UP Crime: अदालत में बैठकर बलात्कारी ने की जमकर चैट, वीडियो हो गया वायरल, नपे तीन पुलिसवाले

UP Crime: बलात्कार के आरोपी को मोबाइल मुहैया करवाने के आरोप में पुलिस के तीन कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हुई और उन्हें निलंबित कर दिया गया।

CrimeTak

02 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:29 PM)

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UP Crime: गाज़ियाबाद में पुलिस महकमें ने अपने उन लापरवाह पुलिस के सिपाहियों के खिलाफ एक्शन (Action) लिया है जिन्होंने तमाम कायदे क़ानून को ठेंगा दिखाते हुए बलात्कार (Rape) के आरोपी को मोबाइल (Mobile) दिला दिया।

गाजियाबाद के एसएसपी मुनिराज जी ने मंगलवार को जिला अदालत के हवालात में बलात्कार के एक आरोपी को मोबाइल फोन मुहैया कराने के आरोप में तीन पुलिसवालों निलंबित कर दिया। ये बात पुलिस के एक अधिकारी ने बताई।

UP Crime: सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने बताया कि तीनों के खिलाफ खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। एसपी (ग्रामीण) इराज राजा ने बताया कि आरोपी विशु तोमर को 21 अक्टूबर को मुकदमे के सिलसिले में अपर जिला न्‍यायाधीश फास्‍ट ट्रैक की अदालत में ले जाया गया था।

UP Crime: उसने किसी तरह पुलिस को अपने दोस्त के साथ इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉलिंग के माध्यम से चैट करने के लिए मोबाइल उपलब्ध कराने में कामयाबी हासिल की। चैट का वीडियो पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

इसका संज्ञान लेते हुए एक जांच की गई जिसके बाद मंगलवार शाम को हेडकांस्टेबल फिरोज मेहंदी एवं ऋषि कुमार और कान्स्टेबल सरफराज अली खान को निलंबित कर दिया गया।

UP Crime: पुलिस अफसर के मुताबिक यह पुलिसकर्मियों की फर्ज निभाने में लापरवाही को दर्शाता है और इसने पुलिस विभाग की छवि भी खराब की है। आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा। एसपी ग्रामीण ने कहा कि इनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है।

हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब यूपी पुलिस के सिपाहियों ने क़ानून को ठेंगा दिखाते हुए अपराधियों के साथ अपनी सांठ गांठ का सबूत पेश किया है।

UP Crime: कुछ अरसा पहले भारतीय जानता पार्टी के एक नेता के घर पर छापा मारने के सिलसिले में चार पुलिस कांस्टेबलों को भी निलंबित किया गया था। जबकि इस सिलसिले में एक एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया गया था।

बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता रमेश कुमार पांडे के केशवपुर अंजान गांव में उनके घर पर पुलिस की एक टीम छापा मारने पहुँची और उसने घर में जमकर तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं बीजेपी के नेता को पुलिस की टीम हिरासत में लेकर थाने भी ले आई।

तलाशी में पुलिस को नेता के घर से कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला था लिहाजा दीवाली वाले रोज ही नेता को हिरासत से छोड़ना पड़ा। नेता ने इसकी शिकायत पुलिस के आला अफसरों से की। जांच में पता चला कि ये सब कुछ गलत सूचना और रौब गांठने के चक्कर में हुआ।

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