UP News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पुलिस की गुंडागर्दी खुलेआम सामने आई है. कोतवाली थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने हवाला के जब्त किये गये 85 लाख रुपये में से 50 लाख रुपये जब्त कर लिये. इंस्पेक्टर ने जब युवक को 35 लाख रुपये लौटाए और जाने को कहा तो उसने बाकी 50 लाख रुपये वापस मांगे. इस पर इंस्पेक्टर ने युवक का एनकाउंटर करने की धमकी दी और उसे वहां से भगा दिया. मामला संज्ञान में आने के बाद एसएसपी ने इंस्पेक्टर आलोक सिंह को निलंबित कर दिया है. साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी इंस्पेक्टर आलोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से 44 लाख रुपये भी बरामद किये गये हैं.
कारोबारी से दरोगा जी ने हड़पे हवाला के 50 लाख रुपये, वापस मांगा पैसे तो कहा- जाओ नहीं तो कर दूंगा एनकाउंटर
UP News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पुलिस की गुंडागर्दी खुलेआम सामने आई है.
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Crime Tak
09 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 9 2024 6:10 PM)
कोतवाली थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति भारी मात्रा में हवाला का पैसा लेकर नेपाल जा रहा है. इसकी जानकारी होने पर अधिकारियों ने चौकी प्रभारी बेनीगंज आलोक सिंह को जांच के लिए नियुक्त किया. जांच के दौरान उन्होंने 85 लाख रुपये बरामद किये, लेकिन इसकी जानकारी न तो थाना प्रभारी को दी और न ही किसी अन्य अधिकारी को.
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इंस्पेक्टर ने दी एनकाउंटर की धमकी
कुछ देर बाद उसने पकड़े गए युवक को 35 लाख रुपये लौटा दिए और बाकी 50 लाख रुपये अपने पास रख लिए. जब युवक ने बाकी पैसे वापस मांगे तो उन्होंने उसे एनकाउंटर की धमकी देकर भगा दिया। मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा तो मामले की जांच शुरू हुई. युवक ने बताया कि कुल रकम 85 लाख रुपये थी. इंस्पेक्टर ने 50 लाख रुपये खुद लिये और मुझे सिर्फ 35 लाख रुपये लौटाये.
क्राइम ब्रांच ने इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया
यह पूरा मामला गोरखपुर के शाहमारूफ में दुकान चलाने वाले एक कारोबारी और हवाला कारोबारी से जुड़ा है. युवक ने देवरिया के एक प्रभावशाली जन प्रतिनिधि से पैसे लिए थे और नौतनवा नेपाल सीमा पर किसी को देने के लिए निकला था। इसकी जानकारी पुलिस को हो गयी थी. पैसों की हेराफेरी का मामला संज्ञान में आने पर एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने पूरे मामले की जांच एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई को सौंपी है. इसके अलावा अन्य पहलुओं की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया है। इसके अलावा बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है। साथ ही क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से 44 लाख रुपये भी बरामद कर लिए हैं.
इंस्पेक्टर कोई ठोस जवाब नहीं दे सके
अफसरों की पूछताछ में चौकी प्रभारी ने कई अलग-अलग कहानियां बताईं। इतनी बड़ी रकम पकड़े जाने पर किसी अधिकारी को सूचना नहीं देने के सवाल पर वह कोई ठोस जवाब नहीं दे सके. उन्होंने सिर्फ इतना बताया कि मुकदमे की पैरवी के लिए चार लोग आये थे. एक अधिकारी ने भी फोन किया था. मामला एक प्रभावशाली जन प्रतिनिधि का था. इस कारण मामले को ज्यादा तूल नहीं दिया गया और पैसे के साथ पकड़े गये युवक को छोड़ दिया गया.
सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए
जांच विभाग के अधिकारियों के अलावा वहां लगे सीसीटीवी फुटेज आदि से भी चौकी प्रभारी की कहानी की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है. इस मामले में एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि हवाला रकम पकड़े जाने की जानकारी मिली है. इसकी हर तरह से जांच की जा रही है. लापरवाही बरतने पर चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. आरोपी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से 44 लाख रुपये बरामद कर लिए गए हैं. जब्त किए गए पैसों की सच्चाई जल्द ही सबके सामने आ जाएगी.
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