ऐसे रची गई थी पन्नू की हत्या का साजिश, साजिश में शामिल थे CC - 1 , निखिल गुप्ता, CS और अंडर कवर एजेंट UC!

क्या निज्जर पहले मारना था फिर पन्नू की बारी थी ?

USA Pannu News

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01 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 1 2023 1:42 PM)

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USA Pannu News : खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में कई किरदार थे। आइए आपको सारे किरदारों के बारे में बताते हैं। अमेरिका का कहना है कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या करने की साजिश का मुख्य सूत्रधार भारत सरकार का एक सीनियर अधिकारी है। इससे संबंधित फोन रिकार्ड्स, Voice Records, Videos, Photos सभी कुछ अमेरिकी जांच एजेंसी के पास है। ये सारे दस्तावेज उन्होंने अदालत में दाखिल किए हैं। सवाल ये उठता है कि ये अधिकारी, जिसे CC-1 कह कर संबोधित किया जा रहा है,


वो असल में है कौन?

उसका मकसद क्या था?

वो निखिल गुप्ता को कैसे जानता था?

निखिल गुप्ता के खिलाफ गुजरात में ड्रग्स के कितने केस दर्ज है?

क्यों CC-1 अधिकारी ने निखिल गुप्ता को इस काम के लिए चुना?

निखिल गुप्ता की हैसियत क्या है? क्या उसके इंटरनेशनल गैंग से तालुक्कात है?  


निखिल क्यों अंधेरे में रह गया?

 

 

Who is Nikhil Gupta ? : निखिल गुप्ता करीब 52 साल का है। यहां गुजरात में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज है। आरोप है कि वो इंटरनेशनल ड्रग सिडिकेंट से जुड़ा है। उसके विदेशों में दूसरे अपराधियों से लिंक है। कहा जाता है कि एजेंसी ऐसे ही गुर्गाों को तलाशती है, जिनके इस तरह से लिंक हो।

कौन है CC- 1 ?

सबसे पहले CC - 1 के बारे में आपको बताते हैं। ये भारतीय अधिकारी है। किस विभाग में है, क्या काम करता है ? पता नहीं, लेकिन दस्तावेजों से साफ है कि ये निज्जर की हत्या में शामिल था और पन्नू की हत्या करवाना चाहता है। CC - 1 की दोस्ती निखिल से थी। निखिल गुप्ता के खिलाफ गुजरात में ड्रग्स का मुकदमा दर्ज है। दोनों के बीच कैसे दोस्ती हुई, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है?

CC-1 ने निखिल गुप्ता को एक काम सौंपा। काम था पन्नू की हत्या करने का? निखिल गुप्ता ने अमेरिका में अपने क्रिमिनल भाइयों से संपर्क किया। एक क्रिमिनल भाई (दस्तावेजों में जिसे CS कहकर संबोधित किया गया है) से निखिल ने खुल कर बात की। वो निखिल की नजर में तो स्थानीय अपराधी था, लेकिन असल में वो अब यूएस फेडरल एजेंसी का सूत्र बन गया था।

CS ने गुप्ता को सुपारी किलर (जिसे दस्तावेजों में UC कह कर संबोधित किया गया है) के बारे में बताया। अब यहां सवाल उठता है कि जिस यूएस अपराधी, जिसे CS कहा जा रहा है, वो यूएस फेडरल एजेंसी का सूत्र बन गया था, ये जानकारी क्या निखिल को नहीं थी? या फिर दाल में कुल काला है।  

जिस सुपारी किलर (UC)के बारे में CS ने निखिल को बताया था, क्या CS को भी ये नहीं पता था कि अब UC सीआईए के लिए काम कर रहा है ? या फिर उसे इसकी जानकारी थी और ये जानबूझकर किया गया।

सवाल और अब भी हैं -

क्या ये संभव है कि निखिल को अपने लोकल क्रिमिनल दोस्त (CS) के बारे में सच्चाई पता नहीं थी कि वो अब यूएस फेडरल एजेंसी का सूत्र बन गया  है।

क्यों निखिल गुप्ता ने सीआईए के एंजेट पर इतना विश्वास कर लिया?

क्या ये CS और UC की प्लानिंग तो नहीं थी निखिल को फंसाने के लिए?

अमेरिका की एक अदालत में बुधवार को सामने आये अभियोजन पक्ष के आरोपपत्र के अनुसार निखिल गुप्ता (52) पर न्यूयॉर्क शहर में एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की नाकाम साजिश में संलिप्त रहने का आरोप है।

अभियोजन पक्ष ने मुकदमे में बताया कि गुप्ता किस तरह गुजरात में उसके खिलाफ दर्ज एक आपराधिक मामले को खारिज किये जाने के आश्वासन के बाद साजिश के लिए सहमत हो गया। अभियोजन पक्ष के आरोपपत्र में कहा गया, ‘‘मई 2023 में या इसके आसपास सीसी-1 और गुप्ता के बीच बातचीत शुरू हुई। डील थी कि गुप्ता का मुकदमा खारिज होगा, अगर वो पन्नू की हत्या करवाएगा। दोनों की नई दिल्ली में मुलाकात भी हुई, लेकिन बातचीत के दौरान कही न कही निज्जर को लेकर भी आरोपियों के बीच बात हुई।


क्या पहले निज्जर को मरवाना था और उसके बाद पन्नू को? सभी के बीच बातचीत हुई है। यानी CC1, निखिल, CS, UC के बीच बातचीत हुई है।

 


निज्जर की हत्या से पहले 9 जून की बात

दस्तावेजों के मुताबिक, 9 जून 2023 को गुप्ता ने लोकल क्रिमिनल CS को काल किया था और ये कहा था कि पन्नू की अगर हत्या कर दी तो UC (सुपारी किलर) की जिंदगी बदल जाएगी। इसके बाद और काम मिलेगा।      


12 जून को किया वीडियो काल

UC को गुप्ता ने जून 12 2023 के आसपास वीडियो काल किया। यानी सीधे सुपारी किलर को गुप्ता ने फोन किया। इस दौरान गुप्ता ने कैमरे में बैठे तीन और लोगों पर कैमरा फोकस किया। दरअसल एक काफ्रेंस चल रही थी। ये तीनों लोग वहां बैठे थे। सवाल ये उठता है कि ये तीनों लोग कौन थे? और क्यों UC को इन तीन लोगों को दिखाया गया?

