Ghazipur Murder Case: यह कत्ल (Murder) का खौफनाक मामला यूपी के गाजीपुर जिले का है। 27 नवबंर को गाजीपुर के सुतिहार इलाके में पुलिस को सड़क (Road) पर एक लाश मिली थी। लाश की शिनाख्त रामजी यादव के तौर पर हुई। चूंकि मृतक लहूलुहान था लिहाजा शुरुआती जांच में ये अंदेशा हो रहा था कि रामजी यादव को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है।
UP Crime: हत्या को दी हादसे की शक्ल, सामने आया दो दोस्तों और बेटी के खूनी प्रेम संबंधों का सच!
Ghazipur Murder: एक सड़क दुर्घटना निकली हत्या की वारदात, बेटी संग पकड़े जाने पर दोस्त ने दोस्त को मार डाला, हत्या को हादसे की शक्ल देने के लिए रची साजिश
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29 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:31 PM)
पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मौका ए वारदात पर पहुंची पुलिस ने बारीकी से घटनास्थल का मुआयना किया तो कुछ दूर पर प्राइमरी स्कूल के दक्षिणी ओर शौचालय के पास कुछ खून की तरह मिट्टी में धब्बे दिखाई दिए। जिसके बाद पुलिस अफसरों ने मौके पर फोरेन्सिक टीम, सर्विलाँस टीम और एसओजी टीम को भी बुला लिया।
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जांच में मुखबिरों के मदद ली गई तो पता चला कि वारदात वाले दिन रामजी यादव को आखिरी बार उसके दोस्त भईया लाल यादव के साथ देखा गया था। ये सूचना मिलते ही पुलिस ने रामजी यादव के पड़ोसी व दोस्त भईयालाल यादव की तलाश शुरु कर दी। पुलिस की टीम ने भइया लाल को सुतिहार अण्डर पास हाइवे के पास से गिरफ्तार लिया।
भइया लाल की गिरफ्तारी पर पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि भइयालाल ने ही अपने दोस्त रामजी लाल की हत्या कर लाश को सड़क पर फेंक दिया था ताकि ये एक सड़क हादसा लगे।
एस पी गाज़ीपुर ओमवीर सिंह ने बताया कि आरोपी भईयालाल यादव और मृतक रामजी यादव में गहरी मित्रता थी। आरोपी भईया लाल का मृतक रामजी यादव के घर आना जाना था। इसी दौरान मृतक की बेटी से आरोपी भईया लाल का प्रेम सम्बंध हो गया था और आये दिन भईया लाल के बुलाने पर उसकी प्रेमिका स्कूल के पास मिलने आया करती थी।
बेटी के प्रेम संबंध की जानकारी जब राम जी यादव को हुई तो वो आग बबूला हो गया। 27 नवंबर को देर रात को रामजी यादव ने अपनी बेटी का घर से निकलने पर पीछा करते हुए प्राईमरी स्कूल पर आया था। जहाँ पर आरोपी भईया लाल व मृतक की बेटी संदिग्ध अवस्था में एक साथ दिखे, जिससे रामजी यादव आग बबूला हो गया।
रामजी ने भईया लाल और अपनी बेटी को बुरा भला कहा। इस दौरान रामजी की बेटी तो मौके से भाग गयी। लेकिन बात बढ़े लगी जिसके बाद भईया लाल यादव ने रामजी यादव को वहीं रखे रम्मे से सिर पर कई वार किए। दो तीन बार सिर पर रम्मे के वार से मृतक रामजी वहीं ढेर हो गया। हत्या को दुर्घटना का रुप देने के लिए आरोपी ने रामजी के शव को थोड़ी दूर सडक पर लाकर फेंक दिया।
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