महाराजगंज से संवाददाता अमितेश त्रिपाठी की रिपोर्ट
मुर्गे की मौत पर ‘मर्डर’ केस? मचा बवाल विधायक पुत्र की शिकायत से मुसीबत में फंसी पुलिस
Ex-MLA's son files 'murder' complaint over chicken's death in Maharajganj
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13 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:05 PM)
हालांकि ऐसी वारदात के बारे में आपने शायद ही सुना होगा जहां पर एक मुर्गे की मौत की जांच की मांग की जा रही है। बकायदा पुलिस में मुर्गे के कत्ल की तहरीर दी गई है। पुलिस ने शिकायत तो ले ली है लेकिन अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं करी क्योंकि खुद पुलिस को समझ नहीं आ रहा है की जांच की शुरुआत कहां से की जाए।
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दरअसल ये मामला उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के पिपरा कल्याण गांव के रहने वाले पूर्व विधायक के बेटे के पाले हुए मुर्गे की मौत का है। महाराजगंज के पूर्व विधायक दुखी प्रसाद के बेटे राजकुमार भारती ने अज्ञात लोगों के खिलाफ सिंदुरिया थाने में मुर्गे के कत्ल की एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। तहरीर में राजकुमार ने लिखा है कि वो पक्षी प्रेमी हैं।
उनके घर में उन्होंने कई पक्षी पाल रखे हैं जिनमें तोता और कबूतर के साथ ही चार मुर्गी और एक मुर्गा पाल रखा है। शिकायत में लिखा गया है कि राजकुमार का परिवार किसी काम से महाराजगंज शहर गया हुआ था जबकि उनका बेटा विकास स्कूल गया था। विकास जब स्कूल से लौटा तो देखा कि मुर्गा तड़प रहा था। राजकुमार को शक है कि मुर्गे को किसी ने ज़हर दिया था जिसकी वजह से उसकी मौत हुई।
अब मामला पुलिस के पाले में है और उसे इसकी जांच भी करनी है। सबसे पहले तो मुर्गे की मौत किस वजह से हुई है उसे पता करने के लिए मुर्गे का इंसान की तरह से पोस्टमॉर्टम करना पड़ेगा।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चलेगा कि आखिर मुर्गे की मौत जहर देने की वजह से हुई है या फिर मुर्गा किसी बीमारी की वजह से मरा है। पुलिस ने विधायक के बेटे की तहरीर ले ली है। हालांकि मुर्गे की मौत के इस मामले से खुद पुलिस हैरान-परेशान है। यही वजह है कि पुलिस ने अब तक पर्चा दर्ज नहीं किया है।
इस मामले में अब पुलिस वेटरनरी डॉक्टर से सलाह ले रही है जिसके बाद ही मुर्गे की मौत की गुत्थी सुलझ पाएगी। फिलहाल तो इस अजीबोगरीब मामले से पुलिस अपना पिंड छुड़ाने की कोशिश में लगी हुई है।
तेलांगना में पुलिस ने किया था मुर्गे को गिरफ़्तार
कुछ महीने पहले तेलांगना में मुर्गे की लड़ाई के दौरान मुर्गे ने अपने मालिक को मौत के घाट उतार दिया था। दरअसल तेलांगना में मुर्गों की लड़ाई का काफी प्रचलन है। मुर्गों की लड़ाई कराई जाती है और उस पर काफी सट्टा भी लगता है।
खासतौर पर लड़ाई के लिए ट्रेन किए गए इन मुर्गे के पांव में एक चाकूनुमा धारदार हथियार बांधा जाता है जिससे मुर्गा सामने वाले मुर्गे को चोट पहुंचाता है।
ऐसी ही एक लड़ाई के लिए ले जाने के दौरान मुर्गे का मालिक उसे अपनी गोद में उठा रहा था तो मुर्गे ने गुस्से में वो धारदार हथियार अपने मालिक की गर्दन में मार दिया था जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
इस मामले में बाकी लोग तो भाग खड़े हुए लेकिन मुर्गा वहीं रह गया जिसे पुलिस ने लॉकअप में बंद कर दिया था।
यहां पर भी पुलिस पशोपेश में थी कि मुर्गे के खिलाफ कत्ल का मुकदमा कैसे चलाया जाए। हालांकि जो एफआईआर दर्ज की गई थी उसमें मुर्गे को आरोपी बनाया था। एफआईआर में पूरी वारदात के बारे में भी लिखा गया था।
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