Jammu and Kashmir Encounter: दक्षिण कश्मीर में पुलवामा के नेहामा इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है। जानकारी मिली है कि दो आतंकियों को घेर लिया गया है। इनके नाम रईस अहमद और रेयाज़ अहमद डार है। दोनों आरोपी पुलवामा जिले के रहने वाले हैं।
Video: पुलवामा में घिरे हैं लश्कर के आतंकी, सुरक्षा बल के साथ एनकाउंटर जारी
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03 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 3 2024 1:15 PM)
Jammu and Kashmir Encounter: दक्षिण कश्मीर में पुलवामा के नेहामा इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है।
दोनों ओर से फायरिंग जारी
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सूचना मिली थी कि आरोपी पुलवामा जिले के नेहामा इलाके में छिपे हुए हैं। वहां सर्च आपरेशन चलाया गया। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग करना शुरू कर दिया। सुरक्षा बलों ने उन्हें घेर लिया। सुरक्षा बलों की तरफ से भी फायरिंग की जा रही है। सीआरपीएफ की टुकड़ी मौके पर तैनात है। सुरक्षा बलों की तरफ से दावा किया गया है कि आतंकियों को घेर लिया गया है।
आतंकियों को घेरा गया
दोनों आतंकी लश्कर/टीआरएफ कमांडर हैं। उधर, जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि उरी और पुलवामा आतंकी हमलों पर भारत द्वारा दिए गए जवाब ने स्पष्ट कर दिया था कि अब वे सुरक्षित नहीं है। चाहे वो सीमा पार ही क्यों न बैठा हो?
साल 2023 में 76 आतंकियों का सफाया
जम्मू-कश्मीर में साल 2023 में 55 विदेशी आतंकवादियों सहित 76 आतंकियों का सफाया किया गया। आतंकवादियों के 291 सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया। जन सुरक्षा अधिनियम के तहत आतंकवादियों से जुड़े 201 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
केंद्र शासित प्रदेश में अब सिर्फ 31 स्थानीय आतंकवादी ही बचे हैं, जबकि साल 2023 में आतंकवाद का रास्ता चुनने वाले स्थानीय लोगों की संख्या में 80 फीसदी की कमी देखी गई।
31 ऐसे स्थानीय आतंकवादियों की पहचान की गई है, जो सक्रिय हैं और यह संख्या अब तक की सबसे कम है। एक अधिकारी के मुताबिक, जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ में चार और घाटी में 27 स्थानीय आतंकी सक्रिय हैं। 2022 में 130 स्थानीय लोगों ने आतंकवाद का रास्ता चुना था जबकि साल 2023 में यह संख्या सिर्फ 22 थी।
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