UP Crime News: एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम ने मेरठ में एक अवैध हथियार फैक्टरी का भंडाफोड़ कर मौके से 32 बोर की दो तैयार पिस्तौल और अवैध हथियार बनाने में इस्तेमाल की जा रही मशीनों और औजारों को जब्त किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो रिश्ते में पिता पुत्र हैं।
यूपी एसटीएफ ने अवैध हथियार बनाने की फैक्टरी का किया भंडाफोड़, बाप बेटे चला रहे थे गन फैक्ट्री, दोनों गिरफ्तार
UP Crime News: एसटीएफ ने मेरठ में अवैध हथियार फैक्टरी का भंडाफोड़ कर मौके से 32 बोर की दो तैयार पिस्तौल और अवैध हथियार बनाने में इस्तेमाल की जा रही मशीनों और औजारों को जब्त किया है।
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जांच में जुटी पुलिस
16 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 16 2023 5:35 PM)
अवैध हथियार फैक्टरी का भंडाफोड़
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पुलिस अधीक्षक(एसपी), एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लिसाड़ी गेट क्षेत्र निवासी मोइनुद्दीन और तौसीफ के तौर पर की गई है। पुलिस अधीक्षक(एसपी), एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि घटना में शामिल आसिफ नामक आरोपी को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं। एसपी सिंह के अनुसार शनिवार को एसटीएफ की मेरठ इकाई ने स्थानीय पुलिस के साथ मिल कर शहर के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के एक मकान में छापा मारा। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार पिता-पुत्र ने बताया कि वे पहले लोहे का काम करते थे।
गिरफ्तार अभियुक्तो ने संक्षिप्त पूछताछ पर बताया कि:
हम दोनों पिता पुत्र पहले खराद का काम करते थे, जो अब काम काफी मन्दा हो गया। आज से करीब 9-10 माह पहले हमारे मौहल्ले के रहने वाले आसिफ मजीदनगर मेवगढी, थाना लिसाडी गेट, मेरठ जिसकी हार्डवेयर की दुकान है, उससे हमने खराद का काम दिलाने के लिए कहा तो उसने बताया कि इस समय खराद का काम मेरे पास नही है हाॅ कुछ लोगों को हम जानते हैं जो पिस्टल सप्लाई का काम करते हैं। सैम्पल के लिए पिस्टल लाकर मैं आपको दूॅगा और कच्चा माल जिससे पिस्टल बनायी जाती हैं, मै आपको उपलब्ध कराऊंगा सैम्पल देखकर के आप वैसी ही पिस्टल बना देना। आसिफ ने हमको पिस्टल का सैम्पल जो कि चालू हालत मे थी, लाकर दिया और पिस्टल बनाने का कच्चा माल लोहे की प्लेट ठोस राड, स्प्रिंग व अन्य सामग्री हमे उपलब्ध करायी। जिसके सहयोग से काफी प्रयास करने के बाद सैम्पल की हुबहू पिस्टल तैयार की।
हाल ही में धंधा मंदा होने पर मोहल्ले के ही आसिफ की मदद से अवैध हथियार बनाने का काम शुरू कर दिया। सिंह के मुताबिक दोनों से आसिफ के साथी 20-22 हजार रुपये में एक पिस्तौल खरीदते थे और अपने ग्राहकों को 30-35 हजार रुपये में उसे बेचते थे। सिंह ने पूछताछ के आधार पर बताया कि गिरफ्तार आरोपी अबतक 60 से 70 पिस्तौल बेच चुके हैं।
(PTI)
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