गर्ल्स हॉस्टल में शर्मनाक घटना : पीरियड से बाथरूम हुआ गंदा तो सभी लड़कियों के कपड़े उतार की चेकिंग, जांच शुरू

स्कूल के हॉस्टल की एक बच्ची ने आरोप लगाया की बाथरूम गंदा होने की वजह से स्कूल प्रशसन ने छात्राओं के कपड़े उतरवा कर जांच की, स्टूडेंट को मासिक धर्म आने से गन्दा हुआ था बाथरूम, Read more on Crime Tak.

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29 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:06 PM)

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Embarrassing incident in Meerut Girls Hostel: उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. ये मामला मेरठ के एक गर्ल्स हॉस्टल का है. हॉस्टल का एक बाथरूम गंदा होने पर सभी लड़कियों के कपड़े उतारकर चेकिंग की गई.

जिसके बाद लड़कियों ने अपने परिजनों को इस घटना के बारे में बताया. पूरी घटना जानकर लड़कियों के परिवारवालों के भी होश उड़ गए. परिवार के लोगों ने तुरंत एसएसपी से शिकायत की. एसएसपी ने मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए हैं.

ये है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक किठौर क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले व्यक्ति ने 6 सितंबर को स्कूल में अपनी बेटी का एडमिशन कराया था. यहां उनकी बेटी एक प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल में रहने लगी. इसी स्कूल में 12 सितंबर को उन्होंने अपनी भांजी का भी दाखिला कराया था. परिवार का कहना है कि 19 सितंबर को उनकी भांजी ने कॉल किया था. उसन बताया कि वो मानसिक रूप से काफी परेशान है और बीमार है.


ये सुनने के बाद लोग स्कूल पहुंचे और भांजी को लेकर एक डॉक्टर के पास पहुंचे. वहां छात्रा ने बात करते हुए पूरी घटना की जानकारी दी. दरअसल, उसने बताया कि किसी छात्रा को मासिक धर्म (पीरियड्स Period) था. जब वो बाथरूम में गई थी तो पानी खत्म हो गया था. इसी वजह से बाथरूम में उसने पानी डालकर क्लीन नहीं कर पाई थी.

इसके बाद बाथरूम के गंदा होने का पता चला तब हॉस्टल मैनेजमेंट ने इसकी जांच शुरू की. मैनेजमेंट की तरफ से छात्राओं के कपड़े उतारकर ये जांच की गई किस लड़की को पीरियड था. इसे देखकर वो मानसिक रूप से काफी परेशान हो गई. उसने विरोध किया तो उसे खूब फटकार भी लगाई गई.

एसएसपी ने जांच के दिए आदेश

मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मीडिया को बयान दिया है कि इस तरह की शिकायत उन्हें पहली बार मिली है. लिहाजा, मामले की गंभीरता को देखते हुए एक महिला पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में जांच के निर्देश दिए हैं. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

विरोध करने पर परिवार से अभद्रता

पीड़िता के परिवारवालों ने बताया कि इस घटना के बाद वो अपनी बेटी को स्कूल से निकालने के लिए पहुंचे थे. आरोप ये भी है की फ़ोन पर बात करने के वक्त प्रबंधक ने परिवार के लोगों के साथ अभद्रता की. पुलिस को इस बात की जानकारी देने के तुरंत बाद घर वाले पुलिस की मदद से बच्ची को स्कूल के लेकर आए. परिवार ने बताया की जिस वक्त वह बच्ची को लेने पहुंचे थे उस वक्त और लोग भी इसी विवाद के कारण अपने बच्चों को लेने आए हुए थे.

स्कूल का बयान

वहीं, विद्यालय की प्रिंसिपल का कहना है कि सभी आरोप झूठे हैं। जिस बच्ची के द्वारा आरोप लगाए गए हैं, उसे पुलिस की मौजूदगी में बयान कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है. स्कूल प्रशासन का कहना है की विरोधियों के साथ मिलकर स्कूल की इमेज को ख़राब करने के लिए इस तरह के घिनौने आरोप लगाए जा रहे हैं.

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