Uttarakhand Tunnel: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए क्षैतिज पाइप 42 मीटर तक डाला गया जिससे फंसे हुए 41 लोगों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद जगी है। सरकार ने एक बयान में कहा कि अब तक क्षैतिज ‘ड्रिल’ करके 42 मीटर तक या 67 प्रतिशत हिस्से तक पाइप डाला गया है।
अब निकलने वाले हैं सुरंग में फंसे मजदूर, रेस्क्यू की कोशिशें तेज़, सुरंग में 42 मीटर तक पहुंचा पाइप
Uttarakhand Tunnel: सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए पाइप 42 मीटर तक डाला गया जिससे फंसे हुए 41 लोगों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद जगी है।
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जांच में जुटी पुलिस
22 Nov 2023 (अपडेटेड: Nov 22 2023 7:00 PM)
निकलने वाले हैं सुरंग में फंसे मजदूर
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इसमें कहा गया है कि एक अन्य पाइप के जरिये रोटी, सब्जी, खिचड़ी, दलिया, संतरे और केले जैसे खाद्य पदार्थों की पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है। इसके अलावा दवाओं और टी-शर्ट, अंतर्वस्त्र तथा टूथपेस्ट, साबुन जैसी अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है। बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ)/ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) द्वारा ‘वायर’ संपर्क के जरिये एक संशोधित संचार प्रणाली विकसित की गई।
नजदीक पहुंचा पाइप
बयान में कहा गया है, ‘‘एनएचआईडीसीएल ने ऑगर बोरिंग मशीन का इस्तेमाल करके श्रमिकों को बचाने के लिए सिलक्यारा से क्षैतिज बोरिंग फिर से शुरू कर दी है।’’ सिलक्यारा से ढहे हिस्से के मलबे के बीच बोरिंग के काम को शुक्रवार दोपहर को रोक दिया गया था जब अमेरिकी निर्मित ऑगर मशीन को लगभग 22 मीटर के बाद बाधा का सामना करना पड़ा था।
पाइप के जरिए आएंगे बाहर
क्षैतिज ‘ड्रिल’ करने का अभियान मंगलवार को फिर शुरू किया गया था। उत्तरकाशी जिले में चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे मलबे के दूसरी ओर श्रमिक फंस गए थे, जिन्हें निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
(PTI)
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