हें लगा कि यह कोई प्राइवेट नंबर है. उसने तुरंत अपने कर्मचारियों को सतर्क किया और उन्होंने दो लोगों को पकड़ लिया, जबकि अन्य भाग गए.
बाद में पुलिस ने उनमें से दो को पकड़ लिया. पुलिस ने बताया कि आरोपी एक ऐसे गिरोह का था जो लोगों को कर्ज देने के बहाने लूटता है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमें संदेह है कि इसमें कई लोग शामिल हैं." आरोपियों को छह अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
ADVERTISEMENT