सैफई मेडिकल कॉलेज में गोरखपुर के MBBS छात्र की रहस्यमय हालात में हुई मौत, डॉक्टर मां ने कहा हत्या हुई, CM ने 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी

MBBS student death case: UP के इटावा (Etawah) में सैफई पैरामेडिकल कॉलेज में एक MBBS छात्र की संदिग्ध हालात में हुई मौत (Death) को लेकर मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख दिखाया।

CrimeTak

22 Aug 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:25 PM)

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MBBS student death case: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (YOGI Govt) ने इटावा ज़िले के सैफई पैरामेडिकल (Para Medical College) कॉलेज में शनिवार को हुई MBBS फर्स्ट ईयर के छात्र हिमांशु गुप्ता की संदिग्ध हालात में हुई मौत (Suspicious Death) को लेकर जांच (Inquiry) के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान को सख्त निर्देश देते हुए इस मामले की जांच करके 24 घंटों के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है।

शनिवार की रात क़रीब 8 बजे MBBS फर्स्ट इयर के छात्र हिमांशु गुप्ता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। गोरखपुर का रहने वाला हिमांशु गुप्ता की लाश मेडिकल कॉलेज के शाक्यमुनि हॉस्टल के कमरा नंबर 209 में मिली थी। हिमांशु के घरवालों का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या की गई है।

बताया जा रहा है कि शनिवार की रात जब हिमांशू मेस में खाना खाने नहीं गया तो रात करीब 9 बजे के आस पास उसके दोस्त कमरे में पहुँचे तो कमरा भीतर से बंद मिला। काफी आवाज़ लगाने के बाद भी जब कमरा नहीं खुला तो सुरक्षा गार्डों को इसकी इत्तेला दी गई। बाद में सुरक्षा गार्डों और छात्रों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो वहां हिमांशू का शव चादर से बनाए गए फंदे से पंखे से लटका हुआ मिला।

MBBS student death case: हिमांशु गुप्ता की मां सरिता खुद एक डॉक्टर हैं। डॉक्टर सरिता ने सैफई पैरामेडिकल कॉलेज में रह ककर MBBS की पढ़ाई कर रहा था। डॉक्टर सरिता के मुताबिक कुछ दिन पहले हिमांशु रक्षा बंधन का त्योहार मनाने के लिए घर गया था। उसके बाद 16 अगस्त को वो वापस सैफई कॉलेज पहुँच गया।

जिस रोज़ हिमांशु गुप्ता की लाश मिली उस रोज सुबह ही क़रीब 10 बजे उसने अपनी मां और दादी से वीडियो कॉल की थी और उस वक़्त वो पूरी तरह से ठीक ठाक नज़र आ रहा था। जबकि रात को जब उसकी लाश मिली तो सैफई कॉलेज के प्रबंधन ने घर पर कॉल करके ये इत्तेला दी कि हिमांशु ने आत्महत्या कर ली।

हिमांशु की मां सरिता का आरोप है कि उन्हें उनके बेटे की मौत की खबर बहुत देर बाद दी गई। इतना ही नहीं डॉक्टर सरिता ने कॉलेज के प्रशासन पर इल्ज़ाम लगाते हुए सवाल किया कि जिस वक़्त घटना हुई उस समय कॉलेज कैंपस के कैमरे आखिर बंद क्यों थे। आत्महत्या की बात पर सवाल उठाते हुए डॉक्टर सरिता ने कहा कि अगर मेरे बेटे ने खुदकुशी की थी तो फिर उसके शरीर पर चोटों के निशान कहां से आए।

MBBS student death case: डॉक्टर सरिता ने ही ये भी खुलासा किया कि जिस कमरे में हिमांशू की लाश मिली वो कमरा पूरी तरह से साफ सुधरा था। और बेडशीट भी तहाकर रखी हुई थी। हिमांशू की मां का कहना था कि जिस वक्त उनके बेटे का शव पोस्टमॉर्टम हाउस पहुँचा तो उसके शरीर के कई ज़ख़्मों से खून रिस रहा था। तो क्या इसे ये न समझा जाए कि हिमांशू की हत्या की गई जिसे कॉलेज प्रशासन आत्महत्या की शक्ल दे रहा है।

डॉक्टर सरिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई कि उनके बेटे के मौत की CBI से जांच करवाई जाए और दोषियों को सख्त सज़ा दिलाई जाए।

इसी बीच समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे को लपकते हुए ट्वीट करके पीड़ित छात्र के परिवार को एक करोड़ का मुआवज़ा देने की अपील की। साथ ही इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की है।

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