नागौर से केशाराम गढ़वार की रिपोर्ट
लड़कों का लिपिस्टिक, पैंटी और ब्रा वाला ग्रुप सेक्स गैंग, होमोसेक्सुअल गैंग के 6 आरोपी गिरफ्तार, 40 बच्चों को बनाया शिकार, कत्ल के बाद खुलासा
ADVERTISEMENT
09 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 16 2024 1:05 PM)
Rajasthan News: आरोपी बबलू उर्फ रसूल मोहम्मद ने समलैंगिक आदत वाले कुछ लोगों को अपने साथ जोड़ रखा था और उनके साथ मिलकर वह होमोसेक्सुअल की अपनी हरकतों को अंजाम देता था।
Rajasthan Homosexual Gang: नागौर में लापता छात्र यश के कत्ल में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यश के कत्ल के तार होमोसेक्सुअल ग्रुप से जुड़े हैं। पुलिस ने गैंग के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग की हर परतें जानने के लिए कहानी 19 जनवरी से शुरु करते हैं। तारीख 19 जनवरी। ये वही दिन था जिस रोज़ नागौर के रहने वाले पुखराज का 16 साल का बेटा बाइक से घर से स्कूल जाने को निकला था। पुखराज का बेटा यश ग्यारहवी कक्षा में पढ़ता था। पुखराज मेहनत मजदूरी करके बच्चे को पढ़ा लिखा कर बड़ा अफसर बनाना चाहता था। पुखराज 19 जनवरी को भी काम पर गया था कि तभी उसके मोबाइल पर यश के स्कूल से टीचर का कॉल आया। अभी पुखराज कुछ समझ पाता कि स्कूल से कई फोन कॉल आ गए। पुखराज ने घर में फोन कर पत्नी से पूछा तो पता चला कि यश तो स्कूल के लिए निकला है। सवाल ये था कि यश स्कूल नहीं गया तो कहां गया। पुखराज समेत पूरा परिवार परेशान था कि बच्चा कहां चला गया। थक हारकर देर रात पुखराज नें कोतवाली थाने में यश की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा दी।
ADVERTISEMENT
परिवार परेशान था कि बच्चा कहां चला गया
पुखराज और उसके रिश्तेदार यश की तलाश में जुटे थे लेकिन असली काम तो पुलिस को करना था। पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी रही। एक दिन गुजरा दो दिन गुजरा तीन दिन गुजरा इसी तरह 10 दिन गुजर गए और यश का कोई सुराग नहीं मिला। पुखराज रोज खुद अपने स्तर से खोजबीन कर रहा था। जब उसने अपने घर से लेकर जिस रास्ते से वह स्कूल जा रहा था वहां तक के सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक वीडियो में यश नजर आ गया। अब पुखराज की उम्मीदें जाग उठीं कि उसका बेटा उसे मिल जाएगा। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि यश संत बलराम दास शास्त्री राजकीय विद्यालय के पीछे स्थित पानी की टंकी के पास एक घर तक जाता हुआ दिखाई दे रहा था।
सीसीटीवी फुटेज में यश नजर आया
इसके बाद वो नही तो आगे के सीसीटीवी फुटेज में कहीं दिखाई दिया। यानि पानी की टंकी के पास से ही यश कहीं गायब हो गया। पीड़ित पिता पुखराज खुद ये सीसीटीवी फुटेज लेकर पुलिस थाने पहुंचा। इस उम्मीद में कि पुलिस यश को सही सलामत तलाश लेगी। खैर पुलिस तो पुलिस छहरी अफसरों ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। पीड़ित के पिता पुखराज ने कि लोगों से बातचीत की फिर भी कोई उसके बेटे का सुराग नहीं बताया। आखिर हताश होकर है पुखराज अपने पूरे परिवार के साथ रोता बिलखता जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस के पास पहुंचा और पूरी घटनाक्रम बयान किया। जिला पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले को समझा और तुरंत प्रभाव से कार्यवाई करवाने के निर्देश दिए।
