200 करोड़ की मालकिन के मंदबुद्धि बेटे से नौकरानी ने की शादी, प्रॉपर्टी ऐंठने का प्लान, पर लुटेरी दुल्हन ऐसे फंस गई

UP News: गाजियाबाद में पुलिस ने करोड़पति घरों में नौकरानी के तौर पर काम करने वाली लड़कियों के एक गैंग का पर्दाफाश किया है

Crime Tak

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03 Oct 2023 (अपडेटेड: Oct 3 2023 3:07 PM)

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UP News: गाजियाबाद में पुलिस ने करोड़पति घरों में नौकरानी के तौर पर काम करने वाली लड़कियों के एक गैंग का पर्दाफाश किया है. फिर वे उनकी संपत्ति हड़पने के लिए विकलांग, मंदबुद्धि या बुजुर्ग आदमी से शादी करते हैं. एक लड़की ने 200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति हड़पने के लिए एक कॉलेज मालकीन के मंदबुद्धि बेटे से शादी कर ली.

क्या है पूरा मामला?

मुरादनगर के गंगनहर पटारी क्षेत्र में यूनिक ग्रुप ऑफ कॉलेजेज (UIMT) की पूर्व चांसलर सुधा सिंह थीं, जिनका 7 अगस्त, 2023 को कैंसर से निधन हो गया. उनके पति की भी कई साल पहले बीमारी से मृत्यु हो गई थी. सुधा का बेटे शिवम सिंह मंदबुद्धि है और उनकी बेटी आकांक्षा सिंह पहले से ही शादीशुदा है. फरवरी 2023 में सुधा सिंह के घर में प्रीति नाम की युवती नौकरानी के तौर पर काम करने आई थी. धीरे-धीरे प्रीति ने उनका विश्वास जीत लिया.

सुधा का बेटे शिवम सिंह

लुटेरी कामवाली के गिरोह

उस वक्त सुधा कैंसर की आखिरी स्टेज पर थीं. प्रीति ने सुधा को आश्वासन दिया कि वह शादी के बाद उसके मंदबुद्धि बेटे की देखभाल करेगी. इस बीच, प्रीति ने आकांक्षा की जानकारी के बिना शिवम से शादी कर ली, जबकि सुधा अस्पताल में भर्ती थी. यहां तक कि एक तस्वीर भी सामने आई थी जिसमें प्रीति और शिवम अस्पताल के एक कमरे में गले में माला पहने हुए थे और सुधा का आशीर्वाद ले रहे थे. आकांक्षा को इस बारे में कुछ भी पता नहीं था.

लुटेरी कामवाली प्रीति 

7 अगस्त, 2023 को जब सुधा की मृत्यु हो गई, तो आकांक्षा घर लौट आई. उसने प्रीति से कहा कि अब उसकी की कोई जरूरत नहीं है. तभी प्रीति ने आकांक्षा को बताया कि वह घर की बहू बन गई है. यह खबर सुनकर आकांक्षा हैरान रह गई क्योंकि उसकी मां ने उसे इसकी जानकारी नहीं दी थी. इसके अलावा, शादी पंजीकृत नहीं थी, न ही यह किसी मंदिर में हुई थी. पेशे से डॉक्टर आकांक्षा सिंह ने हाल ही में गाजियाबाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और संपत्ति हड़पने के लिए प्रीति की फर्जी शादी के बारे में अपना संदेह व्यक्त किया. मुरादनगर पुलिस ने 22 सितंबर को मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

पुलिस जांच के दौरान सचिन का नाम सामने आया. वह गाजियाबाद के नूरपुर गांव का रहने वाला है और धोखाधड़ी के विभिन्न मामलों में मसूरी, मुरादनगर और सिहानी गेट पुलिस स्टेशनों में हिस्ट्रीशीट है. पुलिस के मुताबिक, सचिन ने प्रीति नाम की एक युवती को सुधा सिंह के घर में नौकरानी के रूप में काम पर रखवाया क्योंकि वह जानता था कि सुधा को कैंसर है और उसके पास लाखों की संपत्ति है.

पुलिस ने सोमवार को सचिन को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान, सचिन ने स्वीकार किया कि उसने प्रीति को नौकरानी के रूप में काम करने के लिए सुधा के घर भेजा था, ताकि सुधा के मानसिक रूप से विकलांग बेटे को धीरे-धीरे हेरफेर करने और उससे शादी करने में मदद मिल सके, जबकि सुधा अपने कैंसर के इलाज के अंतिम चरण में थी. उस समय, सुधा इस शादी का विरोध करने में असमर्थ थी और उसके बेटे को स्थिति की कोई समझ नहीं थी.

आरोपी महिला ने कई फर्जी शादियां की

पुलिस ने बताया कि प्रीति ने सोनीपत और आसपास के इलाकों में कई फर्जी शादियां की हैं. शादी के कुछ समय बाद ही वह झगड़ा कर भाग जाती थी। इसके बाद ब्लैकमेल कर पैसे वसूलती थी. इस गिरोह की तीन महिलाएं पहले ही सोनीपत में गिरफ्तार हो चुकी हैं. अब पुलिस प्रीति की तलाश कर रही है. जिसके लिए पुलिस टीमें तैनात कर दी गई हैं. पुलिस का दावा है कि सचिन ही गिरोह का मास्टरमाइंड है। गिरोह के अन्य सदस्यों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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