UP Police: यूपी पुलिस के यूपीसीओपी मोबाइल ऐप में पूछा जा रहा है कि आपका किरायेदार पेशेवर हत्यारा है, ड्रग तस्कर है, जुआरी है, अवैध शराब कारोबारी है या भिखारी है. यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. दरअसल, यूपी पुलिस का एक ऐप UPCOP है, जिस पर किरायेदारों का वेरिफिकेशन के लिए रजिस्ट्रेशन किया जाता है. लेकिन, इस ऐप में दिख रहे किरायेदारों के प्रोफेशन के विकल्प हैरान करने वाले हैं. हालांकि, यूपी पुलिस ने अब जवाब दिया है कि ऐसी गलती कैसे हो गई. इसका कारण क्या है.
कहीं आपका किराएदार पेशेवर खूनी, ड्रग तस्कर, जुआरी तो नहीं है, ऐसा यूपी पुलिस क्यों पूछ रही है?
आपका किरायेदार पेशेवर हत्यारा है, ड्रग तस्कर है, जुआरी है, अवैध शराब कारोबारी है या भिखारी है.
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Crime Tak
23 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 23 2024 2:58 PM)
आपका किराएदार 'पेशेवर खूनी' तो नहीं...
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UPCOP में किरायेदार से जुड़े वेरिफिकेशन को लेकर सवाल उठाए गए थे जिसमें कहा गया कि जब किरायदार के वेरिफिकेशन वाले ड्राप डाउन ऑप्शन में जाते है तब कई ऐसे प्रोफेशन देखने को मिलता है जो संगीन अपराधो के श्रेणी में आता है जैसे हायर्ड किलर, ड्रग्स स्मगलर, चोर ऐसे कई और आपत्तिजनक प्रोफेशन को एड किया गया है.
यूपी पुलिस ने यूपीसीओपी ऐप में गड़बड़ी पर सफाई दी है और कहा है कि ऐप का ड्रॉपडाउन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मास्टर डेटा पर आधारित है. अन्य राज्यों ने भी इस मुद्दे को एजेंसी के समक्ष उठाया है. हम इसे ठीक करने के लिए उनकी मदद ले रहे हैं.' पहले यह स्पष्ट नहीं था कि एनसीआरबी, जो पुलिस द्वारा दर्ज आपराधिक मामलों को दर्ज करता है, इसका पेशे से क्या लेना-देना है.
दरअसल, यूपीसीओपी ऐप का इस्तेमाल शिकायतें और एफआईआर दर्ज करने के लिए भी किया जाता है, इसलिए यह आईपीसी धाराओं के तहत अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए एनसीआरबी डेटा का उपयोग करता है। इसके चलते यूपीसीओपी ऐप में किरायेदारों के पेशे में शराब तस्कर, तस्कर और गृहिणी जैसे विकल्प देखने को मिले.
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