IIT BHU Gangrape Case: आईआईटी बीएचयू के छात्र के साथ गैंगरेप करने वाले तीन आरोपी को वाराणसी पुलिस ने सोमवार को पकड़ लिया. इन तीन संदिग्धों की पहचान होने से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में हड़कंप मच गया है. दिलचस्प बात यह है कि पकड़े गए व्यक्ति भाजपा के प्रमुख नेताओं के करीबी सहयोगी पाए गए. ये बीजेपी आईटी सेल के वरिष्ठ पदाधिकारी निकले.
IIT BHU छात्रा से गैंगरेप के तीनों आरोपी निकले भाजपा के नेता, बंदूक की नोंक पर छात्रा के कपड़े उतरवाए थे
IIT BHU Gangrape Case: आईआईटी बीएचयू के छात्र के साथ गैंगरेप करने वाले तीन आरोपी को वाराणसी पुलिस ने सोमवार को पकड़ लिया.
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Crime Tak
01 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 1 2024 12:15 PM)
आरोपी निकले भाजपा के नेता
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1 नवंबर की घटना के बाद विपक्षी नेताओं ने कानून व्यव्स्था पर उंगली उठाई थी. संदिग्धों के भाजपा से जुड़े होने के आरोप में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने लंका थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था. मामले की जानकारी सामने आते ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने खुलकर स्थिति की आलोचना की.
दो महीनों तक क्यों नहीं हुई गिरफ्तारी, अब उठ रहे सवाल
1 नवंबर, 2023 को, बीएचयू आईआईटी परिसर के परिसर में, तीन लोगों ने देर रात एक महिला छात्र को परेशान किया और उसका नग्न वीडियो रिकॉर्ड किया. इस घटना के बाद आईआईटी परिसर में बड़ा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसके बाद मामले में धारा 376 (डी) को शामिल किया गया. प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव सहित विपक्षी नेताओं ने अपनी चिंता व्यक्त की. इसके बाद, घटना के एक हफ्ते के भीतर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सार्वजनिक रूप से भाजपा के एक उच्च पदस्थ पदाधिकारी की संलिप्तता का संकेत दिया. इस बयान के बाद लंका थाने में अजय राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
काशी जोन के डीएसपी आरएस गौतम ने बताया कि लंका पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने संदिग्धों को उनके आवास से पकड़ा है. घटना के दौरान इस्तेमाल की गई गोलियां और उनके मोबाइल फोन सबूत के तौर पर जब्त कर लिए गए. इसमें शामिल सभी लोगों ने घटना के दौरान लिए गए वीडियो डिलीट कर दिए थे. पूछताछ के बाद सभी संदिग्धों को अदालत में पेश किया गया और बाद में जेल भेज दिया गया.
घटना के दूसरे दिन चेतगंज में सीसीटीवी कैमरे में आरोपी कैद हो गए. इन कैमरों की फुटेज तब से सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है. हालाँकि उस समय उनकी पहचान संदिग्धों के रूप में की गई थी, लेकिन पुष्टि की कमी थी, जिसके कारण सत्यापन प्रक्रिया के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई.
आरोपियों में से एक, कुणाल पांडे ने अपने पिता, जितेंद्र पांडे को खो दिया था, जिन्होंने बैचलर ऑफ कॉमर्स स्तर तक अपनी शिक्षा पूरी की थी और घर पर ही रहते थे. आनंद, जिसे अभिषेक चौहान के नाम से भी जाना जाता है, मुन्ना पावरलूम का बेटा है, जो पावरलूम चलाता है. आनंद ने अपनी स्कूली शिक्षा दसवीं कक्षा तक पूरी की। सक्षम के पिता विजय पटेल प्राइवेट नौकरी करते हैं और उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई पूरी की है. तीनों एक साथ रहते थे और अक्सर रात में बीएचयू परिसर आते थे.
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