बिहार के हाजीपुर में जेल प्रशासन की अमानवीय और शर्मनाक करतूत सामने आई है. जेल में कैदी की मौत हुई तो जेल प्रशासन ने मरे हुए कैदी को हथकड़ियों में बांधकर अस्पताल पहुंचा दिया. अब खुद की नाकामी छिपाने के लिए प्रशासनिक अमला मामले की लीपापोती में जुटा है, जबकि अमानवीय करतूत से भड़के लोगों ने अस्पताल में हंगामा किया.
बिहार पुलिस ने किया गजब का कारनामा: इस वजह से मुर्दे को लगा दी हथकड़ी फिर ऐसे हुआ बवाल
बिहार पुलिस ने किया गजब का कारनामा: इस वजह से मुर्दे को लगा दी हथकड़ी फिर ऐसे हुआ बवाल BIHAR CRIME NEWS CRIME NEWS IN HINDI
ADVERTISEMENT
21 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)
ADVERTISEMENT
पूरा मामला हाजीपुर जेल में एक कैदी की मौत का है. दोपहर करीब 3 बजे हाजीपुर जेल प्रशासन एक कैदी को लेकर अस्पताल पहुंचा था. बताया गया कि लालगंज थाने में एक आपराधिक मामले में जेल में बंद कैदी बीमार था, जिसकी मौत हो गई थी. लालगंज के राजकिशोर नाम का बुजुर्ग 4 दिन पहले जेल पहुंचा था और अचानक उसकी मौत की खबर मिली.
जेल में कैदी की मौत हो चुकी थी, लेकिन अपनी नाकामी और लापरवाही छिपाने के लिए जेल प्रशासन मुर्दा कैदी को बीमार बताकर अस्पताल लेकर पहुंचा था. जिले के अधिकारियों को भी जेल प्रशासन ने खबर दी कि कैदी बीमार है. परिजनों को भी कैदी की मौत की खबर देने की बजाय जेल प्रशासन ने खुद को बचाने के लिए चिट्ठी लिख कर खबर दी.
जेल प्रशासन ने परिजनों से कहा कि बीमार कैदी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. परिजन भागे-भागे अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल में कैदी का शव मिला. परिजनों को बताया गया कि कैदी बीमार था और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है, लेकिन अस्पताल ने जेल प्रशासन की पोल खोल दी.
CRIME TAK की ख़बरों से अपडेट रहने के लिए CLICK करें
परिजनों ने जब अस्पताल प्रशासन से सवाल जबाब किया तो अस्पताल प्रशासन ने जेल प्रशासन की कलई और काली करतूत से पर्दा हटा दिया. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने बताया कि जेल से अस्पताल पहुंचा कैदी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मर चुका था और अस्पताल में उसका कोई इलाज नहीं हुआ.
जेल में हुई कैदी की मौत मामले में प्रशासनिक तंत्र ने केवल लापरवाही ही नहीं की, बल्कि जो तस्वीर दिखी वो बेहद अमानवीय थी. मुर्दा कैदी को ज़िंदा बताने के लिए जेल अधिकारियों ने शव को हथकड़ियों में जकड़ दिया, फिर अस्पताल भेजा. मुर्दे को बीमार बता इलाज का ड्रामा करते दिखे.
जेल प्रशासन की इस हरकत पर परिजन भड़क गए और हंगामा करने लगे. जेल महकमे की इस अमानवीय और शर्मनाक करतूत मामले में हंगामे और बवाल के बाद मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दे दिया गया है. देर रात न्यायिक टीम पूरे मामले की जांच करने अस्पताल पहुंची और मौत के इस मामले की पड़ताल करती दिखी.
हाजीपुर जेल में कैदियों की मौत का ये पहला मामला नहीं है. महज 7 दिन पहले भी हाजीपुर जेल में एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. जेल में मौतों के ज्यादातर मामलो की तरह ही 13 फरवरी को हाजीपुर जेल में हुई मौत मामले में भी जेल प्रशासन ने खुद को पाक साफ़ बता दिया था.
ADVERTISEMENT