Anjan das Delhi murder Full Story : लिव-इन रिलेशनशिप में एक और मर्डर. एक और लाश के टुकड़े-टुकड़े. लाश के टुकड़े को फिर से फ्रिज में छुपाना. आधी रात में लाश के टुकड़ों को छुप-छुपकर कहीं फेंकना. ये सबकुछ उसी महीने की कहानी है जब श्रद्धा का मर्डर हुआ था. उन्हीं दिनों के आसपास दिल्ली के पांडव नगर इलाके में एक शख्स के टुकड़े फेंके जा रहे थे. उसका नाम था अंजन दास. अब इस अंजन की हत्या क्यों हुई. कैसे हुई. और कितने टुकड़े कर फेंके गए. किस गहरी साजिश के तहत इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया. इसके बाद पुलिस को मिल रहे थे सिर्फ लाशों के टुकड़े. आज क्राइम की कहानी (Crime Story in Hindi) में दिल्ली में श्रद्धा केस की तरह हुए अंजन दास के कत्ल और 10 टुकड़ों की की पूरी स्टोरी.
Crime Story: 'बहू-बेटी' पर गंदी नजर और लिव-इन रिश्तों में छुपे अंजन दास मर्डर की पूरी कहानी
Anjan Das murder Story in hindi : दिल्ली के पांडव नगर इलाके (Pandav Nagar) में मिले लाश के 11 टुकड़ों की पूरी कहानी. अंजन दास मर्डर की पूरी कहानी में लिव इन रिलेशन में छुपी अजीब रिश्तों की सच्चाई है
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29 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:31 PM)
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5 जून को पांडव नगर थाने के रामलीला ग्राउंड में मिले थे शव के कटे टुकड़े
Delhi Anjan Murder Case : दिल्ली में इसी साल 5 जून की तारीख. पांडव नगर थाने के रामलीला ग्राउंड से मिले लाश के टुकड़े. दो सफेद पॉलीथीन में. एक में पैर के घुटने का निचला हिस्सा. और दूसरे बैग में जांघ का हिस्सा मिला था. पुलिस ने इन टुकड़ों की जांच फॉरेंसिक टीम से कराई. इसके बाद कई दिनों तक रामलीला ग्राउंड और पास के जंगल में लाश के टुकड़े मिले. लेकिन पहचान नहीं हो पाई. अब पुलिस ने उसकी पहचान कराने के लिए आसपास के इलाके में लापता हुए लोगों की रिपोर्ट निकाली.
ऐसा कोई शख्स नहीं मिला जो इस उम्र के आसपास का लापता हो. फिर पुलिस ने दूसरे थानों और आसपास के शहरों जैसे नोएडा गाजियाबाद और गुड़गांव तक में जानकारी जुटाई. लेकिन फिर उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई. इसके बाद पांडव नगर थाने की पुलिस ने हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की.
अब फॉरेंसिक टीम ने जांच की तो बताया कि ये इंसानी टुकड़े किसी पुरुष के हैं. लेकिन किसके ये तो पता नहीं चला. कई लोगों से पूछताछ के बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली तो पुलिस ने ये पता लगाना शुरू किया जहां से मांस के टुकड़े मिले हैं उसे कोई तो फेंकने आया होगा. लिहाजा, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की. हालांकि, कई दिनों की पड़ताल के बाद कटा हुआ सिर भी मिला लेकिन पहचान नहीं हो सकी.
सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि 31 मई और 1 जून की रात में दो लोग संदिग्ध हालात में उस ग्राउंड की तरफ आए थे. उस फुटेज को काफी जूम करने पर पता चला कि एक लड़का और दूसरी कोई महिला. लेकिन उनके चेहरे साफ नहीं दिख रहे थे. लेकिन एक संदिग्ध लड़के के हाथ में कुछ प्लास्टिक बैग जैसा दिख रहा था. इससे शक हुआ कि इस घटना में जरूर दो लोग शामिल हैं. जिनमें एक महिला भी है.
लेकिन ये दोनों कौन हैं. क्यों मारा और किसका कत्ल किया. ये कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ. पुलिस को सबसे हैरानी इस बात की हो रही थी कि आखिर एक इंसान इतने दिनों से गायब है और गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट भी दर्ज नहीं है. ना ही कोई इसकी शिकायत लेकर कहीं थाने में आया.
