देवभूमि में फैली हिंसा की आग, इंटरनेट बंद किया, अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात

Haldwani Riots: उत्तराखंड का हल्द्वानी शहर गुरुवार को अचानक धधकने लगा हालात को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

हल्द्वानी में बिगड़े हालात

हल्द्वानी में बिगड़े हालात

09 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 16 2024 1:15 PM)

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Haldwani Riots: देवभूमि उत्तराखंड का हल्द्वानी शहर गुरुवार को अचानक धधकने लगा। शहर हिंसा की आग में झुलस उठा। हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में हिंसा की चिंगारी उस वक़्त भड़क उठी, जब नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान का बुलडोजर एक अवैध मदरसे और मस्जिद पर चला। हिंसा की आग इतनी भयावह थी कि पूरा शहर धू धूकर  जल उठा। हालात बिगड़ते देखकर उपद्रवियों को देखते ही सीधे गोली मारने के आदेश दे दिए गए। 

इंटरनेट सेवा बंद

हल्द्वानी में हालात को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पहले तो लोगों से शांति बहाल रखने की अपील की साथ ही कानून की व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर तरह से सख्ती बरतने के आदेश दे दिए हैं। 

उपद्रवियों के हमले से पुलिसवाले घायल

अवैध मस्जिद और मदरसा तोड़ने पर बवाल हुआ। इस दौरान बुलडोजर को देखकर  गुस्साए लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग तक लगा दी। इस उपद्रव में कई पुलिसवाले घायल हो गए। घायलों में कई महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं। 

हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले 

मिली जानकारी के मुताबिक बुलडोजर की कार्रवाई मलिका बगीचा में मौजूद मदरसे और मस्जिद पर एक्शन के बाद शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी और आगजनी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए जब अतिरिक्त पुलिसबल बुलाया गया जिसने  उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले भी दागे। 

पुलिस ने लाठीचार्ज किया

हाईकोर्ट के आदेश के बाद दोपहर 1:30-2:00 बजे एसडीएम और नगर निगम अधिकारी के साथ पुलिस टीम अवैध मदरसों को तोड़ने गई थी। अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण खाली कराने के तुरंत बाद कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने भीड़ को शांत कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन इसके परिणामस्वरूप बड़ी भीड़ द्वारा आक्रामक पथराव किया गया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। 

देर शाम तक हुआ बवाल

जब पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो इसके परिणामस्वरूप और अधिक लोग एकत्र होकर बल पर हमला करने लगे। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। पुलिस बल ने भनभूलपुरा थाने में शरण ले ली थी। शाम करीब पांच बजे घायल पुलिस कर्मियों, सरकारी अधिकारियों और पत्रकारों को बनभूलपुरा थाने में ही पनाह दे दी गई। उपद्रवियों ने पथराव करके फायर ब्रिगेड, पुलिस वैन को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया। 

उपद्रवियों ने घेर लिया इलाका

हल्द्वानी में उपद्रवियों ने जेसीबी को निशाना बनाकर  पथराव किए जिससे जेसीबी का शीशा टूट गया। भारी विरोध के बावजूद नगर निगम का अभियान जारी रहा। नगर आयुक्त, सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम समेत नगर निगम की टीम ने गुस्साए लोगों को समझाने और उन्हें शांत रखने की कोशिश की, मगर अराजक तत्वों ने पथराव करते हुए समूचे इलाके को ही घेर लिया था। इसके बाद भीड़ ने थाने को भी घेरते हुए वाहनों में आग लगा दी। 

मुख्यमंत्री का निर्देश, उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा

सीएम पुष्कर धामी ने मामले को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ पुलिस एवं इंटेलिजेंस के साथ दूसरे सीनियर आला अफसर हल्द्वानी के हालात की समीक्षा की गई। सीएम ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। साथ ही पुलिस अफसरों को साफ निर्देश दिए कि उपद्रवियों को देखते ही गोली मार दी जाए। शांति भंग करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। 

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