World News: बांग्लादेश की राजधानी में सैकड़ों हिंसक प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया और तोड़फोड़ की। राजधानी ढाका में लगाए गए सैन्य कर्फ्यू को तोड़ते हुए प्रदर्शनकारी गणभवन पैलेस में घुस गए और फर्नीचर, कांच के दरवाजे के पैनल, किताबें और अन्य सामानों में तोड़फोड़ की और सरकार ने हाल ही में घोषित सिविल सेवा नौकरी कोटा के खिलाफ अपना गुस्सा जता रहे थे। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में लोगों को हसीना के बिस्तर और पूल का आनंद लेते दिके। कुछ तो चिकन, मछली, बकरे का गोश्त, सब्जियां खाते दिके। कई लोगों को फर्नीचर उठाते हुए देखा जा सकता है। उनमें से कुछ को रसोई में बचा हुआ खाना खुद खाते हुए वीडियो बना रहे थे। कुछ लोगों ने अलमारी से पीएम की साड़ी भी ले ली।
Video: शेख हसीना के आवास पर प्रदर्शनकारियों की लूटपाट, बिस्तर पर लेटे, चाट पकोड़े और मछली खाई, तोड़फोड़ के वीडियो वायरल
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05 Aug 2024 (अपडेटेड: Aug 5 2024 6:55 PM)
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोगों को हसीना के बिस्तर और पूल का आनंद लेते देखा गया। लोग पीएम हाउस में चिकन, मछली, बकरी, सब्जियां खा रहे हैं। कई लोग फर्नीचर उठाते हुए देखे गए। इनमें से कुछ को रसोई में बचा हुआ खाना खुद खाते हुए वीडियो बनाए। कुछ लोग अलमारी में रखी शेख हसीना की साड़ी भी ले गए।
बांग्लादेश PM हाउस के अंदर घुसे लोग
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प्रदर्शनकारियों ने हसीना के शासन के प्रतीकों में भी तोड़फोड़ की है। जिसमें उनके पिता, बांग्लादेश के निर्माता, बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमाएं शामिल थीं। हिंसक प्रदर्शनों और सुरक्षा बलों के साथ झड़पों के हफ्तों बाद प्रदर्शनकारी हसीना के आधिकारिक आवास के अंदर घुस गए। आपको बता दें कि ये विरोध प्रदर्शन जून में शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ था, लेकिन वे जल्द ही हिंसक हो गए क्योंकि ढाका विश्वविद्यालय में प्रदर्शनकारियों, पुलिस और सरकार समर्थक कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं। छात्र सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण का विरोध कर रहे थे, जिसमें पाकिस्तान से 1971 के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के परिवार के सदस्यों को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था।
प्रदर्शनकारियों का हंगामा-लूटपाट
सोमवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने राजधानी की ओर कूच किया और मांग की कि हसीना को पद छोड़ना चाहिए। रविवार को सरकार समर्थक समर्थकों और समूहों के बीच झड़पों में 100 से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद यह मार्च निकाला गया था। जैसे ही शेख हसीना देश से भागीं, खुश भीड़ बांग्लादेश की सड़कों पर उतर आई और सत्ता से उनके पतन का जश्न मनाया गया। बांग्लादेश में वो ही हुआ जो हाल ही में पड़ोसी देश श्रीलंका में उनके नेता गोताबाया राजपक्षे के देश से भाग जाने के बाद हुआ था। ठीक श्रीलंका भी बांग्लादेश जैसे नजारे देखे गए थे। प्रदर्शनकारी देश के सबसे शक्तिशाली घर में पड़ी किसी भी कीमती चीज को लूटने के लिए राष्ट्रपति भवन के अंदर घुस गए थे।
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