सीतापुर के गांव पाल्हापुर में हुए छह-छह क़त्ल की इस वारदात को पहले 'मास मर्डर कम सुसाइड' यानी सामूहिक हत्या के बाद खुदकुशी बताया गया था। घर में जिंदा बचे परिवार के इकलौते सदस्य यानी अजीत सिंह ने अपने भाई अनुराग सिंह पर अपने बीवी-बच्चों और मां की हत्या करने के बाद खुद को गोली मार खुदकुशी करने का इल्जाम लगाया था। शुरुआत में इस थ्योरी पर पुलिस ने भी आंख बंद कर यकीन कर लिया.