संजीव जीवा का शूटर विजय यादव 3 दिन तक पुलिस रिमांड में रहेगा, खुलेंगे कत्ल के बड़े राज़

Sanjeev Jeeva Murder Update: लखनऊ कोर्ट से पुलिस ने मांगी थी विजय यादव की 5 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड, कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड मंजूर की है।

खुलेंगे कत्ल के बड़े राज़

खुलेंगे कत्ल के बड़े राज़

14 Jun 2023 (अपडेटेड: Jun 14 2023 6:05 PM)

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Sanjeev Jeeva Murder Update: संजीव माहेशवरी उर्फ जीवा की हत्या करने वाला खतरनाक शूटर विजय यादव अब तीन दिनों तक लखनऊ पुलिस की रिमांड पर रहेगा। अदालत ने 3 दिन की पुलिस रिमांड मंजूर की है। लखनऊ कोर्ट से पुलिस ने विजय यादव की 5 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड मंजूर की है। यानि 15 जून की सुबह 10.00 बजे 17 जून की शाम 5 बजे तक विजय यादव पुलिस की कस्टडी रिमांड में रहेगा। माना जा रहा है कि जीवा के कत्ल की साजिश के कई राज़ खुलेंगे। 

जीवा के कत्ल की साजिश के कई राज़ खुलेंगे

शुरुआती जांच में संजीव जीवा की हत्या के आरोपी विजय यादव ने कबूलनामे में बताया था कि नेपाल में संजीव जीवा की हत्या की डील हुई थी। इस हत्या को एक कैदी आतिफ के भाई असलम के कहने पर दिया गया। जीवा को मारने के लिए असलम ने 20 लाख की सुपारी दी थी। दरअसल संजीव जीवा ने लखनऊ की जेल में बंद असलम के भाई आतिफ की दाढ़ी नोंची थी। इसलिए असलम ने भाई आतिफ की बेइज्जती का बदला लेने के लिए विजय को जीवा की सुपारी दी थी और उसके बदले में 20 लाख रुपए देने की डील की थी।

ये है संजीव की क्राइम कुंडली

लखनऊ सिविल कोर्ट के बाहर जिस माफिया गैंगस्टर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva Murder) की हत्या हुई वो कभी एक कंपाउंडर हुआ करता था। संजीव का पूरा नाम संजीव माहेश्वरी था (Sanjeev Maheshwari) ये मूलरूप से वेस्टर्न यूपी के मुजफ्फरनगर का रहने वाला था। इसकी क्राइम की पाठशाला वहीं से शुरु हुई थी जहां ये कभी नौकरी करता था यानी जिस मेडिकल में ये कंपाउंडर में था उसी दवाखाना के मालिक का ही इसने अपहरण कर लिया था उसके बाद फिरौती मांगी थी।

और जीवा किडनैपिंग किंग बन गया 

यहीं से अपराध की दुनिया में आया संजीव जीवा फिर कभी पीछे नहीं मुड़कर नहीं देखा इसके बाद ये किडनैपिंग किंग बन गया और फिर माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का खास बन गया था। साल 2021 में संजीव जीवा की पत्नी पायल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लेटर लिखकर ये आशंका जताई थी कि उनके पति की जान को खतरा है। पायल 2017 में RLD के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी थी लेकिन हार गई थी।

7 जून 2023 को लखनऊ कोर्ट में हत्या

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गैंगस्टर संजीव जीवा पर 27 मुकदमें दर्ज थे इनमें से 17 मामलों में वो बरी हो चुका था। इसके गैंग में 3 दर्जन से ज्यादा मेंबर्स हैं इस संजीव जीवा पर साल 2017 में एक कारोबारी अमित दीक्षित की हत्या का केस लगा था उसमें उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी उसी समय से लखनऊ जेल में संजीव जीवा बंद था लेकिन 7 जून 2023 को उसकी गोली मारकर लखनऊ कोर्ट में हत्या कर दी गई।

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