Delhi Crime News : दिल्ली के शाहबाद डेयरी में प्रेमिका साक्षी (Sakshee) पर साहिल ने महज 90 सेकेंड में 20 बार चाकू मारे. उस लड़की के सिर पर भारी पत्थर को उठा-उठाकर 6 बार पटका. ये तो शुक्र है कि वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में ये घटना पूरी तरह से रिकॉर्ड हो गई. ऐसा नहीं होता तो वहां मौजूद लोग तो सिर्फ तमाशा ही देखते रहे. वैसी ही अपनी मंजिल की तरफ बढ़ते रहे जैसे मानों दिल्ली में ये मर्डर की घटना हो नहीं हो रही थी. अब 20 साल के उस सिरफिरे आशिक साहिल (Sahil) को गिरफ्तार कर लिया गया है. साहिल को यूपी के बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया. लेकिन जिस सनसनीखेज तरीके से उसने इस वारदात को अंजाम दिया उससे साफ है कि दिल्ली में सड़क पर किसी की जान जाती रहेगी लेकिन कोई परवाह करने वाला नहीं मिलेगा.
दिल्ली में 16 साल की साक्षी को साहिल ने 90 सेकेंड में 20 बार चाकू और 6 बार पत्थर से मारा, शाहबाद डेयरी मर्डर की पूरी कहानी
Delhi Shahbad Murder : दिल्ली में साहिल ने साक्षी के मर्डर की पूरी कहानी. कैसे कैमरे में कैद हुआ दिल्ली का सनसनीखेज मर्डर. लोग तमाशा देखते रहे. देखें पूरी कहानी.
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Delhi shahbad dairy delhi girl murder
29 May 2023 (अपडेटेड: May 29 2023 6:04 PM)
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क्या है दिल्ली मर्डर की पूरी कहानी
Delhi shahbad dairy delhi girl murder : दिल्ली के शाहबाद डेयरी में 28 मई की शाम सरेआम साक्षी नाम की लड़की की 20 साल के साहिल ने हत्या कर दी थी. पूरी घटना का वीडियो सामने आया है. उस वीडियो को आप खबर के नीचे देख सकते हैं. कहते हैं कि दोनों पिछले काफी समय से रिलेशनशिप में थे. लेकिन मौत से एक दिन पहले ही दोनों में झगड़ा हो गया था. उसके बाद रविवार शाम को साहिल ने साक्षी की सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी थी. आप देख सकते हैं कि वीडियो में कि कैसे महज 90 सेकेंड के भीतरह ही साहिल ने 20 बार चाकू से मारा और 6 बार पत्थर से.
एक इंसान भी मदद के लिए नहीं आया, क्यों?
Delhi Murder : अब इस लड़के को देखिए। उम्र मुश्किल से 20-22 साल होगी। इसकी मां ने इसे भी अपने आंचल तले पाल-पोस कर बड़ा किया होगा। उस मां का वही बच्चा पूरे आधे घंटे तक देश की राजधानी दिल्ली में बीच सड़क पर तड़प-तड़प कर मारता रहा...पर खुद को इंसान बताने वाला एक भी इंसान उसकी मदद को आगे नहीं आया। इस दौरान इस जगह से इंसानों की तमाम भीड़ गुजरी। तमाम इंसानों ने अपने जैसे ही एक इंसान को लाइव मरते हुए देखा। पर किसी ने इतनी भी तकलीफ नहीं की कि एक मरते हुए इंसान को उठा कर अस्पताल पहुंचा दें।
पब्लिक के सामने मर्डर, पुलिस गायब?
