UP News Mukhtar: उच्चतम न्यायालय ने जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी की उस याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया है कि बेटा अब्बास अंसारी मुख्तार अंसारी के फातेहा में शरीब हो सकेगा। अब्बास अंसारी ने 10 अप्रैल को अपने पिता मुख्तार अंसारी की फातेहा (विशेष प्रार्थना) में शामिल होने की अनुमति मांगी थी। एमएलए अब्बास अंसारी को पुलिस हिरासत में कासगंज जेल से उसके गाजीपुर में उनके घर ले जाया जाएगा।
मुख्तार अंसारी के बेटे को मिली कब्र पर फातेहा पढ़ने की इजाज़त, 12 अप्रेल तक परिवार के साथ रहेगा अब्बास, कोर्ट ने दी इजाज़त
UP News Mukhtar: कोर्ट के आदेश के मुताबिक अब्बास अंसारी को 13 अप्रैल को पुलिस हिरासत में वापस कासगंज जेल लाया जाएगा।
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जांच में जुटी पुलिस
09 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 9 2024 3:15 PM)
मुख्तार अंसारी की कब्र पर फातिहा पढ़ने के लिए बेटे अब्बास को मिली इजाजत
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कोर्ट के आदेश के मुताबिक अब्बास अंसारी को 13 अप्रैल को पुलिस हिरासत में वापस कासगंज जेल लाया जाएगा। इस दौरान कड़ी सुरक्षा इंतजाम रहेंगे। कोर्ट ने निर्देश दिया है कि अब्बास अंसारी मीडिया से कोई बात नहीं करेंगे। गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को उत्तर प्रदेश के बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। एक आपराधिक मामले में न्यायिक हिरासत में बंद अब्बास अंसारी ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अपने पिता के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने की अनुमति मांगी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई ये शर्त
अब्बास के वकील ने न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ को बताया कि उनकी याचिका समय पर अदालत के समक्ष सूचीबद्ध नहीं हो सकी थी और अंतिम संस्कार हो चुका है। वकील ने कहा कि उन्हें याचिका में संशोधन करने और 10 अप्रैल को होने वाली फातेहा में शामिल होने की अनुमति मांगी थी। गौरतलब है कि मौत से पहले मुख्तार ने कोर्ट में 21 मार्च खाने में स्लो पॉयजन देने की बात कही थी।
11 अप्रैल और 12 अप्रैल को अब्बास अंसारी को अपने परिजनों से मिलने की इजाजत
मुख्तार की ये बातचीत बेटे उमर के मोबाइल में कैद हो गई थी। इसी के बाद मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ी और न्यायिक अभिरक्षा में उसकी मौत हो गई। आपको बता दें कि पिछले 26 मार्च को भी मुख्तार अंसारी की तबियत खराब हुई थी, जिसके बाद उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था, करीब 14 घंटे के इलाज के बाद उसे वापस फिर जेल भेज दिया गया था. इसके बाद मुख्तार की 28 मार्च को फिर तबियत बिगड़ी और उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी थी।
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