DELHI FIRE CRACKERS/ AIR QUALITY INDEX/ CRACKERS BANNED : दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पटाखों पर बैन के बावजूद खूब आतिशबाजी हुई। इसका नतीजा ये रहा कि हवा की गुणवत्ता बहुत ज्यादा खराब हो गई। दिल्ली के करीब-करीब हर इलाके में आधी रात आते-आते हवा की गुणवत्ता गंभीर के स्तर को भी पार कर गई थी। दिल्ली के कई इलाकों के साथ ही यूपी के नोएडा और गाजियाबाद में एक्यूआई 999 रिकॉर्ड किया गया। सुबह भी हवा का एक्यूआई लेवल 999 पर बरकरार है। गौरतलब है कि जब एक्यूआई मापा जाता है, उसमें अधिकतम 999 ही रिकॉर्ड किया जा सकता है। उधर, दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि दीवाली की रात कुल 125 काल्स आई, जिनमें से 4 काल्स आतिशबाजी की वजह से आग लगने से संबंधित थी।
ये कैसा बैन ! पटाखों पर बैन फिर भी खूब चले पटाखे ! दीवाली की रात राजधानी में आग लगने की 125 काल्स आई
What a ban! Ban on firecrackers, yet firecrackers went on a lot! 125 calls for fire broke out in the capital on Diwali night do read crime stories at crime tak website
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05 Nov 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:08 PM)
पटाखों पर बैन, फिर भी खूब चले
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राजधानी दिल्ली में पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का स्तर बहुत खराब होने के चलते सरकार ने ग्रीन पटाखों की बिक्री और चलाने की भी अनुमति नहीं दी थी। वहीं, दिल्ली से सटे हरियाणा के जिलों में भी पटाखों पर पाबंदी थी। इसके बावजूद दिल्ली एनसीआर में जमकर आतिशबाजी की गई।
प्रदूषण की सारी सीमा पार
दिल्ली और एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में AQI स्तर 999 पर पहुंच गया। दिल्ली में इंडिया गेट, जवाहर लाल नेहरू, श्रीनिवास पुरी पर और नोएडा और गाजियाबाद के सभी स्टेशन्स पर AQI स्तर 999 पर पहुंच गया। जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में सुबह 6 बजे पीएम 2.5 की सांद्रता 1164 माइक्रोग्राम/मीटर क्यूब थी। यह सामान्य 60 माइक्रोग्राम/मीटर क्यूब से लगभग 20 गुना खराब थी।
गंभीर से दोगुना हुआ प्रदूषण
ऐसे में कहा ये भी जा रहा है कि हवा की गुणवत्ता 999 से भी ज्यादा खराब है। 400 से 500 के बीच एक्यूआई का होना भी गंभीर माना जाता है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में सुबह के समय भी एक्यूआई 999 रिकॉर्ड किया गया जो गंभीर श्रेणी के उच्चतम स्तर का भी दोगुना है।
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