Delhi Crime Video: दिल्ली पुलिस को 3 दिसंबर को राजेंद्र पटेल ने शिकायत देते हुए बताया कि वो अपने दोस्त प्रदीप गुप्ता के साथ लाल किला देखने के लिए दिल्ली आए थे। सुबह लगभग 08:30 बजे जब वह लाल किले के सामने सड़क पर घूम रहे थे। इसी बीच एक शख्स ने उसे एक एप्पल स्मार्ट मोबाइल फोन दिखाया और अपनी दुकान पर कम कीमत पर इसी तरह के स्मार्ट फोन बेचने की पेशकश की। राजेंद्र मोबाइल खरीदने को तैयार हो गए। वह अपने दोस्त के साथ दुकान नंबर 866 लाजपत राय मार्केट, चांदनी चौक पहुंच गए।
Video: दिल्ली के इन लुटेरों से बचके रहना! दिखाते हैं असली आईफोन बेच देते हैं नकली डमी मोबाइल फोन, गैंग का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
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06 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 6 2023 5:15 PM)
Delhi Video: दिल्ली पुलिस ने चांदनी चौक लाल किला इलाके में नकली मोबाइल फोन बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।
आईफोन का नकली धंधा
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दुकान पर बैठे शख्स ने राजेंद्र को एक प्रीमियम स्मार्ट मोबाइल फोन मेक-वन प्लस दिखाया। जब शिकायतकर्ता ने इसके फीचर्स की जांच करने की कोशिश की तो दुकानदार ने मोबाइल फोन वापस ले लिया। राजेंद्र को बताया गया कि इस मोबाइल फोन की वास्तविक कीमत 65 हजार रुपये है। दुकानदार ने कहा कि वो ये मोबाइल फोन 40 हजार में देगा और साथ में एक और मोबाइल फोन और एक स्मार्ट कलाई घड़ी मुफ़्त देगा। शिकायतकर्ता पूरी तरह आश्वस्त हो गया और सौदा 37 हजार रुपये में तय हो गया।
दिल्ली आने वाले पर्यटक होशियार रहें
इसी बीच दुकान का मालिक भी वहां आ गया और राजेंद्र ने दुकानदार के दिए गए फोन पे खाते में रकम ट्रांसफर कर दी। वह दुकान से बाहर आया और फिर मोबाइल फोन और स्मार्ट कलाई घड़ी की जांच की तो पता चला कि सभी गैजेट्स नकली डमी पाई गईं। शिकायतकर्ता वापस दुकानदार के पास आया तो तीनों आरोपियों ने उसे धमका कर भगा दिया। मामला पुलिस में पहुंचा तो जांच के दौरान पुलिस टीम उस दुकान पर पहुंची जो बंद पाई गई। पुलिस ने पूरे बाजार में जाल बिछाया और उसी दिन शाम को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
ठगी की अजीबो गरीब तरीका
तीनों आरोपियों की पहचान संजीव कश्यप (दुकान का मालिक), यश भदोरिया और नईम के तौर पर हुई। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं, वे आमतौर पर मोबाइल फोन, उसके गैजेट्स और कलाई घड़ियों जैसे सामान बेचते हैं। इनमें से एक आरोपी खुले बाजार में जाकर ग्राहकों को असली गैजेट्स दिखाकर लुभाता है और उन्हें अपनी दुकान पर ले आता है। ग्राहक के काउंटर टेबल पर पहुंचने के बाद ये सभी किसी तरह उन्हें गुमराह करते हैं और ग्राहकों पर नकली सामान बेच देते हैं।
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