Anjan Das Murder CCTV : इस फुटेज में देख सकते हैं कि कैसे अंजन का कटा सिर छुपाया गया
पुलिस ने इस तरकीब से अंजन मर्डर केस में निकाला सुराग
Anjan das pandav nagar murder case : दिल्ली पुलिस के सामने सीसीटीवी फुटेज था. उसमें दो संदिग्ध भी दिखे. लेकिन सुराग नहीं. ना कोई मिसिंग. इसलिए पुलिस ने अब खुद हर घर-घर जाकर ये पता लगाना शुरू किया कि कहीं कोई गायब तो नहीं है. खासतौर पर आसपास के इलाके में. ये करने के लिए पुलिस की कई टीमें काफी समय तक जांच में जुटी रहीं. इसके अलावा पुलिस ने आसपास के एरिया में ऐसे मोबाइल फोन नंबर का पता लगाने में जुटी जिसे कुछ समय के लिए बंद रहा. यानी डंप डाटा जिसका इस्तेमाल कुछ दिन के लिए नहीं किया गया हो. वो भी लाश के टुकड़े मिलने के दौरान.
अब इस तरीके से जांच करते हुए पुलिस को करीब 5 से 6 महीने का समय लगा. जिसमें पता चला कि अंजन दास का नाम का एक शख्स गायब है. लोगों ने उसे काफी समय से नहीं देखा था. जब पुलिस उसका पता लगाने के लिए उस मकान तक पहुंची जहां अंजन दास रहता था तो पता चला कि वहां एक महिला अपने बेटे के साथ रहती है.
अब पुलिस को ये सुराग काफी अहम लगा. क्योंकि सीसीटीवी में एक महिला और एक लड़का दो लोग देखे गए थे. लेकिन ये भी पता चला कि वो महिला अब पांडव नगर के बजाय त्रिलोकपुरी में रहने लगी है. पुलिस ये पता लगाकर त्रिलोकपुरी पहुंची तो लड़का और महिला दोनों मिल गए. जांच में पता चला कि महिला का नाम पूनम है और उसके लड़के का नाम दीपक है. दोनों से पूछताछ हुई तब दोनों ने पहले तो पुलिस को काफी उलझाया. इसके बाद पुलिस ने अंजन दास के बारे में कई सवाल पूछे तब पूरा राज सामने आ गया.
Anjan Das Murder Video : इस वीडियो में देखें कैसे मां बेटे लाश के टुकड़े छुपा रहे थे
पहले नशीली गोलियां मिलाकर शराब पिलाई फिर किया था मर्डर
Anjan das Murder Story in hindi: अंजन दास के मर्डर को 30 मई को अंजाम दिया गया था. ये घटना त्रिलोकपुरी में हुई थी. त्रिलोकपुरी के ब्लॉक नंबर-4 के एक मकान में अंजन दास और पूनम रहती थी. उस रात में पूनम का बेटा दीपक भी आया था. पहले अंजन को शराब पिलाई गई. उसी शराब में नशे की गोलियां दी गईं. जिसे पीकर अंजन बेहोशी की हालत में चला गया था. इसके बाद चाकू से उसकी हत्या कर दी गई थी.
फिर रातभर उसके शव को बाथरूम में रखा गया ताकि पूरा खून निकल जाए. खून सूख जाने के बाद उसके शव के 11 टुकड़े किए गए. फिर उसे प्लास्टिक बैग में पैक कर फ्रिज में रखा. फिर धीरे-धीरे कर उसे अलग-अलग जगहों पर फेंकने लगे थे. लेकिन ये अंजन दास कौन था और मर्डर की वजह क्या थी. ये पूरी कहानी आगे जानेंगे.
13 साल की उम्र में पहली शादी, फिर दो और रिश्तों से जुड़ी पूनम की कहानी
अंजन मर्डर केस में दिल्ली पुलिस ने पूनम और उसके बेटे दीपक को 28 नवंबर 2022 को गिरफ्तार कर लिया. अब पूनम क्या है और क्या है उसकी पूरी कहानी. वो सब जानते हैं. पूनम झारखंड की रहने वाली है. महज 13 साल की उम्र में सुखदेव तिवारी नाम के एक शख्स के साथ उसकी शादी कर दी गई थी. इस शादी से दोनों को एक बेटी हुई. नौकरी के लिए सुखदेव पूनम को झारखंड में छोड़कर दिल्ली आ गया.
