Video: दिल्ली में नवजात बच्चों की तस्करी के सबसे बड़े गैंग का खुलासा, सीबीआई ने 8 बच्चों की किया रेस्क्यू, एक बच्चे की कीमत 5 लाख

06 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 6 2024 2:20 PM)

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Delhi Video: सीबीआई ने फिलहाल 24 घंटे की छापेमारी के दौरान 8 बच्चों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है, नवजात बच्चों को 4 से 5 लाख रुपये में बेचा जा रहा था।

दिल्ली से अरविंद ओझा के साथ हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट

Delhi Big News: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बच्चों की तस्करी के सिलसिले में दिल्ली भर में कई स्थानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। राजधानी के केशवपुरम इलाके में स्थित एक घर से तीन नवजात शिशुओं को बरामद किया गया है। सीबीआई अफसरों के अनुसार ये गैंग बड़े पैमाने पर नवजात शिशुओं की खरीब फरोख्त कर रहा था। सीबीआई की टीमें गैंग में शामिल सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है, जिसमें बच्चे बेचने वाली महिला और खुद खरीदार दोनों शामिल हैं।

दिल्‍ली-NCR में बच्‍चा चोरी रैकेट का भंडाफोड़

जांच में खुलासा हुआ है कि ये गैंग महज दिल्ली में ही नहीं बल्कि दिल्ली के बाहर भी सक्रिय है। सीबीआई ने फिलहाल 24 घंटे की छापेमारी के दौरान 8 बच्चों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक अस्पताल का वार्ड बॉय और कई अन्य महिलाएं शामिल हैं। सीबीआई के सूत्रों के अनुसार अकेले पिछले महीने के भीतर लगभग 10 बच्चों को बेचा गया है। सीबीआईम ने पिलहाल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

CBI ने 8 नवजात को किया रेस्‍क्‍यू

सीबीआई जांच अब कई राज्यों में पहुंच चुकी है। बच्चों की तस्करी करने वालों में कई प्रमुख अस्पताल गहन जांच के दायरे में आ रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि नवजात शिशुओं को 4 से 5 लाख रुपये तक की अत्यधिक राशि में बेचा जा रहा था। बच्चों की तस्करी के मामले में दिल्ली ने केशव पुरम इलाके में सीबीआई की रेड की थी। शुक्रवार से ही यहां सीबीआई की टीम छापेमारी कर रही है। रेड के दौरान सीबीआई की टीम ने एक घर से दो नवजात शिशु को बरामद किया है। अभी तक 8 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है।

कई राज्‍यों में सर्च ऑपरेशन जारी

बच्चों की तस्करी करने वाले इस गैंग के लोग अस्पताल से नवजात बच्चों की चोरी करते थे। चोरी में असपताल के कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली और देश के कुछ बड़े अस्पताल और आईवीएफ सेंटर सीबीआई की रडार पर हैं। ये पूरी कहानी द्वारका के एक हॉस्पिटल से शुरु हुई। जहां पता चला कि इंदू नाम की महिला नवजात बच्चों को गोद दिलवाने का काम करती थी। 

शुक्रवार से शुरू हुई सीबीआई की रेड?

इंदु और नीरज का राजेश नाम के शख्स से संपर्क हुआ। राजेश को एक 15 साल की बेटी थी वो एक नवजात बेटा हासिल करना चाहता था। बच्चे की कीमत तय होने के बाद ये दोनों राजेश को केशव पुरम के फ्लैट पर ले आए। यहां पर एक 15 दिन का बच्चा पहले से था और एक डेढ़ दिन का बच्चा इंदू और नीरज साथ लेकर आए थे ताकि अपनी पसंद का बच्चा राजेश खरीद सकें। ये एक बच्चे का ये चार से पांच लाख वसूलते थे। सीबीआई का कहना है कि आने वाले वक्त में देश के कई हिस्सों से और भी गिरफ्तारियां संभव हैं। 

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