दिल्ली में दिए बयान से बंगाल में लगी आग, कौन है इसका जिम्मेदार ?

पैगंबर मुहम्मद पर कथित टिप्पणी के सिलसिले में पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अब पश्चिम बंगाल में भी लोगों ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

CrimeTak

14 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:20 PM)

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Nupur Sharma Controversy: पश्चिम बंगाल भी नफ़रत की आग से अछूता नहीं रहा. बल्कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तीन शहर एक ही वक़्त में इस उन्मादी आग में झुलस गए. पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) को लेकर बीजेपी (BJP) की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा(Nupur Sharma) के बयान का असर भारत के अलग अलग हिस्सों में देखने को मिला. पश्चिम बंगाल को सुलगाने के लिए उपद्रवियों के पास एक के बाद दूसरा और दूसरे के बाद तीसरा बहाना रेडिमेड तैयार मिला. हावड़ा (Howrah) में फसाद शुरू हुआ और देखते ही देखते ये नफ़रत की चिंगारी शनिवार की शाम मुर्शिदाबाद (Murshidabad) तक जा पहुंची।

धर्म के नाम पर ताजातरीन बारूदी मोर्चा खोला गया बंगाल के मुर्शिदाबाद में। यहां आंसू गैस के गोले चले, बरवा थाना इलाके में स्टेट हाईवे पर सैंकड़ों की तादाद में लोगों ने विरोध करते हुए सड़कों पर इकट्ठा हो गए। इस दौरान जब रास्ता ब्लॉक कर भीड़ विरोध प्रदर्शन करने लगी तो पुलिस ने उन्हें रास्ता रोकने से रोका। नतीजा ये हुआ कि दोनों पक्ष धक्कामुक्की पर उतारू हो गए। साथ ही साथ लोगों ने पत्थरों की बरसात करना शुरु कर दिया। चारों तरफ से पत्थरबाजों की भीड़ टूट पड़ी तो चौराहे पर तैनात ममता की पुलिस गलियों में भागने को मजबूर हो गई। गोलियों की तरह आते पत्थरों के आगे ढाल लगाकर खुद को बचाते हुए पुलिस वाले भागने लगे। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में लूटपाट भी की । पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया।

उधर नदिया जिले में लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन हुआ। पुलिस ने जब लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ना शुरू किया तो कुछ लोग बेथुआडहरी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और वहां खड़ी एक ट्रेन पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस और जीआरपी जब मौके पर पहुंची तो उपद्रवी बेथुआडहरी अस्पताल इलाके में पहुंच गए। वहां पर भी कुछ दुकानों में तोड़फोड़ करनी शूरू कर दी। जानकारी के मुताबिक मुर्शिदाबाद के रेजिनगर और शक्तिपुर में 15 जून तक धारा 144 (Section 144) लागू कर दी गई है। जबकि बेलडेंगा इलाके से क़रीब 41 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। जबतक इलाक़े में धारा 144 लागू है तब तक कोई भी सभा या जुलूस का आयोजन नहीं कर सकेगा।

इससे पहले पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण पूर्व रेलवे की हावड़ा खड़गपुर लाइन पर चेंगेल स्टेशन पर प्रदर्शन किया था। दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने चेंगेल स्टेशन पर प्रदर्शन किया जिससे हावड़ा खड़गपुर मार्ग पर लोकल और लंबी दूरी की गाड़ियां खड़ी हो गई और यातायात प्रभावित हुआ।

शुक्रवार और शनिवार को हावड़ा में उपद्रवी हिंसा पर उतारू थे। यहां कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई और उन्हें जला दिया गया। उपद्रवियों ने भाजपा के ऑफिस पर भी हमला किया। दो मंजिला ऑफिस में तोड़फोड़ की गई। भीड़ ने ऑफिस के कमरों में तोड़फोड़ की और फिर आग लगा दिया। रविवार को यात्री विभिन्न स्टेशनों पर इंतजार करते दिखाई दिए। हावड़ा के उलबेरिया में 16 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग (National highway) पर प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया था। पश्चिम बंगाल के दूर्गापुर के पांडेश्वर इलाके में भी नूपुर शर्मा के खिलाफ नारेबाजी करने के लिए भीड़ सड़कों पर नज़र आई।

NOTE : ये खबर CRIME TAK के साथ इंटर्नशिप कर रहीं Megha Rustagi और Shruti Upadhyay ने लिखी है.

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