कंपाला, 16 नवंबर (एपी) युगांडा की राजधानी कंपाला में मंगलवार सुबह हुए दो धमाकेदार विस्फोट में कम से कम तीन नागरिक मारे गये। पुलिस ने इन विस्फोटों को अतिवादियों द्वारा समन्वित हमला करार दिया है।
युगांडा की राजधानी कम्पाला में ‘Double Blast’, 3 की मौत, दर्जनों घायल
युगांडा की राजधानी कम्पाला में ‘Double Blast’, 3 की मौत, दर्जनों घायल
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16 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:09 PM)
पुलिस ने कहा कि विस्फोटों में तीन आत्मघाती हमलावर भी मारे गए हैं। विस्फोट से कंपाला में अफरातफरी मच गई, क्योंकि डरे हुए निवासी शहर से भाग गए हैं।
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पुलिस प्रवक्ता फ्रेड एनंगा ने कहा, ‘‘बम की धमकी, खासकर आत्मघाती हमलावरों की ओर से अब भी जारी है।’’ उन्होंने विस्फोट के लिए इस्लामी अतिवादी संगठन ‘एलाइड डेमोक्रैटिक फोर्सेज’ को जिम्मेदार ठहराया है।
दोनों विस्फोट एक दूसरे के तीन मिनट के अंतराल पर हुए। दोनों को विस्फोटक ले जा रहे हमलावरों ने अंजाम दिया। एनंगा ने कहा कि तीसरे लक्ष्य पर एक संभावित हमले को पुलिस ने नाकाम कर दिया, जिसने एक संदिग्ध आत्मघाती हमलावर का पीछा किया और उसे निष्क्रिय कर दिया।
पुलिस एवं प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इनमें से एक विस्फोट एक थाने के पास हुआ तथा दूसरा धमाका संसद भवन के पास सड़क किनारे हुआ। संसद के पास हुआ विस्फोट संभवत: उस इमारत को निशाना बनाकर किया गया था, जिसमें एक बीमा कंपनी का कार्यालय है। सड़कों पर शवों के चिथड़े बिखरे देखे गये हैं और बाद में कुछ सांसद निकटवर्ती संसद भवन परिसर को खाली करते दिखे।
एनंगा ने संवाददाताओं से कहा कि शहर के मुख्य सार्वजनिक रेफरल अस्पताल में कम से कम 33 लोगों का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि पांच गंभीर रूप से घायल हैं।
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए फुटेज में दिखाया गया है कि हमले के बाद लोग शहर छोड़कर भाग लिये, कई तो मोटरसाइकिल पर ही, क्योंकि पुलिस ने विस्फोट स्थलों के पास व्यापक क्षेत्रों को घेर लिया।
प्रत्यक्षदर्शी की ओर से अपलोड किये गये वीडियो में पुलिस स्टेशन के पास विस्फोट स्थल से सफेद धुएं का गुबार दिखाई दे रहा है। पुलिस ने इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है और यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट बम से किए गए या किसी और तरीके से। हताहतों के बारे में भी अभी कुछ नहीं कहा गया है।
युगांडा के अधिकारी हाल के सप्ताहों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के मद्देनजर लोगों से सतर्कता बरतने का आग्रह करते रहे हैं।
कम्पाला में 23 अक्टूबर को एक रेस्तरां में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कम से कम सात घायल हो गए थे।
पुलिस के अनुसार, उसके दो दिन बाद एक यात्री बस में हुए विस्फोट में आत्मघाती हमलावर मारा गया था।
उन हमलों से पहले भी, ब्रिटेन सरकार ने युगांडा की यात्रा को लेकर जारी परामर्श को अद्यतन किया था कि इस पूर्वी अफ्रीकी देश में चरमपंथियों के हमले की कोशिश करने की बहुत आशंका है। मध्य अफ्रीका में इस्लामिक स्टेट समूह से संबद्ध ‘एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज’ ने रेस्तरां में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी।
उन्होंने घरेलू आतंकवादी समूह का वर्णन करते हुए कहा कि कम से कम 150 नियोजित हमलों को हाल ही में विफल कर दिया गया है।
एलाइड डेमोक्रैटिक फोर्सेज नामक संगठन लंबे समय से राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी के शासन का विरोध करता रहा है, जो चरमपंथी समूह अल-शबाब से संघीय सरकार की रक्षा के लिए सोमालिया में शांति सैनिकों को तैनात करने वाले पहले अफ्रीकी नेता हैं।
सोमालिया में युगांडा द्वारा शांति सैनिकों की तैनाती के प्रतिशोध में, इस समूह ने 2010 में हमले किए थे, जिसमें कम से कम 70 लोग मारे गए थे, जो विश्व कप फुटबॉल मैच देखने के लिए कंपाला में सार्वजनिक स्थलों पर इकट्ठे हुए थे।
लेकिन एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस, अपनी स्थानीय जड़ों के साथ, मुसेवेनी के लिए अधिक सिरदर्द साबित हुई है।
समूह की स्थापना 1990 के दशक की शुरुआत में युगांडा के मुसलमानों द्वारा की गई थी, जिन्होंने कहा था कि उन्हें मुसेवेनी की नीतियों से अलग-थलग कर दिया गया है। उस समय, विद्रोही समूह ने युगांडा के गांवों के साथ-साथ राजधानी में भी घातक आतंकवादी हमले किये, जिसमें 1998 का हमला भी शामिल था, जिसमें कांगो सीमा के पास एक सीमावर्ती शहर में 80 छात्रों का नरसंहार किया गया था।
एपी सुरेश नरेश
नरेश
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