कानपुर : फ्री में गोलगप्पे नहीं खिलाए तो पीट-पीटकर मार डाला, दबंगों की करतूत, पुलिस ने निकाला नया पेच

Kanpur News : कानपुर में प्रेम चंद्र गोलगप्पे की दुकान चलाते थे. दबंगों ने फ्री में गोलगप्पे मांगे. नहीं देने पर की पिटाई. देर रात में तबीयत बिगड़ी. मौत

Kanpur : मौके पर जांच करती हुई पुलिस

Kanpur : मौके पर जांच करती हुई पुलिस

16 Jan 2024 (अपडेटेड: Jan 16 2024 8:50 PM)

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कानपुर से सूरज सिंह की रिपोर्ट

Kanpur News : उत्तर प्रदेश के कानपुर में गोलगप्पे बेचने वाले को फ्री में गोलगप्पे नहीं खिलाना मौत का सबब बना. असल में फ्री में गोलगप्पे नहीं मिलने पर दबंगों ने उसकी पिटाई कर दी. इस घटना में दुकानदार को अंदरुनी चोट लगी थी. देर रात में उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत हो गई. परिजनों ने दबंगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, कानपुर देहात के मूसानगर में रहने वाले 40 वर्षीय प्रेमचंद निषाद अपनी पत्नी शशि देवी और चार बच्चों के साथ कानपुर नगर के चकेरी क्षेत्र में रहते थे. प्रेम चंद्र अपने परिवार के पालन पोषण के लिए ठेले पर गोलगप्पे बेचकर परिवार चलाते थे. 

आरोप है कि रविवार देर रात जब प्रेमचंद्र ठेला लेकर घर लौट रहे थे तभी सफीपुर मोड़ के पास खड़े दबंगों ने उसे रोका और फ्री में गोलगप्पे खिलाने को कहने लगे. जिस प्रेमचंद्र ने विरोध किया तभी दबंगों ने गाली गलौज कर उनकी जमकर पिटाई कर दी. इस पिटाई में प्रेमचंद को अंदरूनी गहरी चोट लगी थी. लोगों के बीच बचाव करने पर जब वह घर पहुंचे तो उन्होंने इस घटना की बात अपनी पत्नी को बताई.


रात में अचानक तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में हुई मौत

रात में अचानक तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में हुई मौत परिवार के लोगों ने बताया कि रात में अचानक प्रेमचंद की हालत अचानक बिगड़ी तो परिजन आनन-फानन में उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे. पहले प्राइवेट अस्पताल ले गए वहां से उन्हें उर्सला अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिजनों के आरोप पर अगले दिन सुबह घटना की जानकारी करने पुलिस पहुंची तो परिजनों ने दबंगों के खिलाफ पीट पीट हत्या का आरोप लगाया.

क्या कहते हैं पुलिस अफसर  

इस घटना को लेकर चकेरी थाना प्रभारी अशोक दुबे ने बताया कि प्राथमिक जांच में मृतक के शरीर पर बाहरी तौर पर कोई भी ऐसे चोट के निशान नहीं मिले हैं जिससे यह प्रतीत हो कि उसकी पीट-पीटकर हत्या की गई हो. वहीं यह मामला पेशबंदी का भी है क्योंकि जिस पर हत्या का आरोप लगाया जा रहा है उसने मृतक के भतीजे के खिलाफ़ एसएसटी के साथ गम्भीर धाराओ में मुक्दमा दर्ज़ करवाया था. फिलहाल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

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