UP Big News: यूपी के नोएडा पुलिस ने महादेव एप्प केस में बड़ा एक्शन लिया है। नोएडा पुलिस ने महादेव एप के 18 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की है। साल 2022 में नोएडा की एक पॉश सोसायटी से महादेव एप से जुड़े लोग पकड़े गए थे। नोएडा पुलिस ने एप बैन करने के लिए भी लिखा था। उस दौरान थाना 39 में मुकदमा दर्ज हुआ था। गिरफ्तार आरोपी देश के अलग अलग राज्यों के अलावा छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे। पुलिस इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है।
नोएडा पुलिस का बड़ा एक्शन, महादेव एप के 18 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई
UP Big News: साल 2022 में नोएडा की एक पॉश सोसायटी से महादेव एप से जुड़े लोग पकड़े गए थे। नोएडा पुलिस ने एप बैन करने के लिए भी लिखा था।
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जांच जारी
11 Nov 2023 (अपडेटेड: Nov 11 2023 2:45 PM)
नोएडा पुलिस का सख्त एक्शन
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जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के 28 साल के युवक सौरभ ने ये बैटिंग ऐप बनाई थी। सौरभ छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। वो वहां जूस की दुकान चलाता था। आय सीमित थी, लेकिन उसके सपने बहुत बड़े थे। वो करोड़पति बनना चाहता था। इसके लिए उसने सट्टा खेलना शुरू किया। धीरे-धीरे उसकी किस्मत चमकी और वो बड़े पैमाने पर सट्टा खेलने लगा। रवि उसका खास दोस्त है। दोनों ने सोचा कि क्यों न ऑनलाइन सट्टा खेला जाए और खिलाया जाए? बस दोनों ने ये तय कर लिया।
ऐसे बनाई ऐप? महादेव ऐप आनलाइन बैटिंग केस
सौरभ को एक आइडिया आया। उसने सट्टे खिलाने, खेलने के लिए आनलाइन ऐप बना डाली, जिसका नाम रखा महादेव ऑनलाइन बैंटिग ऐप। ये ऐप चलने लगी। धीरे-धीरे करके इसमें लाखों लोग जुड़ गए। बाद में कंपनी ने अपना मेन आफिस UAE में बना लिया। इस एप्लीकेशन के कॉल सेंटर श्रीलंका और नेपाल में भी बनाए गए। करीब 50 लाख लोग इसके मेंबर बन गए। गेमिंग ऐप के बैंक खाते से पिछले एक साल में 5000 करोड़ रुपयों से ज्यादा का लेन-देन किया गया।
कैसे गेम्स के मार्फत ऑनलाइन सट्टा खेला जाता था?
इस गेम की शुरुआत केवल 500 रुपये से होती है। महादेव ऐप (Mahadev App) पर पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल जैसे कई लाइव गेम्स में सट्टा लगाया जा सकता है। कई लोगों ने इसमें पैसे लुटाए। माना जाता है कि इसका नेटवर्क भारत के अलावा नेपाल, बांग्लादेश समेत अन्य कई देशों में फैला हुआ है।
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