UP Police Constable ReExam: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती रद्द कर योगी सरकार ने लाखों अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है. पेपर लीक के दावों के बाद लाखों अभ्यर्थी परीक्षा रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे. राज्य सरकार ने परीक्षा रद्द करने के साथ ही 6 महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित करने का भी आदेश दिया है. सीएम योगी ने कहा कि युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
UP Police Exam Cancelled: यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द, जानें अब कब होगा दोबारा एग्जाम
UP Police Constable ReExam: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती रद्द कर योगी सरकार ने लाखों अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है
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Crime Tak
24 Feb 2024 (अपडेटेड: Feb 24 2024 2:35 PM)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'X' (पहले ट्विटर) के जरिए यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द होने की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
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राज्य सरकार की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है, '17 और 18 फरवरी 2024 को आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा के संबंध में प्राप्त आंकड़ों और सूचनाओं के परीक्षण के आधार पर, उचित विचार के बाद, सरकार ने उच्चतम मानकों को ध्यान में रखते हुए इस परीक्षा को मंजूरी दे दी है।' स्वच्छता और पारदर्शिता की. रद्द करने का फैसला लिया गया है. सरकार ने भर्ती बोर्ड को निर्देश दिया है कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
पेपर लीक की जांच एसटीएफ करेगी
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले की जांच की जिम्मेदारी योगी सरकार स्पेशल टेस्ट फोर्स (एसटीएफ) को सौंपेगी। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही सरकार ने भर्ती बोर्ड को निर्देश दिया है कि जिस भी स्तर पर लापरवाही हुई हो, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाए.
6 महीने के अंदर होगी दोबारा परीक्षा, मिलेगी मुफ्त यात्रा की सुविधा
पेपर रद्द करने के साथ ही यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर 6 महीने के अंदर पूरी शुचिता के साथ दोबारा कराने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा परीक्षा के लिए यात्रा के लिए भी अभ्यर्थियों से कोई पैसा नहीं लिया जाएगा. आदेश में लिखा है कि अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवाओं के माध्यम से निःशुल्क सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं.
पेपर लीक मामले में साक्ष्य और आपत्तियां मांगी गई थीं
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में अभ्यर्थी पहले दिन से ही परीक्षा रद्द कर परीक्षा दोबारा कराने की मांग को लेकर सड़कों पर हैं. पेपर लीक के दावों और अभ्यर्थियों के विरोध को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने अभ्यर्थियों से पेपर लीक की शिकायतों पर सबूत के साथ आपत्तियां मांगी थीं. भर्ती बोर्ड ने शुक्रवार शाम छह बजे तक अभ्यर्थियों की शिकायतों के संबंध में आपत्तियां और साक्ष्य प्रमाणित करने वाले प्रत्यावेदन मांगे थे। इस पर बोर्ड को करीब डेढ़ हजार शिकायतें ऑनलाइन मिली हैं।
आपको बता दें कि यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कुल 60244 रिक्तियों को भरने के लिए 17 और 18 फरवरी को राज्य भर में परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे. अभ्यर्थियों का कहना है कि दो दिन की चार पालियों में हुई इस भर्ती परीक्षा में 17 और 18 फरवरी की दूसरी पाली का पेपर लीक हो गया है. 18 फरवरी की शाम 3 से 5 बजे की पाली के प्रश्न पत्र सभी अभ्यर्थियों और कोचिंग शिक्षकों के पास पहुंच चुके थे. इसे लेकर शिक्षकों ने उसी समय सोशल मीडिया पर पोस्ट भी लिखा था जब पेपर लीक की खबर सामने आई थी.
भर्ती परीक्षा कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित की गई
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को लेकर राज्य सरकार ने कई सुरक्षा इंतजाम किए थे, इसके बावजूद जालसाज सेंधमारी करने में सफल रहे। सभी परीक्षा केंद्रों पर छोटे-छोटे जैमर लगाए गए थे ताकि जैमर के कारण कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण वहां काम न कर सके. सभी परीक्षा केंद्रों के अंदर सीसीटीवी, सीसीटीवी कंट्रोल रूम बनाए गए थे, अभ्यर्थी की फोटो का उसकी आंखों की रेटिना से मिलान किया गया और बायोमेट्रिक्स का भी मिलान किया गया. इसके बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश दिया गया।
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