Zeeshan Siddique: बुज़दिल डराया करते है अक्सर दिलेर को, धोखे से मार देते हैं गीदड़ भी शेर को...उन्होंने मेरे पिता को चुप करा दिया, लेकिन वे भूल जाते हैं - वह एक शेर था - और मैं उसकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उसकी लड़ाई को अपनी रगों में रखता हूं, ये कहना है बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी का। जिशान सिद्दीकी ने अपने पिता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद एक के बाद कई Tweet किए हैं। बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान ने कहा - वह न्याय के लिए खड़े रहे, बदलाव के लिए लड़े और अटूट साहस के साथ तूफानों का सामना किया। अब, जो लोग उसे नीचे लाए थे, वे यह मानकर मुझ पर नजरें गड़ाए हुए हैं कि वे जीत गए हैं. मैं उनसे कहता हूं कि मेरी रगों में शेर का खून दौड़ता है। मैं अभी भी यहां हूं, निडर और अटूट। यह लड़ाई अभी ख़त्म नहीं हुई है. आज, मैं वहीं खड़ा हूं, जहां वह खड़े थे।
'बुज़दिल डराया करते हैं अक्सर दिलेर को, धोखे से मार देते हैं गीदड़ भी शेर को'... बाबा सिद्दीक़ी के बेटे जीश़ान का दर्द छलका!
Zeeshan Siddique: बाबा सिद्दीक़ी के बेटे जीश़ान का दर्द छलका है। इसको लेकर उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया है।
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21 Oct 2024 (अपडेटेड: Oct 21 2024 6:15 PM)
जीशान सिद्दीकी का खून खौल रहा है और वो खौले भी क्यों नहीं? अपने पिता की इस तरीके से हुई मौत से वो आहत है। अब सिद्दीकी परिवार न्याय चाहता है। पुलिस बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले की लगातार जांच कर रही है। अभी तक 10 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी है, लेकिन इस केस का मास्टर माइंड अभी तक फरार है। उधर सिद्दीकी परिवार पर अब दुखों का पहाड़ टूटा है। ऐसे में परिवार को न्याय मिले और बाबा सिद्दीकी की मिल्कियत बची रहें, अब यहीं सिद्दीकी परिवार का उद्देश्य भी है।
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दरअसल, बाबा सिद्दीकी अरबों की विरासत अपने पीछे छोड़ कर गए हैं। सिद्दीकी परिवार के पास कई प्रापर्टिज, कई गाड़ियां, सोना और तमाम तरीके की सेविंग के अलावा बहुत कुछ हैं। दरअसल, बाबा सिद्दीकी पटना में जन्मे थे। जब उनकी मौत हुई, वो 66 वर्ष के थे। बाबा लग्जरी लाइफ जीते थे। इसके साथ ही समाज सेवा से जुड़े कार्यों में भी वे बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे। बाबा सिद्दीकी ने 2014 में लोकसभा इलेक्शन लड़ने के दौरान चुनाव आयोग के सामने एक हलफनामा पेश किया था। साल 2014 में उनकी नेटवर्थ 76 करोड़ रुपये थी। बाबा सिद्दीकी पर 23.59 करोड़ रुपये का कर्ज होने की जानकारी दी थी।
उनके और पत्नी व बच्चों के तमाम बैंक अकाउंट्स में जमा करीब 3 करोड़ रुपये बताया गया था, जबकि बाबा सिद्दीकी और उनकी पत्नी शेहजीन सिद्दीकी द्वारा उस समय शेयरों में 45 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश किया गया था। इसके अलावा उनके नाम पर 72 लाख रुपये की एलआईसी पॉलिसी भी थीं।
साल 2018 में ईडी ने उनसे जुड़े और पिरामिड डेवलपर्स के 33 लग्जरी फ्लैट जब्त किए थे, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 462 करोड़ रुपये बताई जाती है। बाबा सिद्दीकी के पास करीब 6 करोड़ रुपये के सोने-चांदी के जेवर थे। बाबा सिद्दीकी के पास दो मर्सिडीज बेंज कारें थी, जिनकी कुल कीमत 1.15 करोड़ रुपये बताई गई थी। बाबा सिद्दीकी के पास कई प्रापर्टिज भी हैं। दरअसल, उन्होंने जो चुनावी हलफनामा दाखिल किया था, उसके मुताबिक सिद्दीकी के नाम पर मुंबई के बांद्रा वेस्ट में एक कॉमर्शियल बिल्डिंग थी, जिसकी कीमत करीब 4 करोड़ रुपये थी। दो मकान भी उनके नाम पर थे, जिनकी कुल कीमत 18 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई गई थी। वहीं बाबा की पत्नी के नाम पर 1.91 करोड़ रुपये की कॉमर्शियल बिल्डिंग और 13.73 करोड़ रुपये की रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज दर्ज हैं।
ये वो जानकारियां हैं, जो उन्होंने 2014 के चुनाव में हलफनामा दायर किया था। अब 2024 चल रहा है। यानी 10 सालों में बाबा सिद्दीकी के पास और दौलत आई। हालांकि इससे बारे में सटीक जानकारी तो उपलब्ध नहीं है, लेकिन अब बाबा सिद्दीकी परिवार कई सौ करोड़ की आसामी है।
बाबा जब इफ्तार की दावत देते तो उसमें मुंबई के सारे फिल्मी सितारों से शाम सजती थी। छात्र नेता, बीएमसी के कॉरपोरेटेर और फिर विधायक। बाबा सिद्दीकी ने चार दशक के दौरान प्रॉपर्टी मार्केट में ऐसा साम्राज्य कायम किया, जिसकी वैल्यू 15 हजार करोड़ आंकी जा रही है।
2004 में सिद्दीकी ने अपनी कंस्ट्रक्शन फर्म ज़ीयर्स डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड को रजिस्टर्ड किया। इसके बाद आधिकारिक तौर पर पहले प्रोजेक्ट के तौर पर बांद्रा में लिंकिंग रोड के शॉपिंग एरिया में लिंक स्क्वायर मॉल बनाया। फिर एक पुराने सोसाइटी प्लॉट को रीडिवेलप किया और शिवस्थान हाइट्स नाम से रेजिडेंशियल टावर बनवाया। बाबा सिद्दीकी का काम पूरे मुंबई में दिखा। उन्होंने बांद्रा के पाली नाका के पास मकबा हाइट्स नाम की हाईराइज बिल्डिंग बनाई। उनका परिवार अभी भी इस आलीशान घर में रहता है। कहा जाता है कि उनका बिजनेस कनेक्शन दुबई और लंदन में भी था।
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