इसके बाद वो कभी वापस पूनम के पास नहीं लौटा. आखिरकार 1997 में पूनम अपनी बेटी को लेकर अपने पति सुखदेव की तलाश में दिल्ली आ गई. उसने दिल्ली में सुखदेव को काफी तलाशा...लेकिन सुखदेव नहीं मिला. इसी दौरान त्रिलोकपुरी में रहने वाले कल्लू नाम के एक शख्स से उसकी मुलाकात हुई. पूनम अब कल्लू के साथ रहने लगी. कल्लू से पूनम को तीन बच्चे हुए. एक दीपक...और दो बेटी. हालांकि एक बेटी की चार साल की उम्र में ही छत से गिरकर मौत हो गई थी.
अंजन दास से पहले भी लिव इन में रह चुकी थी पूनम
Delhi Anjan Das Murder: कल्लू एक शराबी था...और कोई काम नहीं करता था. जिसको लेकर अक्सर पूनम और कल्लू का झगड़ा होता था. इसी दौरान 2011 में पूनम की मुलाकात अंजन दास से हुई। अंजन दास एक लिफ्ट मिकैनिक था। थोड़े ही दिनों में पूनम और अंजन दास एक दूसरे से प्यार करने लगे। इसी बीच 2016 में कल्लू की मौत हो गई।.
कल्लू की मौत के साल भर बाद 2017 से पूनम अपने बच्चों के साथ अंजन दास के साथ रहने लगी। अंजन दास के साथ रहते हुए तब पहली बार पूनम को पता चला कि वो पहले से शादी शुदा है। उसके आठ बच्चे हैं। उसके बच्चे और पत्नी बिहार में रहते हैं.
अंजन को भी शराब पीने की लत थी। पूनम के साथ रहने के दौरान उसने काम काज भी छोड़ दिया। अब वो पूरी तरह से पूनम पर निर्भर था।बिहार अपने घर बीवी बच्चों को खर्चा भेजने के लिए वो अब अक्सर पूनम के गहने और पैसे चुराने लगा.
इसी बीच 2018 में पूनम के बेटे दीपक की शादी हो गई। शादी के बाद वो अपनी पत्नी के साथ अलग रहने लगा। पूनम की एक बेटी की भी शादी हो चुकी थी। मगर शादी के बाद तलाक हो गया। वो बेटी अब पूनम के साथ रहती थी।
पूनम ने देखा कि तलाकशुदा बेटी और बहू पर है अंजन की गंदी नजर फिर मार डाला
Crime Ki Kahani : इसी दौरान पूनम को पता चला कि अंजन दास उसकी तलाकशुदा बेटी और अपनी बहू यानी दीपक की पत्नी पर बुरी नज़र रखता है। उसने कई बार दोनों के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश भी की।
पूनम से ये बात दीपक को पता चली। और यहीं से अंजन दास की मौत की स्क्रिप्ट लिखनी शुरू हो गई। मां बेटे ने तय कर लिया था वो अंजन दास को सबक सिखाएंगे। 30 मई 2022 की रात त्रिलोकपुरी के इसी घर में दीपक और पूनम ने अंजन को शराब पिलाई। उन्होंने शराब में बेहोशी की दवा मिला दी थी।
दीपक पहले से ही एक डैगर खरीदकर घर में छुपा चुका था। शराब और दवा का असर होते ही दीपक ने डैगर निकालकर अंजन के गले पर वार कर दिया। इसके बाद उसने उसके पूरे जिस्म पर कई वार किए। कत्ल करने के बाद पूरी रात लाश इसी कमरे में पड़ी रही। अगली सुबह तक खून जम चुका था। मां बेटे ने मिलकर सारा खून साफ किया...फिर दोनों लाश के टुकड़े करने बैठ गए। लाश के टुकड़े कर पॉलीथिन में भरा और उसे फ्रिज में रखना शुरू कर दिया।
31 मई की रात को फ्रिज से टुकड़ों की पहली किश्त निकाली और मां बेटे घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर इस राम लीला मैदान में जा पहुँचे। ये सीसीटीवी फुटेज उसी वक़्त की है। इसके बाद अगले तीन चार दिनों तक वो इसी तरह दिन और रात में लाशों के टुकड़ों को फ्रिज से निकाल निकालकर रामलीला मैदान की झाड़ियों और गंदे नाले में फेंकते रहे।
जब लाश के सारे टुकड़े ठिकाने लग गए तब इन्होंने पूरे घर की फिनाइल से सफाई की। फ्रिज साफ किया और फिर पूरे कमरे को पेंट भी करवा दिया। छह महीने बीत चुके थे। मां बेटे अब भी क़ानून की गिरफ्त से दूर थे। लेकिन दिल्ली पुलिस ने बेहद खास तरीके से दोनों कातिलों को दबोच लिया.
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