ISIS के पुणे मॉड्यूल के निशाने पर था अयोध्या का राम मंदिर, 26/11 से बड़े धमाके की थी साजिश

03 Oct 2023 (अपडेटेड: Oct 3 2023 3:45 PM)

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ISIS threat on ayodhya ram mandir: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS के जिन तीन आतंकियों को पकड़ा है उनके निशाने पर अयोध्या का राम मंदिर तो था ही साथ ही कई शहर और कई नेता भी टारगेट पर थे।

Threat on Ayodhya Ram Mandir : दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिन तीन आतंकियों को दबोचा है जब उन्हें मीडिया के सामने लाई तो उनके चेहरों पर बेशक नकाब चढ़ा हुआ था लेकिन इनके दिल में पनप रही शातिर करतूतें अब बेनकाब हो चुकी थी। अगर इनके चेहरे खुले होते और इनकी साज़िशों पर यूं ही नकाब पड़ा रहता तो पूरा हिन्दुस्तान दहल चुका होता। 


दिल्ली का अक्षरधाम मंदिर
अयोध्या का रामजन्म भूमि मंदिर
और मुंबई का क्वीन नेकलेस यानी मरीन ड्राइव

 

नक्शे पर लगाए निशान

असल में ये उन जगहों के नाम हैं, जिन पर नक्शे के ऊपर इन लोगों ने निशान लगा रखे थे.यानी इनके टारगेट पर वो ठिकाने थे। ये लोग बड़ा विस्फोट करने की साजिश रच रहे थे और पुलिस की मानें तो ये लोग करीब करीब अपने टारगेट के बेहद करीब भी थे। मुंबई का छाबड़ा हाउस को धमाके से दहलाने के ये लोग फाइनल स्टेज में थे। खूंखार आतंकवादी संगठन ISIS के पैन इंडिया मॉड्यूल के वो तीन प्यादे गिरफ्त में आए जिनका अगर मकसद जरा भी कामयाब हो जाता तो सार हिंदुस्तान दहल जाता। शहनवाज अरशद और अशरफ इन तीनों के निशाने पर देश के प्रमुख मंदिर तो थे ही...कुछ नेता भी थे जिनकी फोटोज पर इन लोगों ने क्रॉस का निशान लगा रखा था...

पकड़े गए आतंकी इंजीनियर हैं और IS का पुणे मॉड्यूल तैयार कर रहे थे

तीनों आतंकी इंजीनियर हैं

खुलासा यही हुआ है कि तीनों ही इंजीनियर हैं, नॉर्थ इंडिया में बड़े आतंकी हमले करने का इनका जबरदस्त प्लान था। लेकिन इससे पहले इन्हें अपने मकसद तक पहुँचने का रास्ता मिल पाता स्पेशल सेल को इनके खौफनाक मंसूबों की भनक लग गई। स्पेशल सेल ने पहले शाहनवाज को गिरफ्तार किया। फिर उसकी ही निशानदेही पर अरशद और रिजवान को गिरफ्तार किया गया। शाहनवाज को दिल्ली के जैतपुर से, जबकि अरशद को मुरादाबाद से और रिजवान अशरफ को लखनऊ से पकड़ा गया।शाहनवाज को इसी साल महाराष्ट्र से पकड़ा गया था मगर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। पेशे से इंजीनियर शहनवाज दिल्ली में रह रहा था और IS का स्लीपर मॉड्यूल तैयार कर रहा था।

पुलिस की गिरफ्त में तीनों आतंकी

पुणे के जंगलों को ब्लास्ट की टेस्टिंग

सबसे हैरानी की बात है कि तीनों इंजीनियर हैं और पढ़े लिखे। और पुलिस को यही बात सबसे खतरनाक लग रही है। यानी तीनों आतंकवादी अपनी तालीम का इस्तेमाल देश को दहलाने के लिए करने वाले थे।  खुलासा यही है कि शाहनवाज से मिले दस्तावेजों से पता चला है कि वो जो बम बना रहा था उसकी प्रैक्टिस के लिए आतंकियों ने पुणे के जंगलों को ब्लास्ट की टेस्टिंग के लिए चुना था और वहां पर ब्लास्ट भी किए गए ISIS का ये मॉड्यूल हिंदुस्तान में आतंकियों को ट्रेनिंग देने से लेकर बम की टेस्टिंग भी कर रहा था। बकौल पुलिस उनके निशाने पर उत्तर भारत के कई शहर थे। और दिल्ली पुलिस का ये खुलासा वाकई हैरत में डाल देता है…

उत्तर भारत की 18 जगहों की रेकी

अब जरा इन आतंकियों से तार्रुफ भी हो जाए। रिजवान मूल रूप से आजमगढ़ का रहने वाला है जबकि शाहनवाज और अरशद झारखंड के हैं। तीनों आतंकियों ने पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं।  मुख्य आरोपी शाहनवाज के दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत की 18 जगहों पर रेकी करने की बात सामने आई है। इनके निशाने पर देश की जानी-मानी हस्तियां थीं।  इनके निशाने पर देश के प्रमुख मंदिर में अयोध्या और मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित चाबड़ हाउस जैसे स्थान थे।लेकिन इन आतंकियों से पूछताछ में जो पुलिस के सामने आया वो खुलासा बेहद खौफनाक है। 

फरतुल्लाह और उसके दामाद शाहिद फैसल के संपर्क में 

पता यही चला है कि ये तीनों अक्षरधाम हमले के मास्टरमाइंड गौरी के संपर्क में थे सूत्रों से पता चला है कि यह लोग गुजरात में अक्षरधाम मंदिर पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड भगोड़े फरतुल्लाह गौरी और उसके दामाद शाहिद फैसल के संपर्क में थे। सुरक्षा एजेंसियां इन से जुड़े लोगों की जानकारी जुटा रही हैं। सेल का दावा है कि संदिग्ध आतंकी ISIS मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं। ये देश में धमाके करने की तैयारी में थे आतंकियों को रविवार देर रात कोर्ट में पेश किया। जहां 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने जब शाहनवाज की कुंडली खंगाली तो और भी ज्यादा हैरान करने वाली बात सामने आई। इसी साल 18 जुलाई को पुणे पुलिस ने शाहनवाज और उसके दो साथियों इमरान और यूनुस को दोपहिया गाड़ी चुराने की कोशिश करते हुए पकड़ा था मगर वो पुलिस की गिरफ्त से भाग निकला था।

पुणे मॉड्यूल में आतंकियों की भर्ती

रतलाम के रहने वाले इमरान और यूनुस ने पूछताछ में जो बताया उसने पुलिस के होश उड़ा दिए। दोनों के खिलाफ राजस्थान में आतंक का केस दर्ज है क्योंकि मार्च 2022 में उनके पास से विस्फोटक मिले थे। 22 जुलाई को महाराष्ट्र ATS ने जांच अपने हाथ में ली। इमरान और यूनुस ने बताया कि कोंधवा के बोपटघाट में एसिड रखा है जिसका इस्तेमाल बम बनाने के लिए किया जाने वाला है। इसके बाद ही महाराष्ट्र ATS ने एडिस और दूसरे केमिकल भी जब्त किए।  IS के इस पुणे मॉड्यूल में आतंकियों की भर्ती से लेकर केमिकल बम तैयार और ब्लास्ट करने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।  इन लोगों ने पुणे में इसकी ट्रेनिंग ली थी। 

 

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