Delhi News: दिल्ली का 'नटवरलाल' बीवी के साथ गिरफ्तार, सैकड़ों लोगों को ठगा

Delhi Crime: पति-पत्नी ने मिलकर टूर-ट्रेवेल्स और प्ले स्कूल के नाम पर निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। दिल्ली से राजस्थान तक फैले हैं तार।

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24 Aug 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:25 PM)

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Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के नटवरलाल (Cheater) के नाम से मशहूर ठग सत्यप्रकाश भारद्वाज उर्फ सतेंदर को गिरफ्तार (Arrest) किया है। पुलिस ने सत्यप्रकाश की पत्नी (Wife) सुमन आर्या को भी गिरफ्तार किया है। ये ठग पति पत्नी जहांगीरपुरी इलाके मे रहा करते थे। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने दोनों पति-पत्नी के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की थी जिसमें कहा गया था कि सत्य प्रकाश भारद्वाज और उनकी पत्नी सुमन आर्य नामक दंपति ने कई पीड़ितों को ठगा है।

ये दोनों आरोपी दिल्ली के जहांगीरपुरी के निवासी हैं और टूर ट्रेवेल और प्ले स्कूल के नाम पर निवेशकों के करोड़ों रुपये की ठगी की गई है। ये आरोपी 2018 से अपने बच्चों के साथ दिल्ली से भाग गए थे। दोनों की गिरफ्तारी पर 25,000/- रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इन दोनों ठगों की तलाश में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को लगाया गया था।

टीम को तकनीक सर्विलांस से पता चला कि अप्रैल 2022 तक दोनों जयपुर में मौजूद थे। राजस्थान में छापेमारी की गई तो पता चला कि वो राजस्थान में भी धोखाधड़ी की गतिविधियों में लिप्त थे और उनके खिलाफ चंदवाजी, जयपुर ग्रामीण, राजस्थान में मामला दर्ज किया गया था और वे अप्रैल 2022 में जयपुर से भी भाग गए थे।

जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम को पता चला कि दोनों को यूपी के गढ़मुक्तेशवर मे मौजूद हैं लेकिन जब तक टीम वहां पहुचती दोनों फरार हो चुके थे। जिसके बाद करीब 180 किलोमीटर की खाक छानने के बाद टीम ने दोनो को दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में आरोपी सत्य प्रकाश भारद्वाज ने स्वीकार किया कि वह दिल्ली और राजस्थान में मनाली टूर एंड ट्रैवल्स, सब्सिडी प्रोग्राम, राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के नाम पर ठगी करते थे। चूंकि उसके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई थी, इसलिए वह वर्ष 2018 में दिल्ली से भाग गए और बाद में राजस्थान से भाग खड़े हुए।

दोनों अपनी मूल पहचान छुपाकर विभिन्न स्थानों पर रह रहे थे। आरोपी सुमन आर्य ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने दिल्ली के महेंद्र पार्क के आसपास प्ले स्कूल चला रखा था, लेकिन वह अपने पति के साथ मिलकर टूर एंड ट्रेवल्स के नाम पर मासूम लोगों को ठगने में लगी हुई थी।

आरोपी सत्य प्रकाश भारद्वाज दिल्ली के जहांगीर पुरी के रहने वाले गरीब परिवार से है। उनके परिवार में 02 विवाहित बहनें और माता पिता, पत्नी और 03 बच्चे हैं। उन्होंने 1999 में शादी की थी। इस नटवरलाल ने 1990 में 12वीं पास की और उसके बाद 1998 तक कंप्यूटर मॉनिटर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में प्राइवेट जॉब करने लगे।

इस कार्य के दौरान वह कंप्यूटर संचालन में और यहां तक ​​कि कंप्यूटर सिस्टम का एक्सपर्ट बन गया। जिसके बाद आरोपी ने "पिक-प्वाइंट" के नाम से एक कंप्यूटर शिक्षा केंद्र शुरू किया जो सरकार के राष्ट्रीय साक्षरत मिशन की एक तथाकथित फ्रेंचाइजी है।

आरोपियों ने राजस्थान, यूपी और दिल्ली एनसीआर में बहुत से लोगों को धोखा दिया है। उसके बाद वह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली से यूपी के बुलंदशहर भाग गया। वहां ग्राम पंचायत सर्वेयर का काम शुरू किया। 2017 में वह दिल्ली में वापस आया और 'विंग्स टू ड्रीम्स' और वाइटल वेलफेयर टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी नामक एक प्ले स्कूल शुरू किया और फिर से बड़ी संख्या में निवेशकों से गबन किया और दिल्ली से राजस्थान भाग गया।

राजस्थान 2020 में उन्होंने 'विंग्स टू लाइफ' के नाम से एक एजेंसी खोली और लोगों को ई-रिक्शा, सोलर पैनल आदि पर सब्सिडी देने का झांसा दिया। वह फिर से लगभग ठगी की राशि 25 लाख लेकर भाग गया। अब दिल्ली पुलिस इसके कारनामों की लिस्ट खंगाल रही है।

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