रही बात पुलिस की। तो उसके बारे में क्या कहें? हैरतअंगेज तौर पर सही वक्त पर पुलिस मौके पर मौजूद भी थी। उसके ठीक सामने नौजवान पल-पल मर रहा था....पर पुलिस...इंसानों के लिए बनाए कानून को तो याद कर रही थी पर जिस इंसान के लिए कानून बनाया गया उसी इंसान को ही भूल बैठी थी। इसीलिए मरते हुए शख्स की जान बचाने की बजाए वो अपने ही थाने के अंदर अपनी सीमा नापने के साथ-साथ मौके पर ही तफ्तीश मे जुट गई थी। ये भूल कर कि सामने वले की सांसें कभी भी उखड़ सकती हैं और उसे इस वक्त कानून की नहीं इंसानियत की जरूरत है। मदद की जरूरत है। पर मदद को आगे नहीं आ रहा था। लिहाज़ा पूरे आधे घंटे तक पूरी इंसानियत को शर्मसार करने का ये सिलसिला यूंही चलता रहा। और आखिरकार आधे घंटे बाद इस लड़के को भी यकीन हो चला कि यहां कोई उसकी मदद नही करने वाला।
लिहाजा अब बड़ी मुश्लिकल से वो खुद उठने की कोशिश करता है लेकिन उठ नही पाता। बस मौत से अकेला जद्दोजेहद करता रहता है। वक्त बीतता जा रहा था और खून जिस्म से निकल कर सड़क लाल करता जा रहा था। तब कहीं जाकर पुलिस वाले को लगा कि चलो अब इसकी मदद कर ही देते हैं। इसके बाद वो उसे गाड़ी में डालते हैं और अस्पताल ले जाते हैं। पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सारा खून सड़क पर ही बह चुका था। बस यूं समझ लीजिए कि अस्पताल वो नहीं उसकी लाश को भेजा गया था। एक भऱे-पूरे शहर में मदद के दो अदद हाथ भी उसे मयस्सर नहीं हुए। और उसने घिसटते-तड़पते उसी जगह दम तोड़ दिया था।
इस मौत का जिम्मेदार कौन?
अब सवाल ये है कि इस मौत के लिए जिम्मेदार कौन है? वो लोग जो मौत का तमाशा देखते रहे या वो पुलिस जो वक्त पर काम ना आई? वैसे सच्चाई तो ये है कि इस लड़के की मौत के लिए सिर्फ पुलिस को ही क्यों जिम्मेदार ठहराया जाए? क्या उन पत्थर दिल इंसानों की कोई गलती नहीं जो तड़पते हुए उस लड़के के पास से बस तमाशबीन की तरह गुजरते चले गए? अगर उस वक्त एक हाथ भी मदद को आगे आ जाता तो क्या पता आज भी वो अपनी मां के आंचल मे होता। पर अफसोस! ऐसा हो नहीं हो सका। इस पत्थर दिल शहर में हर साल ऐसे ना जाने कितने लोग यू मर जाेते हैं। उनमें से बहुत से लोगों को बचाया जा सकता है। बस जरूरत सिर्फ दो अदद मददगार हाथों की है। इसलिए अगली बार जब भी आपको सड़क पर कोई तड़पता दिखाई दे तो प्लीज मुंह मत मोड़िएगा।
क्या कहा दिल्ली पुलिस ने?
दिल्ली डिप्टी पुलिस कमिश्नर सुमन नलवा के मुताबिक, लड़की के शव का पोस्टमॉर्टम जारी है। उसके शरीर पर कई चोटें थीं। Delhi Shahbad Dairy Murder: दिल्ली (delhi) के शाहबाद डेयरी (Shahbad Dairy) थाना क्षेत्र में एक 16 वर्षीय लड़की की उसके प्रेमी ने चाकू मारकर हत्या कर दी, जिसकी पहचान 20 वर्षीय साहिल (Sahil) के रूप में हुई है. लड़की के कत्ल का आरोप साहिल नामक युवक पर लगा है. आरोप है साहिल से लड़की की कहासुनी हो गई थी. इससे वो इतना भड़का कि नाबालिग पर चाकुओं से वार करने लगा. ल़ड़की पर चाकुओं से करीब चालीस वार किए गए. चिंता और हैरानी की बात ये है कि गली में साहिल नाबालिग को चाकुओं से गोद रहा था और कोई बीच बचाव करने नहीं आया. आरोप लड़की को जख्मी कर मौके से फरार हो गया. इलाज के दौरान नाबालिग की मौत हो गई.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया, 'दिल्ली के शाहबाद डेयरी में एक मासूम मासूम गुड़िया की चाकू मारकर हत्या कर दी गई और फिर पत्थर से कुचल दिया गया. दिल्ली में गरीबों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस को नोटिस जारी। सारी हदें पार कर दी हैं। मैंने इतने सालों के अपने करियर में इससे ज्यादा भयानक कुछ नहीं देखा.
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