9 लड़कियों के साथ दरिंदगी, 8 की हत्या, दिल दहला देगी इस सीरियल किलर की खौफनाक कहानी

Psychopath : वो एक दरिंदा है. वो एक हैवान है. वो एक कातिल है. उसे आप सीरियल किलर भी कह सकते हैं और कातिल दरिंदा भी.

Crime Tak

Crime Tak

22 Feb 2024 (अपडेटेड: Mar 27 2024 2:25 PM)

follow google news

Psychopath : वो एक दरिंदा है. वो एक हैवान है. वो एक कातिल है. उसे आप सीरियल किलर भी कह सकते हैं और कातिल दरिंदा भी. वो मासूम लड़कियों को अपना शिकार बनाता था. वो उनका यौन शोषण करता था और फिर उन्हें मौत की नींद सुला देता था. उसके दिल में रहम नाम की कोई चीज़ नहीं है. उसे मासूमों की चीख पुकार से कोई फर्क नहीं पड़ता. वो बस अपना शिकार करता था. ये कहानी है गुरुग्राम के रेपिस्ट सुनील की...

कहते हैं अपराधी चाहे जितना भी शातिर हो, एक ना एक दिन कानून की गिरफ्त में आ ही जाता है. 30 साल का सीरियल किलर सुनील भी इसी तरह कानून के शिकंजे में आया था. तभी से वो जेल में बंद था. हाल ही में अदालत ने उसे दोषी ठहराया है. 9 मासूम लड़कियों की दुष्कर्म के बाद हत्या करने के दोषी सुनील को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई.

शहर-शहर 9 से दरिंदगी

11 नवंबर 2018 का वो खौफनाक दिन, जब इस दरिंदे ने एक मासूम लड़कियों के साथ बेरहमी से दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी. गुरुग्राम सेक्टर-65 थाना क्षेत्र की झुग्गियों में रहने वाला यह वहशी सुनील पास में खेल रही तीन लड़कियों के पास गया और उन्हें 10 रुपये का नोट दिखाकर अपने साथ दुकान पर चलने को कहा. दो लड़की तो नहीं गईं लेकिन साढ़े तीन साल की एक लड़की चली गई. जिसके बाद सुनील ने लड़की को सेक्टर-66 इलाके में ले जाकर दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी. सुनील भी अपनी झुग्गी से फरार हो गया था. 

बच्ची की तलाश चल रही थी. इसी बीच अगले दिन एक मंदिर के सामने बच्ची का शव विकृत हालत में मिला. शव पर कटे के निशान थे. उसके चेहरे एक पॉलीथिन लपेटा हुआ था. सिर को पत्थरों से वार कर बुरी तरह कुचला गया था. लड़की के प्राइवेट पार्ट में ईंटों के टुकड़े व लकड़ियां ठूंसी गई थीं. शव को देखने से ही स्पष्ट था कि बच्ची के साथ बर्बरता की गई है.

बलात्कारी सुनील | Read Full story of serial rapist Sunil Kumar

12 नवंबर 2018 को बच्ची का शव सेक्टर-66 इलाके में पड़ा मिला था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि आरोपी ने मासूम लड़की के साथ हैवानियत की थी. उसने लड़की की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. उसके सिर पर भी ईंट-पत्थर से वार किया गया. मामले में सुनील पर पुलिस की ओर से 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए 19 नवंबर 2018 को आरोपी सुनील को गिरफ्तार कर लिया. 

9 बमासूम लड़कियों  हैवानियत का शिकार हुईं | Serial Killer Sunil Kumar

20 नवंबर 2018 को उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया. पकड़े जाने के बाद उसने पूछताछ में जो खुलासा किया, उसने पुलिस को भी हैरान कर दिया. जानकारों ने उसकी दरिंदगी की दास्तान सुनकर उसे न केवल एक पीडोफाइल, बल्कि एक नेक्रोफाइल भी करार दिया. पूछताछ में पता चला कि सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि उसने इसी तरह 9 लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया और उनकी हत्या भी की थी. आरोपियों ने दुष्कर्म के बाद सिर्फ एक लड़की को जिंदा छोड़ा था. 

यही हाल सिकंदरपुर के पास का था. यह घटना 15 जून 2013 को सिकंदरपुर के पास घटी थी. डीएलएफ इलाके में आयोजित भंडारे में गई 5 साल की बच्ची से दुष्कर्म किया गया. बच्ची लहूलुहान हालत में सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास मेट्रो पिलर नंबर 47-48 के बीच मिली थी. बेहद गंभीर हालत में उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था. लड़की के साथ बेरहमी से दुष्कर्म किया गया.

लड़की के प्राइवेट पार्ट्स की 13 बार सर्जरी की गई

गुरुग्राम पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी, लेकिन मामले में कोई सुराग नहीं मिला, जिस पर 2014 में कोर्ट में ट्रेस रिपोर्ट दाखिल की गई. फरवरी 2018 में फोर्टिस में बच्ची के प्राइवेट पार्ट की 13वीं बार सर्जरी हुई. 15 दिसंबर 2018 को आरोपी सुनील के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया गया. कोर्ट में सीसीटीवी फुटेज के अलावा अन्य मेडिकल और फॉरेंसिक सबूत पेश किए गए. पुख्ता सबूतों और गवाहों के आधार पर कोर्ट ने बुधवार को दोषी सुनील को फांसी की सजा सुनाई.

रोंगटे खड़े कर देने वाली अपराध कुंडली

Read serial rapist Sunil Kumar Story: पुलिस को सुनील पर दिल्ली, गुरुग्राम, ग्वालियर और झाँसी में 8 मासूम लड़कियों के साथ जघन्य अपराध करने का शक था. पहली पीड़िता चार साल की बच्ची थी, जिसे 2016 में गुरुग्राम के एक मंदिर से अपहरण किया था. उसका शव उसी साल 27 नवंबर को सोहना रोड पर ओमेक्स मॉल के पीछे झाड़ियों में मिला था. दो महीने बाद सुनील ने फिर से गुरुग्राम में 5 साल की लड़की को अपना शिकार बनाया. जिसका क्षत-विक्षत शव उसके लापता होने के 20 दिन बाद मिला था. हालिया घटना की तरह, दोनों पीड़ितों को सिर और पैर में चोटें आईं. 

पुलिस का कहना था कि रविंदर कुमार नशे का आदि हो गया था. वो ड्रग्स लिया करता था. इसके बाद वो खुद पर काबू नहीं रख पाता था. जैसे ही गिन ढलता था, वो अपनी हवस मिटाने के लिए बच्चों को तलाशने लगता था. कभी-कभी वो लोकल बसों में अपने शिकार की तलाश करता था. क्योंकि बाहरी राज्यों से आने वाले कई लोग बच्चों के साथ बसों में सवार होते थे. 

    follow google newsfollow whatsapp