12 जून की एक बार और बात, इस बार बात निज्जर के बारे में हुई थी

12 जून को गुप्ता ने लोकल क्रिमिनल CS से कहा था कि कनाडा में एक बड़ा टारगेट है। आखिर ये बात CS को गुप्ता ने क्यों कही था?

14 जून की बात,  इस बार भी बात निज्जर के बारे में हुई थी

14 जून को निखिल ने CS को मैसेज किया था कि हमें कनाडा के लिए एक अच्छी टीम चाहिए। क्यों निखिल CS को कनाडा के बारे में बार बार बता रहा था? जब कि CS तो अमेरिका में था। अगर ये माना जाए कि निखिल ने ही निज्जर की हत्या करवाई तो इसका क्या सबूत कनाडा की सरकार ने भारत सरकार को सौंपा है?

16 जून की बात

16 जून को गुप्ता और CS की बातचीत हुई थी। इसमें गुप्ता ने कहा था कि हम अपना काम कर रहे हैं। हम न्यूयोर्क और कनाडा का काम कर रहे हैं। क्या निज्जर को मारने के लिए किसी और गैंग से मदद ली गई?


18 जून की बात

दस्तावेजों के मुताबिक, जून में जब निज्जर की कनाडा में हत्या हुई थी, उस वक्त भारतीय अधिकारी  (CC-1) ने गुप्ता को एक वीडियो शेयर किया था।  ये वीडियो बाद में CS और UC को भी प्राप्त हुआ था।

19 जून की बात को गुप्ता ने खुद कहा था कि निज्जर हमारा टारगेट था

19 जून को गुप्ता ने UC को कहा था निज्जर एक टारगेट था। डरने की बात नहीं है, हमारे पास और भी टारगेट्स है। इसका मतलब ये है कि क्या पहले UC को निज्जर की हत्या का टारगेट दिया गया था?

निज्जर की हत्या के बाद 20 जून की बात

20 जून 2023 को भारतीय अधिकारी ने निखिल को पन्नू से संबंधित जानकारियां शेयर की थी और कहा था कि ये अब प्राथमिकता में है। तब गुप्ता ने यूएस में स्थानीय क्रिमिनल CS को पन्नू के बारे में बताया था और कहा था कि इसकी हत्या करनी है। दस्तावेजों के मुताबिक, गुप्ता ने 29 जून से पहले-पहले पन्नू और कनाडा में तीन अन्य लोगों को मारने का टास्क तय कर रखा था। सवाल ये उठता है कि ये सारे टास्क क्या गुप्ता ने CS को दिए थे?

गुप्ता को निज्जर की हत्या होने वाली है, ये कैसे पता था?

निज्जर की हत्या (18 जून 2023) से पहले गुप्ता और उसके सहयोगियों के बीच बातचीत हुई थी, जिससे पता चलता है कि उसे निज्जर की हत्या की जानकारी थी। आखिर अमेरिकी एजेंसी के पास इससे संबंधित क्या सबूत है ?


22 जून की बात, निज्जर की हत्या के बाद

22 जून को भारतीय अधिकारी ने गुप्ता को मैसेज किया था कि पन्नू घर पर नहीं है। जांच में ये बात भी सामने आई है कि भारतीय अधिकारी और गुप्ता के बीच ज्यादातर बातचीत अंग्रेजी और स्पेनिश में होती थी।

पैसों की डील भी हुई थी

इसका सारा रिकार्ड अमेरिकी एजेंसी के पास है। CC - 1 जो फोन इस्तेमाल कर रहा था, वो भारतीय नंबर है। इसके लिए बाकायदा पैसों की डील भी हुई थी। दस्तावेजों के मुताबिक, CC-1 और CS के बीच पैसों के लेन-देने की बात हुई थी। CS ने सरकारी अधिकारी से एक लाख यूएस डालर देने की मांग की।

4 जून की बात

4 जून को गुप्ता ने CS से वादा किया था कि अगर ये काम हो गया तो वो उसे चीफ से मिलवाएगा। ये चीफ कौन था?

9 जून को पैसा अरेंज किया गया था, 15 हजार डालर दिए गए थे

9 जून को 15 हजार डालर भारतीय अधिकारी CC-1 के एक सहयोगी ने अरेंज किये थे। ये रुपए भारतीय अधिकारी के सहयोगी ने सुपारी किलर को दिए। इससे संबंधित सूबत भी संलग्न किया गया है।


निखिल क्या इंटरनेशनल ड्रग्स तस्कर है?


अभियोजकों ने दावा किया है कि सीसी-1 एक ‘भारतीय सरकारी कर्मी’ है जिसने अमेरिकी जमीन पर हत्या के लिए भारत से साजिश रचने का निर्देश दिया। गुप्ता को एक ‘अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्कर’ करार दिया गया है और उसे साजिश में शामिल रहने के सिलसिले में जून 2023 में अमेरिका के अनुरोध पर चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था।
 

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