Delhi Murder Case: दिल्ली में श्रद्धा वाल्कर की हत्या (Murder) से हंड़कंप मचा हुआ है। हर तरफ सैकड़ों सवाल (Question) तैर रहे हैं। कत्ल का आरोपी (Accused) पुलिस की गिरफ्त में है लेकिन फिलहाल सबूत (Evidence) नदारद हैं। दिल्ली पुलिस की कई टीमें सबूतों की तलाश में कई राज्यों की खाक छान रही हैं। आइए आपको रुबरु कराते हैं दिल्ली के हत्याकांड से जो बिल्कुल श्रद्धा की हत्या के मामले से मेल खाता है। इस हत्याकांड की बारीकियों और जांच के तरीके भी आपको हैरान कर देंगें।
Shraddha Murder: 11 साल पहले भी दिल्ली में हुआ था श्रद्धा हत्याकांड जैसा केस, पुलिस ने राख से जुटाए थे सबूत!
Shraddha Case: आइए आपको रुबरु कराते हैं दिल्ली के हत्याकांड से जो बिल्कुल श्रद्धा की हत्या के मामले से मेल खाता है, इस हत्याकांड में राख और हड्डियों से पुलिस ने डीएनए टेस्ट किया था।
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18 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:30 PM)
कत्ल का यह मामला 11 साल पहले का है यह 29 अक्टूबर 2011 की तारीख थी। जब साऊथ दिल्ली के पुल प्रहलादपुर में रहने वाली एनआरआई युवती निरंजनी पिल्लई की हत्या कर दी गई थी। दिल्ली पुलिस ने शक के आधार पर निरजंनी के पति सुमित हांडा को गिरफ्तार कर लिया था। जांच में हांडा मे बेहद चौकाने वाले खुलासे किए।
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पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि 29 अक्टूबर को निरंजनी औरर सुमित में झगड़ा हुआ था और इसी दौरान सुमित ने निरंजनी को चाकू मारे और लैपटॉप के तार से उसका गला घोंट दिया था। हत्या के बाद आरोपी सुमित हांडा ने बाथरुम में निरंजनी के शव के कई टुकड़े किए। शव के इन टुकड़ों को बैग में रखकर उसे सोनीपत राय के जंगल में ले गया जहां उसने शव पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी।
उसके बाद उसने वारदात को छुपाने के लिए खुद पुलिस स्टेशन पहुंचा औऱ अपनी पत्नी की गुमशुदगी का रिपोर्ट लिखवाई थी। पुलिस को लिखाई एफआईआर में सुमित ने पुलिस को बताया कि 30 अक्टूबर 2011 की रात निरंजनी ने चाय में नशे की गोलियां मिलाकर उसे पिला दीं थीं। इसके बाद निरंजनी जेवरात और नकदी लेकर भाग गई। लेकिन जल्द ही पुलिस के सामने आरोपी ने अपना जुर्म कबूल लिया और उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
कत्ल के इस मामले में पुलिस के सामने मुश्किल थी कि आरोपी ने घर में कोई सुराग नहीं छोड़े थे। यहां तक की बाथरुम के टाइल्स तक बदल दिए गए थे। पुलिस ने इस केस में 20 दिन बाद वो चाकू बरामद किया जिससे नरिंजनी की हत्या की गई थी। पुलिस को राय सोनीपत से निरंजनी की शव की राख और कुछ हड्डियां भी मिली थीं।
पुलिस ने इस केस में सबसे पहले राख व हड्डियों से डीएनए मिलान कराया तो पता चला कि शव निरंजनी का ही है। जिसके बाद ये हत्या का केस दिल्ली की अदालत में चल रहा है। पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपी ने इंटरनेट पर शव को काटने और ठिकाने लगाने के तरीको सर्च किए थे जो कि पुलिस जांच का हिस्सा बने। निरजंनी की हत्या के बाद भी आरोपी उसको लगातार मेल किया करता था ताकि पुलिस को शक ना हो।
दरअसल सुमित हांडा राजौरी गार्डन स्थित एक ट्रेवल एजेंसी में मैनेजर था। जबकि निरंजनी दक्षिण अफ्रीका के डरबन की रहने वाली थी। निरंजनी के पिता का डरबन में साड़ियों का शोरूम चलाते थे। सुमित 2005 में डरबन में साड़ियों का शोरूम चलाने वाले रामा पिल्लई के संपर्क में आया था और फिर दक्षिण अफ्रीका चला गया।
रामा पिल्लई के शोरूम पर सेल्स एक्जीक्यूटिव की नौकरी करने के साथ ही फरवरी 2007 में उसने पिल्लई की बेटी निरंजनी से शादी कर ली थी। साल 2010 में निरंजनी को एक बेटा पैदा हुआ था। बच्चे के पैदा होने के बाद सुमित व निरंजनी में तल्खियां शुरु हो गईं। सुमित को निरंजनी के चाल चलन पर शक करता था उसे शक था कि निरंजनी का किसी युवक से अवैध संबंध है।
इसी दौरान जुलाई 2011 में सुमित पत्नी निरंजनी और बच्चे के साथ भारत आ गया। अक्टूबर में राजौरी गार्डन की ट्रेवल फर्म में मैनेजर की नौकरी करने लगा और दिल्ली आ गया। निरंजनी भी ट्रेवल एजेंसी में नौकरी करने लगी। जानकारी में सामने आया कि सुमित ने निरंजनी को साउथ अफ्रीका में किसी व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था।
सुमित को शक था कि निरंजनी भारत आकर भी लगातार उस शख्स से जुड़ी हुई है। यही वदह है कि पति-पत्नी में आए दिन झगड़े होते थे। इसी कड़ी में 29 अक्टूबर को झगड़े में सुमित ने फ्लैट में ही निरंजनी की हत्या कर दी थी। हत्या के इस मामले में फिलहाल सुमित हांडा जमानत पर है।
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