पिता पुखराज खुद ये सीसीटीवी फुटेज लेकर पुलिस थाने पहुंचा
अभी पुलिस जांच कर रही थी कि गुमशुदगी के 14वें दिन पानी की टंकी के पास से कॉलोनी के लोगों ने भयंकर दुर्गंध आने की शिकायत की। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो गोबर के ढेर के नीचे पुलिस को एक बोरा नजर आया। पुलिस टीम ने बोरा खोला तो सबके होश उड़ गए। बोरे में बच्चे की लाश थी। पुलिस ने शिनाख्त कराई तो पता चला कि ये लाश यश की ही है जो कि 14 दिनों से लापता था। पुलिस ने एंबुलेंस को मौके पर बुलाकर शव को राजकीय पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय की मोर्चरी में भेज दिया। पुलिस ने यश की हत्या के शक में एक आरोपी को हिरासत में लिया है। परिजनों का आरोप है कि जब भी वह जांच अधिकारी से बात करते थे उसे दौरान कोई उनको संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता था। जो पुलिस का काम था वह पीड़ित पिता पुखराज ने पूरा किया लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी में कोई जांच नहीं की और उनके बेटे का कत्ल कर दिया गया।
समलैंगिक संबंधों बनाने से इनकार करने पर मर्डर
जांच में यश के साथ पढ़ने वाले दो बच्चों ने बताया की वह रोज बबलू घोसी के साथ बैठता था। जब बबलू घोसी के बारे में इधर-उधर पूछताछ की तब पता चला कि वह किन्नर स्वभाव का है वो पहले महिला का श्रृंगार और उनके वस्त्र धारण कर तंत्र विद्या करता है। खुलासा हुआ है कि मृतक यश की हत्या बबलू उर्फ रसूल मोहम्मद घोसी ने की है। बबलू घोसी का यश के एक दोस्त को पसंद करता था। बबलू घोसी यश को अपने और उस युवक के बीच में रोड़ा मानता था। इसी वजह से उसने यश की हत्या कर दी थी। खुलासा हुआ है कि रसूल मोहम्मद अप्राकृतिक मैथुन का शौकीन था।
युवक ने पुलिस को बताया कि:
"जब मैं उससे मिलता था तो उसने मेरे साथ कई बार अश्लील हरकतें की मगर शर्म लिहाज के कारण मैंने यह बात मेरे घर वालों को नहीं बता पाया। पिछले 8 से 10 महीना से बबलू घोसी के साथ मैं उसके साथी महेंद्र चारण, महेंद्र नायक, मनोहर लाल नायक, निखिल माली, अमृतलाल मेघवाल व सुनील नायक हमारे सामने बबलू के कमरे में औरतों के कपड़े पहनते और आपस में एक दूसरे के साथ होमो सेक्स करते थे और अश्लील हरकतें भी करते थे। मेरे पास स्कूल जाने का कोई साधन नहीं था। तो यश मेरा दोस्त बन गया था। यश के पास मोटरसाइकिल थी हम दोनों मोटरसाइकिल में साथ ही स्कूल जाते थे। इसलिए मैं उनके साथ नहीं बैठ पाता था और बबलू यह सोचने लग गया कि यस उनके बीच रोड़ा बन गया है। इसलिए उसने यश की हत्या की थी।
होमोसेक्सुअल ग्रुप से 40 बच्चों को बनाया शिकार
आरोप है कि बबलू और उसके साथियों ने किशोर वर्ग के युवाओं को न केवल अश्लील वीडियो व फोटो भेज कर उन्हें बरगलाया पुलिस ने पोक्सो एक्ट सहित अन्य संगीत धाराओं में मामला दर्ज कर आज से आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये गैंग बच्चों के अश्लील वीडियो बना लिया करता था।
ADVERTISEMENT